मुंबई, 22 मई (आईएएनएस)। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) सोमवार को महाराष्ट्र राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के प्रमुख जयंत पाटिल से कथित आईएल एंड एफएस घोटाले में उनकी भूमिका के संबंध में पूछताछ करेगा।
पाटिल को पिछले हफ्ते तलब किया गया था। लेकिन 13 मई को कर्नाटक चुनाव के नतीजे घोषित किए जा रहे थे और उन्होंने केंद्रीय एजेंसी से समय मांगा था। वह जांच के लिए सोमवार को पेश होंगे।
पाटिल को ईडी के समन ने राकांपा और राष्ट्रवादी युवा कांग्रेस पार्टी (एनवाईसीपी) के कार्यकर्ताओं, और कांग्रेस व शिवसेना (यूबीटी) जैसे महा विकास अघाड़ी (एमवीए) के सहयोगियों से राज्यव्यापी विरोध शुरू कर दिया, इसमें कई समर्थक उनके गृह नगर इस्लामपुर सांगली से मुंबई के लिए रवाना हुए।
एनसीपी और एनवाईसीपी कार्यकर्ताओं ने दक्षिण मुंबई में ईडी कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया। केंद्रीय जांच एजेंसी की निंदा करते हुए नारेबाजी करते हुए, पोस्टर, तख्तियां और बैनर लहराए।
एनवाईसीपी के अध्यक्ष महबूब शेख ने ईडी कार्यालय के पास विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व करते हुए कहा, हम चाहते हैं कि ईडी अपने राजनीतिक आकाओं को खुश करने के लिए केवल विपक्षी दलों या नेताओं को निशाना बनाने के बजाय भारतीय जनता पार्टी के सभी भ्रष्ट तत्वों की जांच करे।
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि कोई भी भ्रष्ट व्यक्ति भाजपा में शामिल हो जाता है, उनका सफाया किया जाता है और उनके खिलाफ भ्रष्टाचार के सभी मामले हटा दिए जाते हैं, लेकिन ईडी जैसी केंद्रीय एजेंसियां विपक्ष के खिलाफ प्रतिशोध लेती हैं।
जैसे ही विरोध तेज हुआ, पाटिल ने कहा कि वह एजेंसी के समन के अनुसार दोपहर के आसपास ईडी कार्यालय जाएंगे, और अपने पार्टी कार्यकर्ताओं से उनकी उपस्थिति के दौरान बाहर भीड़ नहीं लगाने की अपील की।
पाटिल ने कहा, मुझे अपनी पार्टी और यहां तक कि गठबंधन के अन्य सहयोगियों के नेताओं और कार्यकतार्ओं से फोन आ रहे हैं। मैं अपनी पार्टी के सभी नेताओं और कार्यकतार्ओं से मुंबई नहीं आने की अपील करता हूं। मैं ईडी की जांच में पूरा सहयोग करूंगा और आपके स्नेह के लिए आभारी हूं।
–आईएएनएस
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