उत्तरकाशी, 6 जुलाई (आईएएनएस)। उत्तराखंड में मानसून ने अपना कहर बरपाना शुरू कर दिया है। मानसून की पहली ही बारिश से पूरे प्रदेश में हर तरफ तबाही दिखाई दे रही है। पहाड़ से लेकर मैदान तक पानी, भूस्खलन ही दिखाई दे रहा है।
पहाड़ों पर हो रही लगातार मूसलाधार बारिश से प्रदेश की सभी नदियां उफान पर हैं। बद्रीनाथ में अलकनंदा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। गंगोत्री में भागीरथी नदी का जलस्तर भी लगातार बढ़ रहा है।
वहीं उत्तरकाशी में लगातार हो रही बारिश मुसीबत का सबब बन गई है। बारिश के कारण अब सड़कों पर मलबा आने लगा है। साथ ही भूस्खलन की घटनाएं भी हो रही हैं। मोरी में बारिश से जनजीवन प्रभावित हुआ है। मोरी तहसील में रात से हो रही भारी बारिश के कारण त्यूनी- पुरोला-नौगांव मोटर मार्ग खरसाडी के पास बंद हो गया है।
भारी बारिश के कारण खरसाडी में सड़क पर मलबा और बोल्डर आ गए हैं, जिसकी चपेट में आने से कार क्षतिग्रस्त हो गई है और मार्ग बंद हो गया है।
लोक निर्माण विभाग पुरोला के अधिकारियों का कहना है कि मार्ग को जल्द ही सुचारू कर दिया जाएगा। सड़कों से मलबा हटाने का काम चल रहा है।
मौसम विभाग ने पहले ही प्रदेश में दो दिन भारी बारिश को लेकर अलर्ट जारी किया है। इसमें कुमाऊं में भारी बारिश को लेकर रेड अलर्ट है। कुमाऊं डीएम ने बच्चों की सुरक्षा को देखते हुए और मौसम विभाग की चेतावनी के बाद कई जिलों में सभी स्कूलों और आंगनबाड़ी केंद्रों में 2 दिनों की छुट्टियां घोषित कर दी है।
मौसम विभाग ने गढ़वाल में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। लोगों को पहाड़ पर आवागमन न करने की सलाह भी दी गई है। जो लोग नदियों के पास रह रहे हैं, उन्हें सुरक्षित स्थानों पर जाने की भी सलाह दी गई है।
प्रदेश में भारी बारिश के कारण सभी नदियों, बरसाती नालों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। इसे देखते हुए मौसम विभाग ने सभी को सतर्क रहने की अपील की है।
–आईएएनएस
स्मिता/एसकेपी