बारबाडोस, 30 जून (आईएएनएस। अपनी कप्तानी में भारत को 17 साल बाद दूसरी बार टी 20 का विश्व चैंपियन बनाने वाले रोहित शर्मा ने इस सफलता के पीछे पिछले तीन-चार वर्षों की मेहनत का हाथ बताया है।
रोहित ने शनिवार को मैच के बाद कहा, ”तीन चार साल कैसे रहे हैं, इसका वर्णन काफ़ी मुश्किल है। इसके पीछे हमारी तीन चार सालों की मेहनत है। हम इस तरह के मुक़ाबलों में पहले भी हार चुके थे। लेकिन आज हमने यह कर दिखाया कि मुश्किल परिस्थितियों से कैसे निकला जाता है। टूर्नामेंट जीतने के लिए काफ़ी कुछ करना पड़ता है।”
कप्तान ने कहा ,”मुझे अपने खिलाड़ियों पर गर्व है और ख़ास तौर पर टीम मैनेजमेंट का शुक्रगुज़ार हूं कि उन्होंने हमें खेलने की छूट दी। सिर्फ़ मैं नहीं बल्कि किसी को विराट के फ़ॉर्म को लेकर संदेह नहीं था। उन्होंने 15-16 वर्षों में इस खेल के लिए बहुत कुछ किया है। विराट आज भी एक छोर पर डटे रहे और अन्य बल्लेबाज़ों ने उनके इर्द गिर्द बल्लेबाज़ी की। बुमराह की तारीफ़ शब्दों में बयां नहीं की जा सकती। बुमराह के साथ मैंने काफ़ी क्रिकेट खेली है।”
बीसीसीआई के सचिव जय शाह ने भारतीय खिलाड़ियों को पुरस्कृत किया। इस दल को बुमराह लीड कर रहे हैं। उनके पीछे चहल, शिवम दुबे, जायसवाल, कोहली हैं..।
जसप्रीत बुमराह को उनकी शानदार गेंदबाजी के लिए प्लेयर ऑफ़ द सीरीज़ चुना गया। बुमराह ने कहा,” हम इसीलिए खेलते हैं। मैंने ख़ुद को जितना संभव हो चिंतित ना होने देने का प्रयास किया। यह काफ़ी अहम क्षण है। मेरा परिवार यहां है। इससे बेहतरीन क्षण कुछ और नहीं हो सकता। इस पूरे टूर्नामेंट में मैंने गेंद के हिसाब से गेंदबाज़ी करने का प्रयास किया। इस ट्रॉफ़ी को जीतने के लिए हमने कड़ी मेहनत की है। (निर्णायक ओवर पर), गेंद रिवर्स स्विंग हो रही थी और मैं लेंथ पर ही गेंद डालने का प्रयास कर रहा था।”
–आईएएनएस
आरआर/
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बारबाडोस, 30 जून (आईएएनएस। अपनी कप्तानी में भारत को 17 साल बाद दूसरी बार टी 20 का विश्व चैंपियन बनाने वाले रोहित शर्मा ने इस सफलता के पीछे पिछले तीन-चार वर्षों की मेहनत का हाथ बताया है।
रोहित ने शनिवार को मैच के बाद कहा, ”तीन चार साल कैसे रहे हैं, इसका वर्णन काफ़ी मुश्किल है। इसके पीछे हमारी तीन चार सालों की मेहनत है। हम इस तरह के मुक़ाबलों में पहले भी हार चुके थे। लेकिन आज हमने यह कर दिखाया कि मुश्किल परिस्थितियों से कैसे निकला जाता है। टूर्नामेंट जीतने के लिए काफ़ी कुछ करना पड़ता है।”
कप्तान ने कहा ,”मुझे अपने खिलाड़ियों पर गर्व है और ख़ास तौर पर टीम मैनेजमेंट का शुक्रगुज़ार हूं कि उन्होंने हमें खेलने की छूट दी। सिर्फ़ मैं नहीं बल्कि किसी को विराट के फ़ॉर्म को लेकर संदेह नहीं था। उन्होंने 15-16 वर्षों में इस खेल के लिए बहुत कुछ किया है। विराट आज भी एक छोर पर डटे रहे और अन्य बल्लेबाज़ों ने उनके इर्द गिर्द बल्लेबाज़ी की। बुमराह की तारीफ़ शब्दों में बयां नहीं की जा सकती। बुमराह के साथ मैंने काफ़ी क्रिकेट खेली है।”
