उज्जैन(मध्य प्रदेश) 16 अगस्त (आईएएनएस)। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जीतू पटवारी के नेतृत्व में शुक्रवार को मध्य प्रदेश के उज्जैन जिले में ‘हल्ला बोल’ प्रदर्शन किया। पार्टी ने ‘बिगड़ती कानून व्यवस्था’, नर्सिंग घोटाला, नीट परीक्षा धोखाधड़ी व शिप्रा नदी के प्रदूषण जैसे मुद्दे उठाए।
पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह, पीसीसी चीफ जीतू पटवारी और उमंग सिंघार समेत कई बड़े नेता इस विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए। इस दौरान सभी नेताओं ने मौजूदा सरकार पर जमकर निशाना साधा।
इस दौरान मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा कि महाकाल की इस पवित्र नगरी में शराब का सबसे ज्यादा कारोबार हो रहा है। मध्य प्रदेश के मौजूदा सीएम उज्जैन के निवासी हैं, इससे शहरवासियों को गर्व होता है। मोहन यादव के शासन में उज्जैन डरा हुआ है। हर नागरिक डरा हुआ है, कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर अत्याचार हो रहे हैं। प्रदेश में लोगों को डराने और धमकाने के लिए प्रशासन का दुरुपयोग किया जा रहा है। सीएम मोहन यादव की कार्यशैली से बीजेपी के लोग भी डरे हुए हैं।
उन्होंने आगे कहा कि चाहे एससी-एसटी पर अत्याचार की बात हो या संविधान से छेड़छाड़ की, कांग्रेस पार्टी हमेशा खड़ी रहेगी। छोटे गांवों से लेकर शहरों तक किसी भी तरह का अत्याचार होगा, तो कांग्रेस पार्टी खड़ी रहेगी। कांग्रेस पार्टी का दावा है कि वह खून की आखिरी बूंद तक राज्य की जनता के साथ हो रहे अन्याय के खिलाफ लड़ेगी।
इस दौरान पार्टी कार्यकर्ताओं और मौजूद पुलिसकर्मियों के बीच हाथापाई भी हुई। प्रदर्शनकारियों को कलेक्ट्रेट तक पहुंचने से रोकने के लिए बैरिकेड्स लगाए गए थे। इस दौरान बैरिकेड पर चढ़ने की कोशिश कर रहे प्रदर्शनकारियों के बीच पुलिस से हाथापाई भी हुई। हाथापाई के बाद पीसीसी चीफ जीतू पटवारी समेत प्रदर्शनकारी सड़क पर बैठ गए और उज्जैन कलेक्ट्रेट का घेराव कर दिया। प्रदर्शनकारी करीब एक घंटे तक सड़क पर बैठे रहे और पटवारी द्वारा उज्जैन कलेक्टर को अल्टीमेटम दिए जाने के बाद प्रदर्शन खत्म हुआ।
–आईएएनएस
आरके/सीबीटी