कोलकाता, 27 मार्च (आईएएनएस)। मुर्शिदाबाद जिले के सागरदिघी विधानसभा क्षेत्र के हालिया उपचुनाव में हार ने अल्पसंख्यक बहुल पूर्ववर्ती तृणमूल कांग्रेस के गढ़ में समर्पित वोट बैंक के खिसकने का संकेत दिया और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को अल्पसंख्यक मामलों और मदरसा शिक्षा के प्रभारी मंत्री को बदलने और स्वयं इसका प्रभार लेने के लिए प्रेरित किया।
अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री के पद से गुलाम रब्बानी को हटाने के फैसले की घोषणा सोमवार को की गई, जब यह भी कहा गया कि विभाग के मामले अब मुख्यमंत्री के दायरे में होंगे। रब्बानी का तबादला बागवानी विभाग में कर दिया गया है।
एमएसएमई और कपड़ा विभाग के प्रभारी राज्य मंत्री चंद्रनाथ सिन्हा को अल्पसंख्यक मामलों और मदरसा शिक्षा राज्य मंत्री का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। सागरदिघी उपचुनाव में वाम मोर्चा समर्थित कांग्रेस उम्मीदवार बायरन बिस्वास ने तृणमूल के देवाशीष बनर्जी को 22,980 मतों के अंतर से हराया था। परिणाम तृणमूल के लिए झटके के रूप में आया, क्योंकि सागरदिघी- अल्पसंख्यक बहुल निर्वाचन क्षेत्र- सत्ताधारी पार्टी का पारंपरिक गढ़ था, जहां उसने 2011 से बड़े अंतर से जीत हासिल की थी।
हाल ही में तृणमूल ने पार्टी के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ में भी फेरबदल किया था। अब मुख्यमंत्री का स्वयं अल्पसंख्यक मामलों और मदरसा शिक्षा विभाग का कार्यभार संभालना पश्चिम बंगाल की उभरती राजनीतिक स्थिति में महत्वपूर्ण हो जाता है।
–आईएएनएस
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