कोलकाता, 30 जनवरी (आईएएनएस)। फरार तृणमूल कांग्रेस नेता और ईडी व सीएपीएफ कर्मियों पर 5 जनवरी को हुए हमले के मुख्य मास्टरमाइंड शेख शाहजहां ने भूमिगत रहते हुए अब अग्रिम जमानत के लिए कोलकाता में धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) की एक विशेष अदालत का दरवाजा खटखटाया है।
याचिका में आरोपी के हस्ताक्षर हैं। अब सवाल उठ रहे हैं कि उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखली में उनके आवास के सामने हुए सुनियोजित हमले के 25 दिन बीत जाने के बाद भी शाहजहां भूमिगत रहते हुए शपथ पत्र पर हस्ताक्षर करने और आगे बढ़ाने में कैसे कामयाब रहा।
यह घटनाक्रम शाहजहां को सोमवार सुबह 11 बजे तक साल्ट लेक स्थित ईडी कार्यालय में पेश होने की समय सीमा समाप्त होने के ठीक एक दिन बाद हुआ है। अग्रिम जमानत की अर्जी से जुड़ा मामला मंगलवार को पीएमएलए की विशेष अदालत में सुनवाई के लिए आ सकता है।
राजनीतिक पर्यवेक्षकों का मानना है कि यह घटनाक्रम विपक्षी ताकतों को इस विचार को प्रसारित करने के लिए एक अतिरिक्त हथियार प्रदान करेगा कि शाहजहां राज्य पुलिस बल की सुरक्षा में भूमिगत होकर काम कर रहा है।
पर्यवेक्षकों का मानना है कि इससे शाहजहां की तलाश के लिए केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा एक स्वतंत्र जांच के लिए ईडी के तर्क को भी मजबूती मिलेगी, न कि कलकत्ता उच्च न्यायालय के निर्देशानुसार इस उद्देश्य के लिए बनाई गई सीबीआई और राज्य पुलिस की संयुक्त विशेष जांच टीम (एसआईटी) की।
ईडी ने पड़ोसी देश बांग्लादेश भागने की आशंका में शाहजहां के खिलाफ पहले ही लुकआउट नोटिस जारी कर दिया है, क्योंकि भारत के साथ बांग्लादेश की अंतरराष्ट्रीय सीमा शाहजहां के निवास से बहुत करीब हैं।
–आईएएनएस
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