नई दिल्ली, 6 फरवरी (आईएएनएस)। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की आईएफएसओ इकाई ने इटली के एक भारतीय नागरिक को गिरफ्तार किया है, जो खुद को भारत का उपराष्ट्रपति बताकर एक वरिष्ठ नौकरशाह को ठगने की कोशिश कर रहा था। एक अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी।
गिरफ्तार व्यक्ति की पहचान गगनदीप सिंह के रूप में हुई है। उसके एक सहयोगी अश्विनी कुमार को भी गिरफ्तार किया गया है।
इटली में 2007 से रहने वाले एक भारतीय नागरिक गगनदीप सिंह ने नौकरशाह को धोखा देने के लिए भारत के उपराष्ट्रपति की तस्वीर के साथ एक नकली व्हाट्सएप प्रोफाइल बनाया। डीसीपी, इंटेलिजेंस फ्यूजन एंड स्ट्रैटेजिक ऑपरेशंस (आईएफएसओ), प्रशांत गौतम ने कहा कि एक अन्य आरोपी, जिसकी पहचान अश्विनी कुमार के रूप में हुई है, को सिंह को व्हाट्सएप अकाउंट के लिए एक ओटीपी देने के कारण गिरफ्तार किया गया था।
पुलिस अधिकारी ने कहा, आरोपी अन्य सरकारी अधिकारियों को भी संदेश भेजता था।
जम्मू निवासी सिंह इटली के ऑफानेंगो में रह रहा था। गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने उसके कब्जे से दो मोबाइल फोन बरामद किए हैं। गौतम ने कहा कि उसने भारत के उपराष्ट्रपति की तस्वीर का उपयोग करके एक फर्जी व्हाट्सएप अकाउंट बनाया और वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों को संदेश भेजे।
पुलिस ने कुमार को पहले और सिंह को बाद में आईजीआई एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया।
पुलिस अधिकारी ने कहा, दिल्ली पुलिस की आईएफएसओ इकाई को भारत के उपराष्ट्रपति की तस्वीर का उपयोग कर एक फर्जी व्हाट्सएप अकाउंट बनाने के बारे में एक सूचना प्राप्त हुई थी। उसी के अनुसार, इस संबंध में एक मामला दर्ज किया गया था।
व्हाट्सएप प्रोफाइल का विवरण प्राप्त किया गया और प्रेषक का आईपी पता इटली का पाया गया।
डीसीपी ने कहा, पुलिस टीम ने सभी तकनीकी पहलुओं पर काम करना शुरू कर दिया। तुरंत छापेमारी की गई और कुमार को गिरफ्तार कर लिया गया।
उन्होंने कहा, एक व्यापक हाई-टेक जांच और तकनीकी विवरण का विश्लेषण करने के बाद सिंह, जो इटली में रह रहा था, को गिरफ्तार कर लिया गया।
पुलिस ने कहा कि व्हाट्सएप अकाउंट बनाने से पहले सिंह ने कई यूट्यूब वीडियो देखे और वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों से ऑनलाइन संपर्क किया। बाद में उसने कुमार से एक भारतीय मोबाइल नंबर का व्हाट्सएप खाता बनाने के लिए एक ओटीपी प्राप्त किया।
गौतम ने कहा, व्हाट्सएप अकाउंट बनाने के बाद उसने उस पर भारत के उपराष्ट्रपति की तस्वीर लगाई और वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों से संपर्क करना शुरू किया और उनसे मदद मांगी।
सिंह अपने परिवार के साथ 2007 से ओफनेंगो, इटली में रह रहा था। उसने भारत में कक्षा 9 तक पढ़ाई की और बाद में इटली में कक्षा 12 की परीक्षा पास की। वह इटली की एक कंपनी में मजदूरी करता है।
–आईएएनएस
एसजीके/एएनएम