बीसीसीआई के सचिव जय शाह ने भारतीय खिलाड़ियों को पुरस्कृत किया। इस दल को बुमराह लीड कर रहे हैं। उनके पीछे चहल, शिवम दुबे, जायसवाल, कोहली हैं..।
जसप्रीत बुमराह को उनकी शानदार गेंदबाजी के लिए प्लेयर ऑफ़ द सीरीज़ चुना गया। बुमराह ने कहा,” हम इसीलिए खेलते हैं। मैंने ख़ुद को जितना संभव हो चिंतित ना होने देने का प्रयास किया। यह काफ़ी अहम क्षण है। मेरा परिवार यहां है। इससे बेहतरीन क्षण कुछ और नहीं हो सकता। इस पूरे टूर्नामेंट में मैंने गेंद के हिसाब से गेंदबाज़ी करने का प्रयास किया। इस ट्रॉफ़ी को जीतने के लिए हमने कड़ी मेहनत की है। (निर्णायक ओवर पर), गेंद रिवर्स स्विंग हो रही थी और मैं लेंथ पर ही गेंद डालने का प्रयास कर रहा था।”
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बारबाडोस, 30 जून (आईएएनएस। अपनी कप्तानी में भारत को 17 साल बाद दूसरी बार टी 20 का विश्व चैंपियन बनाने वाले रोहित शर्मा ने इस सफलता के पीछे पिछले तीन-चार वर्षों की मेहनत का हाथ बताया है।
रोहित ने शनिवार को मैच के बाद कहा, ”तीन चार साल कैसे रहे हैं, इसका वर्णन काफ़ी मुश्किल है। इसके पीछे हमारी तीन चार सालों की मेहनत है। हम इस तरह के मुक़ाबलों में पहले भी हार चुके थे। लेकिन आज हमने यह कर दिखाया कि मुश्किल परिस्थितियों से कैसे निकला जाता है। टूर्नामेंट जीतने के लिए काफ़ी कुछ करना पड़ता है।”
कप्तान ने कहा ,”मुझे अपने खिलाड़ियों पर गर्व है और ख़ास तौर पर टीम मैनेजमेंट का शुक्रगुज़ार हूं कि उन्होंने हमें खेलने की छूट दी। सिर्फ़ मैं नहीं बल्कि किसी को विराट के फ़ॉर्म को लेकर संदेह नहीं था। उन्होंने 15-16 वर्षों में इस खेल के लिए बहुत कुछ किया है। विराट आज भी एक छोर पर डटे रहे और अन्य बल्लेबाज़ों ने उनके इर्द गिर्द बल्लेबाज़ी की। बुमराह की तारीफ़ शब्दों में बयां नहीं की जा सकती। बुमराह के साथ मैंने काफ़ी क्रिकेट खेली है।”
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जसप्रीत बुमराह को उनकी शानदार गेंदबाजी के लिए प्लेयर ऑफ़ द सीरीज़ चुना गया। बुमराह ने कहा,” हम इसीलिए खेलते हैं। मैंने ख़ुद को जितना संभव हो चिंतित ना होने देने का प्रयास किया। यह काफ़ी अहम क्षण है। मेरा परिवार यहां है। इससे बेहतरीन क्षण कुछ और नहीं हो सकता। इस पूरे टूर्नामेंट में मैंने गेंद के हिसाब से गेंदबाज़ी करने का प्रयास किया। इस ट्रॉफ़ी को जीतने के लिए हमने कड़ी मेहनत की है। (निर्णायक ओवर पर), गेंद रिवर्स स्विंग हो रही थी और मैं लेंथ पर ही गेंद डालने का प्रयास कर रहा था।”
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रोहित ने शनिवार को मैच के बाद कहा, ”तीन चार साल कैसे रहे हैं, इसका वर्णन काफ़ी मुश्किल है। इसके पीछे हमारी तीन चार सालों की मेहनत है। हम इस तरह के मुक़ाबलों में पहले भी हार चुके थे। लेकिन आज हमने यह कर दिखाया कि मुश्किल परिस्थितियों से कैसे निकला जाता है। टूर्नामेंट जीतने के लिए काफ़ी कुछ करना पड़ता है।”
