उज्जैन, 13 जनवरी (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने सोमवार क्षिप्रा शुद्धिकरण के लिए निर्माणाधीन कान्ह क्लोज डक्ट डायवर्जन परियोजना कार्य का उज्जैन के ग्राम बामोरा स्थित 32 मीटर गहरे शाफ्ट-3 की निर्माणाधीन टनल में उतरकर का निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को कार्य की गुणवत्ता, समय सीमा का विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि सिंहस्थ-2028 के दृष्टिगत कान्ह क्लोज डक्ट डायवर्जन परियोजना अत्यंत महत्वपूर्ण है। इस योजना से हमारे कई वर्षों का संकल्प मूर्त रूप लेगा। इस परियोजना से कान्ह का दूषित जल क्षिप्रा के किसी भी तट पर नहीं मिलेगा। कान्ह नदी का पानी शुद्धिकरण के बाद गंभीर नदी के डाउन-स्ट्रीम तक पहुंचाया जाएगा, जिससे किसानों को भी सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी भी मिल पाएगा।
मुख्यमंत्री ने टनल में उतरकर कार्यरत श्रमिकों से संवाद कर उनकी कार्यशैली, जीवन चर्चा और कार्य का समय एवं उनकी कुशलक्षेम जानी। श्रमिकों ने मुख्यमंत्री की सहृदयता और संवेदनशील व्यवहार देखकर उनसे खुलकर चर्चा की। श्रमिकों ने कहा कि वह माता क्षिप्रा को स्वच्छ करने वाली इस परियोजना के लिए युद्ध स्तर पर कार्य कर देश के लिए अपना योगदान दे रहे हैं। इस बात पर मुख्यमंत्री ने श्रमिकों के देश निर्माण में उल्लेखनीय योगदान व देश प्रेम की भावना की सराहना की।
इसके पूर्व एसीएस डॉ. राजेश राजौरा ने मुख्यमंत्री मोहन यादव, केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सीआर पाटील, जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट, प्रभारी मंत्री गौतम टेटवाल और नगर निगम सभापति कलावती यादव को योजना संबंधी सोमवार तक के कार्य प्रगति की जानकारी दी।
कान्ह क्लोज डक्ट परियोजना का भूमि-पूजन भी मुख्यमंत्री मोहन यादव ने जून 2024 में किया था। यह परियोजना सितंबर 2027 तक पूर्ण होगी। इसमें कार्य करने वाली एजेंसी द्वारा 15 वर्षों का संचालन तथा रख-रखाव का प्रावधान किया गया है। उक्त परियोजना की कुल लंबाई 30.15 किमी होगी, जिसमें 12 किमी लंबी टनल होगी और 18.15 किमी कट एंड कवर भाग होगा।
कान्ह डायवर्जन क्लोज डक्ट परियोजना निर्माणाधीन है, जिसके कट एंड कवर भाग में खुदाई एवं पीसीसी कार्य, टनल भाग में चार शाफ्ट के माध्यम से वर्टिकल एवं हॉरिजेन्टल खुदाई का कार्य एवं कास्टिंग यार्ड में प्री-कास्ट सेगमेंट की कास्टिंग का कार्य प्रगतिरत है।
परियोजना के शुरुआती 6.90 किमी कट एंड कवर भाग में खुदाई एवं पीसीसी कार्य प्रगति पर है। परियोजना अंतर्गत उपयोग में लाए जाने वाले प्री-कास्ट सेगमेंट की कास्टिंग का कार्य ग्राम गंगेडी में स्थित कास्टिंग यार्ड में जारी है। प्री-कास्ट सेगमेंट्स को कास्टिंग यार्ड से परियोजना के एलाइनमेंट तक पहुंचाने एवं पीसीसी बेड पर रखने तथा आपस में जोड़ने का कार्य जल्द ही प्रारंभ होगा।
परियोजना के टनल भाग अंतर्गत चार शाफ्ट क्रमशः ग्राम पालखेड़ी, चिंतामन जवासिया, बामोरा एवं देवराखेड़ी में स्थित है। शाफ्ट नंबर 1 एवं 2 में वर्टिकल खुदाई का कार्य प्रगति पर है तथा शाफ्ट नंबर 3 एवं 4 में वर्टिकल खुदाई पूर्ण की जा चुकी है एवं हॉरिजॉन्टल खुदाई का कार्य जारी है।
–आईएएनएस
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