सोल, 7 अक्टूबर (आईएएनएस)। सोल का कहना है कि वह प्योंगयांग की उकसावे वाली कार्रवाई के खिलाफ अपनी तैयारी जारी रखेगा। दक्षिण कोरिया के विदेश मंत्री चो ताए-युल ने संसदीय सुनवाई के दौरान उत्तर कोरिया की कई उकसावे वाली कार्रवाईयों का हवाला देते हुए यह टिप्पणी की।
योनहाप समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, चो ने कहा, “सरकार उत्तर कोरिया की ओर से संभावित उकसावे की कार्रवाइयों के खिलाफ पूरी तरह से तैयार रहेगी, साथ ही दक्षिण कोरिया-अमेरिका के बीच घनिष्ठ सहयोग सुनिश्चित करेगी, खासकर अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव और सरकार के संक्रमण काल के दौरान।”
चो ने कहा कि सकारात्मक गति को बनाए रखने के लिए सोल जापान की नई सरकार के साथ अपने सहयोग को मजबूत बनाना जारी रखेगा। बता दें पूर्व रक्षा मंत्री शिगेरू इशिबा को नए प्रधान मंत्री के रूप में चुना गया है।
उत्तर कोरिया ने पिछले कुछ समय से अपनी कई गतिविधियों से कोरियाई प्रायद्वीप में तनाव बढ़ा दिया है। इसमें प्योंगयांग द्वारा यूरेनियम एनरिचमेंट फैसिलिटी का खुलासा, हथियारों की लगातार टेस्टिंग, कठोर बयानबाजी और दक्षिण कोरिया में कचरे से भरे गुब्बारे छोड़ने जैसी गतिविधियां शामिल हैं।
ऐसे लगता है कि अब सोल भी प्योंगयांग को कड़ा संदेश देना चाहता है। दक्षिण कोरिया ने आर्म्ड फोर्सेज डे के अवसर पर 1 अक्टूबर को पहली बार अपनी सबसे शक्तिशाली ‘मॉन्स्टर’ मिसाइल, को सार्वजनिक प्रदर्शन किया। यह उत्तर कोरिया की परमाणु और मिसाइल धमकियों के बीच सोल की प्योंगयांग को स्पष्ट चेतावनी थी।
जमीन से जमीन पर मार करने वाली इस बैलिस्टिक मिसाइल को इसके आकार के कारण ‘मॉन्स्टर’ कहा जाता है। इसे सामरिक महत्व के कारण गोपनीयता में रखा गया था। यह लगभग 8 टन वजन का वारहेड ले जाने में सक्षम है और अंडरग्राउंड बंकरों को नष्ट करने में सक्षम है।
दक्षिण कोरिया ने ‘ह्यूनमू’ मिसाइलों की एक सीरीज डेवलप की है। इसमें बैलिस्टिक और क्रूज मिसाइलें शामिल हैं।
दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति यूं सुक योल सशस्त्र सेना दिवस समारोह में कहा कि यदि प्योंगयांग परमाणु हथियारों का इस्तेमाल करने की कोशिश करता है तो उसे करारा जवाब दिया जाएगा।
–आईएएनएस
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