चंडीगढ़, 22 मार्च (आईएएनएस)। पंजाब के किसानों के लिए अच्छी फसल की पैदावार एक चुनौती रहती है। क्योंकि, अच्छी फसल के लिए उन्हें रासायनिक खाद और कीटनाशक स्प्रे की जरूरत होती है। इस पर भी गारंटी नहीं कि फसल अच्छी होगी। फसल के दौरान पानी की मात्रा भी बहुत अधिक लगती है। लेकिन, पंजाब के किसानों के लिए एडवोकेट और पूर्व विधायक एच.एस. फुल्का एक ऐसा उपाय लेकर सामने आए हैं, जिससे किसानों को अपनी फसल के दौरान रासायनिक खाद और कीटनाशक स्प्रे की जरूरत नहीं होगी। उन्हें न ही अपनी फसल में पानी देना होगा। इसके बावजूद फसल अच्छी होगी।
खेती की इसी तकनीक के बारे में एच.एस. फुल्का ने शनिवार को न्यूज एजेंसी आईएएनएस से बात की। उन्होंने बताया कि डॉ. अवतार सिंह फगवाड़ा ने एक आश्चर्यजनक तकनीक विकसित की है। इस पद्धति से उगाई गई फसलें रासायनिक खाद, कई सिंचाई चक्रों और स्प्रे से उगाई गई फसलों से बेहतर होती है। उन्होंने बताया कि खेती की इस तकनीक का इस्तेमाल उन्होंने बरनाला जिले के अपने पैतृक गांव भदौड़ में अपने खेतों में की है। उन्होंने गेहूं समेत अन्य फसल लगाई है। उन्होंने बताया कि खेती का यह नया तरीका पारंपरिक खेती से बिल्कुल अलग है। इस तकनीक में फसल को बेड बनाकर लगाया जाता है। इसमें पानी की खपत बहुत कम होती है और फसल की पैदावार भी अच्छी होती है।
उन्होंने बताया कि पंजाब की बंजर हो रही जमीन को बचाने के लिए आज इस तकनीक की जरूरत है। यहां पर फगवाड़ा खेती मॉडल काफी अच्छा है। उन्होंने कहा कि अगर इस तकनीक के सहारे फसल बोई जाए तो मैं समझता हूं कि किसानों के लिए हर लिहाज से इसमें बचत होगी। इसमें पानी की बचत होगी, खाद पर पैसा खर्च नहीं करना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि अगर यह तकनीक पूरे देश के किसान अपनाएं तो यकीनन उन्हें काफी लाभ होगा। 100 प्रतिशत ऑर्गेनिक अच्छी फसल होगी। दूसरी ओर पंजाब में विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों की गिरफ्तारी पर एच.एस. फुल्का ने कहा कि यह बिल्कुल गलत है। ऐसा किसानों के साथ नहीं होना चाहिए था।
–आईएएनएस
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