तेहरान, 9 अगस्त (आईएएनएस)। ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी ने कहा है कि जहां देश 2015 के परमाणु समझौते के पुनरुद्धार पर “सम्मान” के साथ चर्चा जारी रखेगा, वहीं यह अमेरिकी प्रतिबंधों का विरोध करने के लिए भी काम करेगा, क्योंकि इसमें विश्वास की कमी है।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने ईरानी राष्ट्रपति के कार्यालय के एक बयान का हवाला देते हुए बताया कि उन्होंने ये टिप्पणी ईरान के 21वें राष्ट्रीय मीडिया महोत्सव के समापन समारोह के दौरान की, जो 8 अगस्त को राष्ट्रीय पत्रकार दिवस के रूप में मनाया जाता है।
रईसी ने कहा, “हमने कभी भी (परमाणु) समझौते का उल्लंघन नहीं किया है और कभी भी बातचीत नहीं छोड़ी है। आज, हालांकि प्रतिबंधों और ठोस मांगों को उठाने के लिए बातचीत में हमारा दबदबा है, हम कभी भी दूसरे पक्ष पर भरोसा नहीं करेंगे। हमने कई मौकों पर उनको अपने वादे तोड़ते देखा है।”
ईरान ने जुलाई 2015 में विश्व शक्तियों के साथ परमाणु समझौते पर हस्ताक्षर किए, जिसे संयुक्त व्यापक कार्य योजना (जेसीपीओए) के रूप में जाना जाता है, जिसमें देश पर लगे प्रतिबंधों को हटाने के बदले में अपने परमाणु कार्यक्रम पर कुछ अंकुश लगाने पर सहमति जताई गई। हालांकि, अमेरिका मई 2018 में इस समझौते से बाहर हो गया और तेहरान पर अपने प्रतिबंध फिर से लगा दिए।
जेसीपीओए के पुनरुद्धार पर वार्ता अप्रैल 2021 में ऑस्ट्रिया के वियना में शुरू हुई। अगस्त 2022 में नवीनतम दौर की वार्ता के बाद कोई सफलता नहीं मिली है।
–आईएएनएस
एसकेपी