यरुशलम, 30 सितंबर (आईएएनएस)। पिछले दो सालों से इजरायल और हमास के बीच युद्ध जारी है। इस बीच इजरायल के विदेश मंत्रालय ने हमास को लेकर बड़ा खुलासा किया है।
इजरायल के विदेश मंत्रालय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा कि गाजा पट्टी में हमास के दस्तावेज मिले, जो बेड़े के नेताओं और हमास आतंकवादी संगठन के बीच सीधा संबंध दर्शाते हैं। ये दस्तावेज पहली बार सामने आए हैं। गाजा पट्टी के अंदर और विदेश में होने वाली गतिविधियों के लिए हमास जिम्मेदार है, जिसमें पीसीपीए संगठन पर विशेष ध्यान दिया जाता है, जो हमास के अधीनस्थ है और आंदोलन की एक शाखा के रूप में कार्य करता है।
उन्होंने कहा कि पीसीपीए (फिलिस्तीनी कॉन्फ्रेंस फॉर फिलिस्तीनी एब्रॉड) की स्थापना 2018 में हुई थी और यह विदेश में हमास के प्रतिनिधि निकाय के रूप में कार्य करता है और वास्तव में हमास के दूतावासों के रूप में कार्य करता है। यह संगठन नागरिक सुरक्षा के नाम पर काम करता है और हमास की ओर से इजरायल के खिलाफ हिंसक प्रदर्शनों, इजरायल के खिलाफ मार्च और प्रदर्शन एवं उकसावे वाले बेड़े सहित कार्रवाई करने के लिए जिम्मेदार है।
इजरायल के विदेश मंत्रालय ने आगे कहा कि गाजा पट्टी में पहला आधिकारिक हमास दस्तावेज मिला। 2021 का एक पत्र, जिस पर हमास राजनीतिक ब्यूरो के प्रमुख इस्माइल हनीयेह ने हस्ताक्षर किए थे, जिसमें सीधे और स्पष्ट रूप से पीसीपीए अध्यक्ष से एकता का आह्वान किया गया था। पत्र में हनीयेह ने सार्वजनिक रूप से पीसीपीए संगठन का समर्थन किया है। गौरतलब है कि इजरायल ने 2021 में पीसीपीए को हमास की एक शाखा होने के कारण एक आतंकवादी संगठन घोषित किया था।
दूसरा आधिकारिक हमास दस्तावेज पीसीपीए कार्यकर्ताओं की एक सूची है, जिनमें से कुछ उच्च पदस्थ जाने-माने हमास कार्यकर्ता हैं। इस लिस्ट में जहीर बिरावी के नाम शामिल हैं, जो यूके में पीसीपीए के हमास सेक्टर के प्रमुख हैं और जिन्हें पिछले 15 वर्षों से गाजा पट्टी में प्रदर्शनकारी फ्लोटिया के नेता के रूप में जाना जाता है (दस्तावेज में 19वें नंबर पर), और सैफ अबू कश्क (दस्तावेज में 25वें नंबर पर), जो स्पेन में संगठन का एक कार्यकर्ता है। यह दस्तावेज गाजा पट्टी में हमास की एक चौकी से मिला था और यह फ्लोटिया नेताओं और हमास के बीच सीधे संबंध को फिर से साबित करता है।
हमास से संबद्ध पीसीपीए कार्यकर्ता होने के अलावा अबू काश्क साइबर नेप्च्यून का सीईओ भी है, जो स्पेन की एक मुखौटा कंपनी है और ‘सुमुद’ फ्लोटिया में भाग लेने वाले दर्जनों जहाजों का मालिक है। इस प्रकार ये जहाज गुप्त रूप से हमास के स्वामित्व में हैं।
–आईएएनएस
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