नई दिल्ली, 17 अक्टूबर (आईएएनएस)। दिग्गज आईटी कंपनी इन्फोसिस की ओर से गुरुवार को वित्त वर्ष 2024-25 की दूसरी तिमाही के नतीजे पेश किए गए। जुलाई-सितंबर तिमाही में कंपनी का मुनाफा सालाना आधार पर 4.7 प्रतिशत बढ़कर 6,506 करोड़ रुपये हो गया है, जो कि एक साल पहले समान तिमाही में 6,212 करोड़ रुपये था।
दूसरी तिमाही में कंपनी की आय 40,986 करोड़ रुपये रही है। पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में यह आंकड़ा 38,994 करोड़ रुपये था।
इन्फोसिस की ओर से पूरे वर्ष के लिए आय में वृद्धि की गाइडेंस को बढ़ाकर 3.75 प्रतिशत से लेकर 4.5 प्रतिशत कर दिया गया है।
कंपनी की ओर से 21 रुपये प्रति शेयर के अंतरिम डिविडेंड का ऐलान किया गया है, जो कि पिछले वर्ष की तुलना में 16.7 प्रतिशत अधिक है। कंपनी ने डिविडेंड देने के लिए 8 नवंबर की तारीख तय की है।
इन्फोसिस के सीईओ और एमडी सलिल पारेख ने कहा कि हमने तिमाही आधार पर कांस्टेंट करेंसी में 3.1 प्रतिशत की वृद्धि दर दर्ज की है। यह वृद्धि दर व्यापक है और फाइनेंसियल सर्विसेज कारोबार में तेजी देखी जा रही है।
दूसरी तिमाही में फ्री कैश फ्लो 839 मिलियन डॉलर है। इसमें सालाना आधार पर 25.2 प्रतिशत का इजाफा हुआ है। बीती तिमाही में कंपनी ने 2.4 अरब डॉलर की बड़ी डील हासिल की है।
इंफोसिस ने घोषणा की कि उसने मेट्रो बैंक के व्यवसाय संचालन को डिजिटल रूप से बदलने के साथ-साथ उसके आईटी और सपोर्ट कार्यों को बढ़ाने के लिए बैंक के साथ दीर्घकालिक सहयोग में प्रवेश किया है। कंपनी ने नए व्यावसायिक अवसरों को अनलॉक करने में मदद के लिए प्रोक्सिमस के साथ रणनीतिक सहयोग की भी घोषणा की।
इन्फोसिस के चीफ फाइनेंसियल ऑफिसर जयेश संघराजका ने कहा कि हमारा फोकस आय में वृद्धि को बढ़ाने और मार्जिन में सुधार करने पर है। बीती तिमाही में कंपनी का ऑपरेटिंग मार्जिन 21.1 प्रतिशत रहा है।
–आईएएनएस
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