तेहरान, 25 अगस्त (आईएएनएस)। ईरान के विदेश मंत्री हुसैन अमीर-अब्दुल्लाहियन ने विश्व स्तर पर स्वतंत्र और प्रभावी भूमिका निभाने के लिए ब्रिक्स की सराहना की है।
समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने गुरुवार को इंस्टाग्राम पर ब्रिक्स की क्षमताओं और समूह में शामिल होने के लिए ईरान की इच्छा के कारणों के बारे में विस्तार से बताते हुए यह टिप्पणी की।
गौरतलब है कि ब्रिक्स पांच प्रमुख उभरती अर्थव्यवस्थाओं, ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका का संक्षिप्त रूप है।
अमीर-अब्दुल्लाहियन ने कहा कि ब्रिक्स देश, जहां तीन अरब से अधिक लोग रहते हैं, जो दुनिया की 40 प्रतिशत आबादी के बराबर है और जिसका कुल क्षेत्रफल पृथ्वी के एक तिहाई के बराबर है, ईरान के साथ महत्वपूर्ण सहयोग रखते हैं।
उन्होंने ईरान की उन क्षमताओं को सूचीबद्ध किया, जो ब्रिक्स सदस्यों को उसके भू-राजनीतिक और भू-रणनीतिक स्थान, समृद्ध ऊर्जा संसाधनों, कुशल, विशिष्ट और कुशल कार्यबल, विभिन्न क्षेत्रों में आकर्षक प्रगति और राजनीतिक स्थिरता के रूप में लाभान्वित कर सकती हैं।
दक्षिण अफ्रीका के जोहान्सबर्ग में आयोजित 15वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में गुरुवार को घोषणा की गई कि ईरान, अर्जेंटीना, मिस्र, इथियोपिया, सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात सहित छह देशों को समूह में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया गया है, और उनकी सदस्यता 1 जनवरी 2024 से प्रभावी होगी।
अमीर-अब्दुल्लाहियन ने यह भी कहा कि 2018 में ईरान और विश्व शक्तियों के बीच 2015 के परमाणु समझौते से अमेरिका की वापसी, रूस-यूक्रेन युद्ध और अन्य अंतरराष्ट्रीय विकास ने पारंपरिक अंतरराष्ट्रीय गठबंधन के नकारात्मक कार्य को अच्छी तरह से साबित कर दिया है।
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि विभिन्न अंतरराष्ट्रीय तंत्रों के साथ सहयोग के माध्यम से बहुलवाद के सिद्धांत का पालन करना देशों के लिए अपने अधिकतम हितों की रक्षा के लिए एक अनुकूल विकल्प हो सकता है।
–आईएएनएस
सीबीटी