कप्तान ने कहा ,”मुझे अपने खिलाड़ियों पर गर्व है और ख़ास तौर पर टीम मैनेजमेंट का शुक्रगुज़ार हूं कि उन्होंने हमें खेलने की छूट दी। सिर्फ़ मैं नहीं बल्कि किसी को विराट के फ़ॉर्म को लेकर संदेह नहीं था। उन्होंने 15-16 वर्षों में इस खेल के लिए बहुत कुछ किया है। विराट आज भी एक छोर पर डटे रहे और अन्य बल्लेबाज़ों ने उनके इर्द गिर्द बल्लेबाज़ी की। बुमराह की तारीफ़ शब्दों में बयां नहीं की जा सकती। बुमराह के साथ मैंने काफ़ी क्रिकेट खेली है।”
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रोहित ने शनिवार को मैच के बाद कहा, ”तीन चार साल कैसे रहे हैं, इसका वर्णन काफ़ी मुश्किल है। इसके पीछे हमारी तीन चार सालों की मेहनत है। हम इस तरह के मुक़ाबलों में पहले भी हार चुके थे। लेकिन आज हमने यह कर दिखाया कि मुश्किल परिस्थितियों से कैसे निकला जाता है। टूर्नामेंट जीतने के लिए काफ़ी कुछ करना पड़ता है।”
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जसप्रीत बुमराह को उनकी शानदार गेंदबाजी के लिए प्लेयर ऑफ़ द सीरीज़ चुना गया। बुमराह ने कहा,” हम इसीलिए खेलते हैं। मैंने ख़ुद को जितना संभव हो चिंतित ना होने देने का प्रयास किया। यह काफ़ी अहम क्षण है। मेरा परिवार यहां है। इससे बेहतरीन क्षण कुछ और नहीं हो सकता। इस पूरे टूर्नामेंट में मैंने गेंद के हिसाब से गेंदबाज़ी करने का प्रयास किया। इस ट्रॉफ़ी को जीतने के लिए हमने कड़ी मेहनत की है। (निर्णायक ओवर पर), गेंद रिवर्स स्विंग हो रही थी और मैं लेंथ पर ही गेंद डालने का प्रयास कर रहा था।”
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कप्तान ने कहा ,”मुझे अपने खिलाड़ियों पर गर्व है और ख़ास तौर पर टीम मैनेजमेंट का शुक्रगुज़ार हूं कि उन्होंने हमें खेलने की छूट दी। सिर्फ़ मैं नहीं बल्कि किसी को विराट के फ़ॉर्म को लेकर संदेह नहीं था। उन्होंने 15-16 वर्षों में इस खेल के लिए बहुत कुछ किया है। विराट आज भी एक छोर पर डटे रहे और अन्य बल्लेबाज़ों ने उनके इर्द गिर्द बल्लेबाज़ी की। बुमराह की तारीफ़ शब्दों में बयां नहीं की जा सकती। बुमराह के साथ मैंने काफ़ी क्रिकेट खेली है।”
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जसप्रीत बुमराह को उनकी शानदार गेंदबाजी के लिए प्लेयर ऑफ़ द सीरीज़ चुना गया। बुमराह ने कहा,” हम इसीलिए खेलते हैं। मैंने ख़ुद को जितना संभव हो चिंतित ना होने देने का प्रयास किया। यह काफ़ी अहम क्षण है। मेरा परिवार यहां है। इससे बेहतरीन क्षण कुछ और नहीं हो सकता। इस पूरे टूर्नामेंट में मैंने गेंद के हिसाब से गेंदबाज़ी करने का प्रयास किया। इस ट्रॉफ़ी को जीतने के लिए हमने कड़ी मेहनत की है। (निर्णायक ओवर पर), गेंद रिवर्स स्विंग हो रही थी और मैं लेंथ पर ही गेंद डालने का प्रयास कर रहा था।”
