सियोल, 27 सितंबर (आईएएनएस)| दक्षिण कोरिया के विदेश मंत्री चो ह्यून ने न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा के इतर रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव के साथ मुलाकात की। विदेश मंत्रालय की ओर से शनिवार को बताया कि दोनों देशों के नेताओं ने कोरियाई प्रायद्वीप की सुरक्षा को लेकर चर्चा की।
विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया कि विदेश मंत्री चो ने रूसी विदेश मंत्री लावरोव को सियोल में नॉर्थ कोरिया की नीतियों से अवगत कराया, जिसका उद्देश्य उत्तरी कोरिया के साथ तनाव कम करना और कोरियाई प्रायद्वीप में शांति और स्थिरता स्थापित करना है।
विदेश मंत्री चो ने उत्तरी कोरिया के साथ रूस के सैन्य अभ्यास को लेकर गंभीर चिंता व्यक्त की और इसे समाप्त करने के लिए कहा।
रूसी न्यूज एजेंसी रिया नोवोस्ती के अनुसार बैठक के दौरान रूसी विदेश मंत्री लावरोव ने उत्तरी कोरिया को निशाना बनाकर अमेरिका और उसके एशियाई सहयोगियों की सैन्य गतिविधियों की निंदा की।
रिपोर्ट में रूसी विदेश मंत्रालय के हवाले से बताया गया कि लावरोव ने नॉर्थ कोरिया को उकसाने वाले गतिविधियों, बैन और दबाव पर प्रकाश डाला और नॉर्थ ईस्ट एशिया में शांति स्थापित करने के लिए आपसी सम्मान और भरोसे के आधार पर आगे बढ़ने पर जोर दिया।
दक्षिण कोरिया के विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान के अनुसार चो ने साउथ कोरियाई नागरिकों की सुरक्षा की ओर रूसी विदेश मंत्री का ध्यान खींचा और रूस में काम कर रहे साउथ कोरियाई कंपनियों के लिए उनकी सुरक्षा और सुविधा के अनुकूल वातावरण को तैयार करने पर जोर दिया।
योनहाप न्यूज एजेंसी के अनुसार दोनों नेताओं ने भविष्य में जरूरी बातचीत को जारी रखने पर सहमति जताई।
2022 से शुरू हुए रूस-यूक्रेन युद्ध के बाद से दोनों देशों के शीर्ष नेताओं के बीच यह पहली बार औपचारिक द्विपक्षीय वार्ता हुई। हालांकि, जुलाई में लाओस में आयोजित एसोसिएशन ऑफ साउथ ईस्ट एशियन नेशन (आसियान) सम्मेलन के दौरान लावरोव ने तत्कालीन विदेश मंत्री चो ताए-यूल के साथ मुलाकात की थी।
पिछले साल साउथ कोरिया के पूर्व विदेश मंत्री चो ताए-यूल ने रूस और उत्तर कोरिया के बीच बढ़ी सैन्य गतिविधियों पर चिंता जाहिर की थी और कहा था कि इससे कोरियाई प्रायद्वीप और इसके आसपास के क्षेत्र में सुरक्षा के लिए खतरा बढ़ाने में प्योंगयांग को मदद मिलेगी।
— आईएएनएस
कनक/वीसी