गाजियाबाद, 18 अक्टूबर (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के विधानसभा उपचुनाव में शुक्रवार से नामांकन प्रक्रिया शुरू हो गई। दिल्ली से सटे गाजियाबाद में भी एक सीट गाजियाबाद शहर पर उपचुनाव होना है। यहां पर भी नामांकन शुरू हो गया है। नामांकन 18 से 25 अक्टूबर तक होगा। इसके बाद नामांकन पत्रों की जांच की जाएगी, जो 28 अक्टूबर को होगी।
इस विधानसभा उपचुनाव को लेकर गाजियाबाद में अभी भाजपा-कांग्रेस और बसपा ने अपने उम्मीदवारों के नामों की घोषणा नहीं की है। वहीं, नगीना के सांसद चंद्रशेखर आजाद ने अपनी पार्टी ‘आजाद समाज पार्टी’ की तरफ से उम्मीदवार की घोषणा कर दी है और वह जोर-शोर से चुनावी तैयारी में जुट गए हैं।
भाजपा की बात करें तो वह मौजूदा सांसद अतुल गर्ग के सांसद बनने के बाद खाली हुई गाजियाबाद शहर की सीट पर एक ऐसे उम्मीदवार को लाने की कोशिश कर रही है, जिसका नाम चर्चित हो और लोगों में उसकी पैठ भी हो। इसलिए अभी तक भाजपा ने नाम घोषित नहीं किया है। उम्मीद की जा रही है कि 22 या 23 अक्टूबर के बीच नाम की घोषणा की जाएगी। भाजपा में अभी कई नाम पर मंथन चल रहा है।
वहीं, कांग्रेस की बात करें तो कांग्रेस और सपा के गठबंधन के चलते कई पुराने कांग्रेसी भी इस चुनाव में दम भरते दिखाई दे रहे हैं। लेकिन, अभी तक कांग्रेस की तरफ से कोई नाम मैदान में नहीं लाया गया है।
इन सबसे अलग बसपा भी जातीय समीकरण में संभावनाएं तलाश कर रही है। एक तरफ जहां बसपा का अपना कोर वोटर है और वहीं दूसरी तरफ अन्य समाज के लोग हैं। इनके समीकरण को देखते हुए बसपा अभी नाम पर विचार कर रही है। माना जा रहा है कि इस बार बसपा प्रत्याशी को सोच-समझकर मैदान में लेकर आएगी।
इन सबके बीच नगीना सांसद चंद्रशेखर आजाद की आजाद समाज पार्टी काफी पहले ही गाजियाबाद सीट से सत्येंद्र चौधरी को प्रत्याशी घोषित कर चुकी है। वे तभी से जोर-शोर से चुनावी तैयारियों में जुटे हुए हैं।
गाजियाबाद में विधानसभा चुनाव में कुल 4 लाख 61 हजार 360 मतदाता रजिस्टर्ड हैं। इसमें से 2,54,017 पुरुष और 2,073,14 महिला मतदाता हैं। इनके अलावा 2,388 दिव्यांग मतदाता भी हैं।
–आईएएनएस
पीकेटी/एबीएम
गाजियाबाद, 18 अक्टूबर (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के विधानसभा उपचुनाव में शुक्रवार से नामांकन प्रक्रिया शुरू हो गई। दिल्ली से सटे गाजियाबाद में भी एक सीट गाजियाबाद शहर पर उपचुनाव होना है। यहां पर भी नामांकन शुरू हो गया है। नामांकन 18 से 25 अक्टूबर तक होगा। इसके बाद नामांकन पत्रों की जांच की जाएगी, जो 28 अक्टूबर को होगी।
इस विधानसभा उपचुनाव को लेकर गाजियाबाद में अभी भाजपा-कांग्रेस और बसपा ने अपने उम्मीदवारों के नामों की घोषणा नहीं की है। वहीं, नगीना के सांसद चंद्रशेखर आजाद ने अपनी पार्टी ‘आजाद समाज पार्टी’ की तरफ से उम्मीदवार की घोषणा कर दी है और वह जोर-शोर से चुनावी तैयारी में जुट गए हैं।
भाजपा की बात करें तो वह मौजूदा सांसद अतुल गर्ग के सांसद बनने के बाद खाली हुई गाजियाबाद शहर की सीट पर एक ऐसे उम्मीदवार को लाने की कोशिश कर रही है, जिसका नाम चर्चित हो और लोगों में उसकी पैठ भी हो। इसलिए अभी तक भाजपा ने नाम घोषित नहीं किया है। उम्मीद की जा रही है कि 22 या 23 अक्टूबर के बीच नाम की घोषणा की जाएगी। भाजपा में अभी कई नाम पर मंथन चल रहा है।
वहीं, कांग्रेस की बात करें तो कांग्रेस और सपा के गठबंधन के चलते कई पुराने कांग्रेसी भी इस चुनाव में दम भरते दिखाई दे रहे हैं। लेकिन, अभी तक कांग्रेस की तरफ से कोई नाम मैदान में नहीं लाया गया है।
इन सबसे अलग बसपा भी जातीय समीकरण में संभावनाएं तलाश कर रही है। एक तरफ जहां बसपा का अपना कोर वोटर है और वहीं दूसरी तरफ अन्य समाज के लोग हैं। इनके समीकरण को देखते हुए बसपा अभी नाम पर विचार कर रही है। माना जा रहा है कि इस बार बसपा प्रत्याशी को सोच-समझकर मैदान में लेकर आएगी।
इन सबके बीच नगीना सांसद चंद्रशेखर आजाद की आजाद समाज पार्टी काफी पहले ही गाजियाबाद सीट से सत्येंद्र चौधरी को प्रत्याशी घोषित कर चुकी है। वे तभी से जोर-शोर से चुनावी तैयारियों में जुटे हुए हैं।
गाजियाबाद में विधानसभा चुनाव में कुल 4 लाख 61 हजार 360 मतदाता रजिस्टर्ड हैं। इसमें से 2,54,017 पुरुष और 2,073,14 महिला मतदाता हैं। इनके अलावा 2,388 दिव्यांग मतदाता भी हैं।
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