लखनऊ 6 जुलाई (आईएएनएस)। लोकसभा चुनाव के बाद भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री (संगठन) बीएल संतोष शनिवार को पहली बार दो दिवसीय दौरे पर लखनऊ पहुंचे। इस मौके पर उन्होंने कहा कि प्रदेश में होने वाले उपचुनाव को मजबूती से लड़कर विजय सुनिश्चित करने के संकल्प के साथ काम करना है।
भाजपा के प्रदेश मुख्यालय में हुई बैठकों में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, ब्रजेश पाठक, प्रदेश महामंत्री (संगठन) धर्मपाल सिंह तथा प्रदेश महामंत्री व क्षेत्रीय अध्यक्ष मौजूद रहे।
शनिवार को अपने दो दिवसीय संगठनात्मक प्रवास पर लखनऊ पहुंचे राष्ट्रीय महामंत्री (संगठन) बीएल संतोष ने आगामी कार्यक्रम व अभियानों सहित प्रदेश कार्यसमिति बैठक की तैयारियों पर चर्चा की। बीएल संतोष ने कहा कि संगठन के विस्तार का कार्य निरंतर अनवरत चलता है। प्रदेश में होने वाले उपचुनाव को मजबूती से लड़कर विजय सुनिश्चित करने के संकल्प के साथ काम करना है।
उन्होंने कहा कि भाजपा राजनैतिक कार्यक्रमों व अभियानों के साथ ही अपने सामाजिक व राष्ट्रीय दायित्वों के प्रति भी सजग है। प्रकृति के संरक्षण व संवर्धन के संकल्प के साथ ‘‘एक पेड़ मां के नाम‘‘ अभियान से पार्टी पदाधिकारी, जनप्रतिनिधि, कार्यकर्ता सहित स्थानीय नागरिकों को भी जोड़ने का काम करना है। उन्होंने कहा कि भाजपा सर्वस्पर्शी, सर्वव्यापी, सर्वग्राही एवं सर्वसमावेशी संगठन है। हमें सतत सम्पर्क व संवाद के मूलमंत्र के साथ जनता के सदैव सम्पर्क में रहकर कार्य करना है।
राष्ट्रीय महामंत्री (संगठन) बीएल संतोष ने लखनऊ में होने वाली प्रदेश कार्यसमिति बैठक की तैयारियों की जानकारी लेते हुए कहा कि प्रदेश कार्यसमिति बैठक से संगठनात्मक कार्ययोजना को पटल पर रखा जाएगा, जो आगामी कार्यक्रमों एवं अभियानों के माध्यम से संगठन को गति प्रदान करेंगे।
ज्ञात हो कि लोकसभा चुनाव के बाद यूपी में 10 सीटों पर विधानसभा के उपचुनाव होने हैं। इसमें कानपुर के सीसामऊ की सीट समाजवादी पार्टी के विधायक इरफान सोलंकी को सजा सुनाए जाने के बाद खाली हुई है। इसके अलावा नौ सीटों के विधायकों के सांसद चुने जाने के बाद उपचुनाव हो रहा है। इनमें से पांच सीटें करहल, सीसामऊ, मिल्कीपुर, कटेहरी और कुंदरकी अभी तक सपा के पास थी। इसके अलावा खैर, गाजियाबाद और फूलपुर सीट बीजेपी के पास, तो मझवा निषाद पार्टी और मीरापुर रालोद के पास थी।
—आईएएनएस
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