नई दिल्ली: इजरायल ने हमास लीडर याह्या सिनवार को बुधवार को मार गिराया। उसे पिछले एक साल से सिनवार की तलाश थी। इस ऑपरेशन से जुड़ी जो जानकारियां अब सामने आ रही हैं उसके मुताबिक इजरायली का सैनिकों को यह पता भी नहीं था कि उन्होंने यहूदी राष्ट्र के ‘दुश्मन नंबर वन’ को मार गिराया।
इजरायल ने गुरुवार रात याह्या सिनवार की मौत की आधिकारिक रूप से घोषणा की। इजरायल डिफेंस फोर्सेज (आईडीएफ) और शिन बेट सिक्योरिटी एजेंसी ने एक बयान में कहा, ‘7 अक्टूबर के हमले और नरसंहार का सूत्रधार सिनवार, बुधवार को दक्षिणी गाजा के राफा में गोलीबारी में मारा गया।’
टाइम्स ऑफ इजरायल की 17 अक्टूबर की एक रिपोर्ट के मुताबिक सिनवार को सीधे तौर पर निशाना नहीं बनाया गया। सैनिकों ने जब गुरुवार सुबह घटनास्थल का निरीक्षण किया, तब उन्हें पता चला कि मुठभेड़ में मारे गए तीन आतंकवादियों में से एक सिनवार था।
डीएनए और अन्य जांच के आधार पर पुष्टि की गई कि शव वास्तव में सिनवार का ही था। सिनवार की उंगली का एक हिस्सा जांच के लिए इस्तेमाल किया गया। उसके शव को निकाला गया और गुरुवार को इजरायल लाया गया।
एक संयुक्त बयान में, आईडीएफ और शिन बेट ने कहा कि इजरायल की सैन्य गतिविधियों ने धीरे-धीरे सिनवार के संचालन क्षेत्र को सीमित कर दिया, जिसके कारण आखिरकार उसकी मौत हुई।
बयान में कहा गया कि पिछले कुछ हफ्तों में 162वीं डिवीजन और गाजा डिवीजन ने गाजा के उन इलाकों में काम किया, जहां खुफिया जानकारी के मुताबिक हमास के सीनियर अधिकारी छिपे हुए थे। बयान में कहा गया कि 828वीं बिसलामच ब्रिगेड की एक टुकड़ी ने सिनवार और दो अन्य आतंकवादियों को मार गिराया।
सेना ने बताया कि तीन आतंकवादियों को देखा गया, उन पर गोली चलाई गई और वे घायल हो गए। दो आतंकी एक इमारत में घुस गए और तीसरा, जो सिनवार निकला, दूसरी इमारत में एंट्री कर गया। अन्य दो आतंकवादी जाहिर तौर पर सिनवार के बॉडीगार्ड थे और उसके आगे-आगे चल रहे थे, ताकि उसका रास्ता साफ कर सकें।
आईडीएफ टैंकों और अन्य बलों ने दोनों इमारतों पर गोलीबारी शुरू कर दी। इसके बाद सिनवार दूसरी मंजिल पर चला गया। टैंक ने इमारत पर एक और गोला दागा, और एक पैदल सेना की टुकड़ी तलाशी के लिए आगे बढ़ी।
सिनवार ने दो ग्रेनेड फेंके, जिनमें से एक फट गया, इससे सैनिक पीछे हट गए और एक ड्रोन कमरे की तलाशी लेने के लिए उड़ा। उसे एक व्यक्ति (सिनवार) मिला जिसका हाथ घायल था और चेहरा ढका हुआ था – उसने ड्रोन पर एक लकड़ी की छड़ी फेंकी। उस व्यक्ति पर एक और टैंक का गोला दागा गया, जिससे उसकी मौत हो गई।
गुरुवार की सुबह, इमारत की तलाशी ले रहे सैनिकों ने मारे गए आतंकवादी के चेहरे को देखा और पाया कि वह सिनवार जैसा दिखता था। शिन बेट ने उसकी पहचान सत्यापित करने के लिए डीएनए और उसकी उंगली का एक हिस्सा लिया। उस समय सिनवार के साथ कोई बंधक नहीं था।
टाइम्स ऑफ इजरायल की रिपोर्ट के मुताबिक आईडीएफ प्रवक्ता रियर एडमिरल डैनियल हगारी ने गुरुवार रात प्रेस कॉन्फ्रेंस में स्वीकारा की सेना ने ‘उसे एक इमारत में आतंकवादी के रूप में पहचाना’ और उन्हें नहीं पता था कि यह सिनवार था। उन्होंने कहा, “हमने इमारत पर गोलीबारी की और तलाशी के लिए अंदर गए। हमने उसे एक फ्लैक जैकेट और एक बंदूक और एनआईएस 40,000 के साथ पाया।”
हगारी ने कहा कि इजरायल, मारे गए हमास नेता के भाई मुहम्मद सिनवार और सभी हमास सैन्य कमांडरों की तलाश कर रहा है।
आईडीएफ ने गुरुवार रात को घायल सिनवार के अंतिम क्षणों की ड्रोन फुटेज जारी की। चूंकि गोलीबारी के दौरान उसने सिर पर कपड़ा बांध रखा था, इसलिए उसकी पहचान उसके मारे जाने के बाद ही स्पष्ट हो पाई। सेना ने कहा कि जिस क्षेत्र में तीन आतंकवादी मारे गए, वहां कोई बंधक मौजूद नहीं था।
इजरायल के मुताबिक वह पिछले साल हुए 7 अक्टबूर के हमले का मास्टरमाइंड था। इस हमले में 1200 लोगों की मौत हुई थी जबकि 250 से अधिक लोगों को बंधक बना लिया गया था।
इस हमले के बाद यहूदी राष्ट्र ने हमास के खिलाफ युद्ध का ऐलान कर दिया और फिलिस्तनी ग्रुप के कंट्रोल वाले गाजा पट्टी पर हमले शुरू कर दिए। इजरायल के सैनिक अभियान ने गाजा में भारी तबाही मचाई है। अलजजीरा की शुक्रवार की रिपोर्ट के मुताबिक 7 अक्टूबर 2023 से अब तक गाजा में इजरायली हमलों में कम से कम 42,438 लोग मारे गए हैं और 99,246 घायल हुए हैं।
–आईएएनएस
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