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जसप्रीत बुमराह को उनकी शानदार गेंदबाजी के लिए प्लेयर ऑफ़ द सीरीज़ चुना गया। बुमराह ने कहा,” हम इसीलिए खेलते हैं। मैंने ख़ुद को जितना संभव हो चिंतित ना होने देने का प्रयास किया। यह काफ़ी अहम क्षण है। मेरा परिवार यहां है। इससे बेहतरीन क्षण कुछ और नहीं हो सकता। इस पूरे टूर्नामेंट में मैंने गेंद के हिसाब से गेंदबाज़ी करने का प्रयास किया। इस ट्रॉफ़ी को जीतने के लिए हमने कड़ी मेहनत की है। (निर्णायक ओवर पर), गेंद रिवर्स स्विंग हो रही थी और मैं लेंथ पर ही गेंद डालने का प्रयास कर रहा था।”
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बारबाडोस, 30 जून (आईएएनएस। अपनी कप्तानी में भारत को 17 साल बाद दूसरी बार टी 20 का विश्व चैंपियन बनाने वाले रोहित शर्मा ने इस सफलता के पीछे पिछले तीन-चार वर्षों की मेहनत का हाथ बताया है।
रोहित ने शनिवार को मैच के बाद कहा, ”तीन चार साल कैसे रहे हैं, इसका वर्णन काफ़ी मुश्किल है। इसके पीछे हमारी तीन चार सालों की मेहनत है। हम इस तरह के मुक़ाबलों में पहले भी हार चुके थे। लेकिन आज हमने यह कर दिखाया कि मुश्किल परिस्थितियों से कैसे निकला जाता है। टूर्नामेंट जीतने के लिए काफ़ी कुछ करना पड़ता है।”
कप्तान ने कहा ,”मुझे अपने खिलाड़ियों पर गर्व है और ख़ास तौर पर टीम मैनेजमेंट का शुक्रगुज़ार हूं कि उन्होंने हमें खेलने की छूट दी। सिर्फ़ मैं नहीं बल्कि किसी को विराट के फ़ॉर्म को लेकर संदेह नहीं था। उन्होंने 15-16 वर्षों में इस खेल के लिए बहुत कुछ किया है। विराट आज भी एक छोर पर डटे रहे और अन्य बल्लेबाज़ों ने उनके इर्द गिर्द बल्लेबाज़ी की। बुमराह की तारीफ़ शब्दों में बयां नहीं की जा सकती। बुमराह के साथ मैंने काफ़ी क्रिकेट खेली है।”
बीसीसीआई के सचिव जय शाह ने भारतीय खिलाड़ियों को पुरस्कृत किया। इस दल को बुमराह लीड कर रहे हैं। उनके पीछे चहल, शिवम दुबे, जायसवाल, कोहली हैं..।
जसप्रीत बुमराह को उनकी शानदार गेंदबाजी के लिए प्लेयर ऑफ़ द सीरीज़ चुना गया। बुमराह ने कहा,” हम इसीलिए खेलते हैं। मैंने ख़ुद को जितना संभव हो चिंतित ना होने देने का प्रयास किया। यह काफ़ी अहम क्षण है। मेरा परिवार यहां है। इससे बेहतरीन क्षण कुछ और नहीं हो सकता। इस पूरे टूर्नामेंट में मैंने गेंद के हिसाब से गेंदबाज़ी करने का प्रयास किया। इस ट्रॉफ़ी को जीतने के लिए हमने कड़ी मेहनत की है। (निर्णायक ओवर पर), गेंद रिवर्स स्विंग हो रही थी और मैं लेंथ पर ही गेंद डालने का प्रयास कर रहा था।”
–आईएएनएस
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बारबाडोस, 30 जून (आईएएनएस। अपनी कप्तानी में भारत को 17 साल बाद दूसरी बार टी 20 का विश्व चैंपियन बनाने वाले रोहित शर्मा ने इस सफलता के पीछे पिछले तीन-चार वर्षों की मेहनत का हाथ बताया है।
रोहित ने शनिवार को मैच के बाद कहा, ”तीन चार साल कैसे रहे हैं, इसका वर्णन काफ़ी मुश्किल है। इसके पीछे हमारी तीन चार सालों की मेहनत है। हम इस तरह के मुक़ाबलों में पहले भी हार चुके थे। लेकिन आज हमने यह कर दिखाया कि मुश्किल परिस्थितियों से कैसे निकला जाता है। टूर्नामेंट जीतने के लिए काफ़ी कुछ करना पड़ता है।”
