उन्नाव, 22 अक्टूबर (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश में 2017 के उन्नाव बलात्कार पीड़िता ने अपने रिश्तेदारों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है, जिसमें उन पर सरकार और गैर सरकारी संगठनों से मिले पैसे हड़पने और उन्हें घर से बाहर निकालने का आरोप लगाया गया है।
गौरतलब है कि इस मामले में 2019 में तत्कालीन बीजेपी विधायक कुलदीप सेंगर को दोषी ठहराया गया था।
एएसपी शशि शेखर सिंह ने बताया कि महिला की शिकायत पर माखी थाने में उनके चाचा, मां, बहन और एक अन्य व्यक्ति के खिलाफ आईपीसी की धारा 406 (आपराधिक विश्वासघात) और 506 (आपराधिक धमकी) के तहत एफआईआर दर्ज की गई है।
एएसपी ने कहा, “मामले की जांच शुरू कर दी गई है।”
शिकायत में महिला ने आरोप लगाया कि उसे अपने परिवार से धमकियों का सामना करना पड़ रहा है।
उन्होंने आरोप लगाया, “जब मैंने अपने खर्चों के लिए पैसे मांगे, जो मुझे अदालत के आदेश पर सरकार और गैर सरकारी संगठनों द्वारा दिए गए थे, तो मेरे चाचा ने कहा कि मामले पर 7 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं और प्राप्त धन पर्याप्त नहीं है।”
महिला ने बताया कि उनके चाचा हत्या के प्रयास के एक मामले में तिहाड़ जेल में 10 साल की सजा काट रहे हैं।
उन्होंने अपनी शिकायत में कहा, “उनके निर्देश पर मेरी मां और बहन मेरे पति की जान की दुश्मन बन गई हैं।” उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि उन्हें और उनके पति को सरकार से मिले घर से बाहर निकाल दिया गया।
उन्नाव के माखी रेप केस में विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को सजा दिलाने में पीड़िता के चाचा ने अहम भूमिका निभाई थी।
पीड़िता ने जेल में बंद अपने चाचा पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि उनके पति और उन्हें परिवार वालों से खतरा है।
–आईएएनएस
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