मैनपुरी, 7 दिसंबर (आईएएनएस)। समाजवादी पार्टी के नेता रामगोपाल यादव ने अपने गृह नगर मैनपुरी में प्रेस वार्ता का आयोजन किया। प्रेस वार्ता में उन्होंने महाराष्ट्र में विपक्षी गठबंधन महाविकास अघाड़ी द्वारा शपथ ग्रहण समारोह का बायकाट करने पर कहा कि उस चुनाव के नतीजों को गौर से देखने पर गड़बड़ी लगती है। साथ ही उन्होंने ममता बनर्जी द्वारा गठबंधन का प्रमुख बनाए जाने की इच्छा और संभल हिंसा सहित तमाम मुद्दों पर प्रतिक्रिया दी।
उन्होंने पत्रकारों से कहा, “महाराष्ट्र में रिजल्ट के बारे में संदेह तब बढ़ने लगा जब लोग कहने लगे कि उनके वोट कांग्रेस को गए थे, लेकिन वहां कांग्रेस के वोट ही नहीं निकले। यह स्थिति गड़बड़ी को ही दर्शाती है। ट्रंप ने भी कहा था कि अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में भी रूस ने तकनीक से हस्तक्षेप किया था, तो आज की तकनीकी दुनिया में यह कोई बड़ी बात नहीं है। हम अपने फोन में डिसअपीयरिंग मैसेज का इस्तेमाल करते हैं, जो कुछ मिनटों में गायब हो जाते हैं। इस तरह के बदलाव तकनीक के जरिए आसानी से किए जा सकते हैं।”
आगे ममता बनर्जी के इंडिया ब्लॉक के अध्यक्ष बनने की इच्छा जाहिर करने पर कहा, “राजनीति में कोई साधु-संत तो बनकर आता नहीं है। कोई भी इच्छा जाहिर कर सकता है। सब पद चाहते हैं। संभवत: उन्होंने इसलिए कहा होगा कि कांग्रेस ने चुनावों में अच्छा प्रदर्शन नहीं किया है, जैसे कि लोकसभा के चुनाव में हिमाचल प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक में उनकी पार्टी ने सीटें गंवाईं। इस स्थिति को देखते हुए, ममता ने नेतृत्व परिवर्तन की बात की।”
उन्होंने कहा, “भारत में विपक्ष को एकजुट रहने की आवश्यकता है, क्योंकि बिना गठबंधन के भाजपा को हराना कठिन होगा। इस बीच, ममता बनर्जी के बयान को यह भी दर्शाया गया है कि अगर विपक्ष एकजुट हो तो सत्ता में परिवर्तन संभव है। समाजवादी पार्टी के नेताओं का मानना है कि चुनाव तो लड़ने ही होंगे, चाहे वह उपचुनाव हो या सामान्य चुनाव। वे तैयार हैं और लोकतंत्र में उन्हें अपने अधिकार का पूरा इस्तेमाल करने का अवसर मिलेगा।”
संभल हिंसा पर उन्होंने कहा, “भारतीय जनता पार्टी पूरे देश में मंदिर निकाल रही है। भाजपा की मंशा है कि इस देश में आग लगे और यह लोग सत्ता में बने रहें। इनको देश से कोई मतलब नहीं है।”
–आईएएनएस
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