कप्तान ने कहा ,”मुझे अपने खिलाड़ियों पर गर्व है और ख़ास तौर पर टीम मैनेजमेंट का शुक्रगुज़ार हूं कि उन्होंने हमें खेलने की छूट दी। सिर्फ़ मैं नहीं बल्कि किसी को विराट के फ़ॉर्म को लेकर संदेह नहीं था। उन्होंने 15-16 वर्षों में इस खेल के लिए बहुत कुछ किया है। विराट आज भी एक छोर पर डटे रहे और अन्य बल्लेबाज़ों ने उनके इर्द गिर्द बल्लेबाज़ी की। बुमराह की तारीफ़ शब्दों में बयां नहीं की जा सकती। बुमराह के साथ मैंने काफ़ी क्रिकेट खेली है।”
बीसीसीआई के सचिव जय शाह ने भारतीय खिलाड़ियों को पुरस्कृत किया। इस दल को बुमराह लीड कर रहे हैं। उनके पीछे चहल, शिवम दुबे, जायसवाल, कोहली हैं..।
जसप्रीत बुमराह को उनकी शानदार गेंदबाजी के लिए प्लेयर ऑफ़ द सीरीज़ चुना गया। बुमराह ने कहा,” हम इसीलिए खेलते हैं। मैंने ख़ुद को जितना संभव हो चिंतित ना होने देने का प्रयास किया। यह काफ़ी अहम क्षण है। मेरा परिवार यहां है। इससे बेहतरीन क्षण कुछ और नहीं हो सकता। इस पूरे टूर्नामेंट में मैंने गेंद के हिसाब से गेंदबाज़ी करने का प्रयास किया। इस ट्रॉफ़ी को जीतने के लिए हमने कड़ी मेहनत की है। (निर्णायक ओवर पर), गेंद रिवर्स स्विंग हो रही थी और मैं लेंथ पर ही गेंद डालने का प्रयास कर रहा था।”
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बारबाडोस, 30 जून (आईएएनएस। अपनी कप्तानी में भारत को 17 साल बाद दूसरी बार टी 20 का विश्व चैंपियन बनाने वाले रोहित शर्मा ने इस सफलता के पीछे पिछले तीन-चार वर्षों की मेहनत का हाथ बताया है।
रोहित ने शनिवार को मैच के बाद कहा, ”तीन चार साल कैसे रहे हैं, इसका वर्णन काफ़ी मुश्किल है। इसके पीछे हमारी तीन चार सालों की मेहनत है। हम इस तरह के मुक़ाबलों में पहले भी हार चुके थे। लेकिन आज हमने यह कर दिखाया कि मुश्किल परिस्थितियों से कैसे निकला जाता है। टूर्नामेंट जीतने के लिए काफ़ी कुछ करना पड़ता है।”
कप्तान ने कहा ,”मुझे अपने खिलाड़ियों पर गर्व है और ख़ास तौर पर टीम मैनेजमेंट का शुक्रगुज़ार हूं कि उन्होंने हमें खेलने की छूट दी। सिर्फ़ मैं नहीं बल्कि किसी को विराट के फ़ॉर्म को लेकर संदेह नहीं था। उन्होंने 15-16 वर्षों में इस खेल के लिए बहुत कुछ किया है। विराट आज भी एक छोर पर डटे रहे और अन्य बल्लेबाज़ों ने उनके इर्द गिर्द बल्लेबाज़ी की। बुमराह की तारीफ़ शब्दों में बयां नहीं की जा सकती। बुमराह के साथ मैंने काफ़ी क्रिकेट खेली है।”
बीसीसीआई के सचिव जय शाह ने भारतीय खिलाड़ियों को पुरस्कृत किया। इस दल को बुमराह लीड कर रहे हैं। उनके पीछे चहल, शिवम दुबे, जायसवाल, कोहली हैं..।
जसप्रीत बुमराह को उनकी शानदार गेंदबाजी के लिए प्लेयर ऑफ़ द सीरीज़ चुना गया। बुमराह ने कहा,” हम इसीलिए खेलते हैं। मैंने ख़ुद को जितना संभव हो चिंतित ना होने देने का प्रयास किया। यह काफ़ी अहम क्षण है। मेरा परिवार यहां है। इससे बेहतरीन क्षण कुछ और नहीं हो सकता। इस पूरे टूर्नामेंट में मैंने गेंद के हिसाब से गेंदबाज़ी करने का प्रयास किया। इस ट्रॉफ़ी को जीतने के लिए हमने कड़ी मेहनत की है। (निर्णायक ओवर पर), गेंद रिवर्स स्विंग हो रही थी और मैं लेंथ पर ही गेंद डालने का प्रयास कर रहा था।”