उधमपुर, 14 अक्टूबर (आईएएनएस)। उधमपुर के सरकारी मेडिकल कॉलेज ने शैक्षणिक सत्र 2024 में अपना दूसरा एमबीबीएस बैच शुरू कर दिया है।
जम्मू कश्मीर में इस सरकारी मेडिकल कॉलेज को साल 2020 में चिकित्सा शिक्षा में सुधार और केंद्र शासित प्रदेश की स्वास्थ्य सेवा प्रणाली को मजबूत करने के लिए केंद्र प्रायोजित योजना के तहत मंजूरी दी गई थी। इसका लक्ष्य स्वास्थ्य सेवा प्रणालियों को देश के शीर्ष स्वास्थ्य संस्थानों के बराबर बनाना था।
इस अवसर पर कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. मृत्युंजय ने दूसरे बैच के छात्रों को गर्मजोशी से स्वागत किया। उन्होंने कहा कि भारत सरकार और केंद्र शासित प्रदेश सरकार द्वारा स्वास्थ्य क्षेत्र के विकास के लिए किए जा रहे प्रयासों के तहत, केंद्र और जम्मू-कश्मीर सरकार सभी को सस्ती स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के अलावा स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे की उन्नति और उन्नयन के लिए कई सुधारात्मक उपाय कर रही है।
उन्होंने आईएएनएस से बातचीत के दौरान कहा, “आज का दिन बहुत शुभ है। आज हमारा दूसरा बैच शुरू हो रहा है। पहले बैच का यूनिवर्सिटी एग्जाम हो चुका है। दूसरे बैच में 100 बच्चों को दाखिला मिला है। यह सेंट्रल स्कीम के तहत मेडिकल कॉलेज बना है। प्रिंसिपल के तौर पर मेरा सौभाग्य है कि मैं दूसरे बैच का यहां पर स्वागत कर रहा हूं। फाउंडेशन कोर्स के साथ छात्रों की पढ़ाई शुरू हो रही है। रोजाना सुबह 9 से 5 बजे तक इनकी क्लासेस चलेंगी।”
दूसरे बैच के छात्रों ने बताया कि उन्हें बहुत खुशी हो रही है कि उन्हें इस कॉलेज में दाखिला मिला है। पहले हमें पढ़ाई के लिए राजौरी से बाहर जाना पड़ता था। यहां कॉलेज की सुविधा देने के लिए हम केंद्र सरकार को धन्यवाद करना चाहते हैं।
अन्य छात्रा ने कहा, “मेरा इस कॉलेज में दाखिला हुआ है। मुझे बहुत खुशी हो रही है क्योंकि, पहले कॉलेज नहीं होने से हमें बाहर जाना पड़ता था। मैं केंद्र सरकार का धन्यवाद करना चाहती हूं कि उन्होंने यहां पर जिला अस्पताल में मेडिकल कॉलेज बनाए। जिससे हमें यहां पर पढ़ने के लिए मौका मिला।”
–आईएएनएस
डीकेएम/एएस
उधमपुर, 14 अक्टूबर (आईएएनएस)। उधमपुर के सरकारी मेडिकल कॉलेज ने शैक्षणिक सत्र 2024 में अपना दूसरा एमबीबीएस बैच शुरू कर दिया है।
जम्मू कश्मीर में इस सरकारी मेडिकल कॉलेज को साल 2020 में चिकित्सा शिक्षा में सुधार और केंद्र शासित प्रदेश की स्वास्थ्य सेवा प्रणाली को मजबूत करने के लिए केंद्र प्रायोजित योजना के तहत मंजूरी दी गई थी। इसका लक्ष्य स्वास्थ्य सेवा प्रणालियों को देश के शीर्ष स्वास्थ्य संस्थानों के बराबर बनाना था।
इस अवसर पर कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. मृत्युंजय ने दूसरे बैच के छात्रों को गर्मजोशी से स्वागत किया। उन्होंने कहा कि भारत सरकार और केंद्र शासित प्रदेश सरकार द्वारा स्वास्थ्य क्षेत्र के विकास के लिए किए जा रहे प्रयासों के तहत, केंद्र और जम्मू-कश्मीर सरकार सभी को सस्ती स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के अलावा स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे की उन्नति और उन्नयन के लिए कई सुधारात्मक उपाय कर रही है।
उन्होंने आईएएनएस से बातचीत के दौरान कहा, “आज का दिन बहुत शुभ है। आज हमारा दूसरा बैच शुरू हो रहा है। पहले बैच का यूनिवर्सिटी एग्जाम हो चुका है। दूसरे बैच में 100 बच्चों को दाखिला मिला है। यह सेंट्रल स्कीम के तहत मेडिकल कॉलेज बना है। प्रिंसिपल के तौर पर मेरा सौभाग्य है कि मैं दूसरे बैच का यहां पर स्वागत कर रहा हूं। फाउंडेशन कोर्स के साथ छात्रों की पढ़ाई शुरू हो रही है। रोजाना सुबह 9 से 5 बजे तक इनकी क्लासेस चलेंगी।”
दूसरे बैच के छात्रों ने बताया कि उन्हें बहुत खुशी हो रही है कि उन्हें इस कॉलेज में दाखिला मिला है। पहले हमें पढ़ाई के लिए राजौरी से बाहर जाना पड़ता था। यहां कॉलेज की सुविधा देने के लिए हम केंद्र सरकार को धन्यवाद करना चाहते हैं।
अन्य छात्रा ने कहा, “मेरा इस कॉलेज में दाखिला हुआ है। मुझे बहुत खुशी हो रही है क्योंकि, पहले कॉलेज नहीं होने से हमें बाहर जाना पड़ता था। मैं केंद्र सरकार का धन्यवाद करना चाहती हूं कि उन्होंने यहां पर जिला अस्पताल में मेडिकल कॉलेज बनाए। जिससे हमें यहां पर पढ़ने के लिए मौका मिला।”
–आईएएनएस
डीकेएम/एएस