गाजियाबाद, 30 दिसंबर (आईएएनएस)। साल 2024 नमो भारत कॉरिडोर के लिए वृद्धि, विकास और विस्तार का समय रहा। आगे की कड़ी में दिल्ली-मेरठ कॉरिडोर के दिल्ली सेक्शन का 13 किलोमीटर का अतिरिक्त हिस्सा चलने के लिए तैयार है। इस विस्तार के साथ, नमो भारत कॉरिडोर का परिचालित खंड अब 42 किलोमीटर से बढ़कर कुल 11 स्टेशन के साथ 55 किलोमीटर का हो जाएगा।
20 अक्टूबर 2023 को प्रधानमंत्री ने भारत के प्रथम दिल्ली-मेरठ नमो भारत रैपिड रेल कॉरिडोर का उद्घाटन किया था। इस अवसर पर साहिबाबाद और दुहाई डिपो के बीच 17 किलोमीटर के प्रथम खंड को राष्ट्र के नाम समर्पित किया गया और पहली नमो भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाई गई। 6 मार्च 2024 को कॉरिडोर के 17 किलोमीटर के अतिरिक्त खंड को शुरू करते हुए मोदी नगर नॉर्थ तक का हिस्सा जनता के लिए शुरू किया गया, जिसे 18 अगस्त 2024 को 8 किलोमीटर और बढ़ाते हुए मेरठ साउथ तक विस्तारित किया गया। नमो भारत सेवा जल्द ही यात्रियों के बीच लोकप्रिय हो गई। अब तक 50 लाख से ज़्यादा यात्री नमो भारत ट्रेन से यात्रा कर चुके हैं।
न्यू अशोक नगर से सराय काले खां तक के शेष 5 किलोमीटर और मेरठ साउथ से मोदीपुरम तक के 23 किलोमीटर खंड पर सिविल कार्य लगभग पूरा होने वाला है। इसके साथ ही ट्रैक बिछाने और ओएचई (ओवरहेड इलेक्ट्रिक) इंस्टॉलेशन का काम भी तेजी से चल रहा है। एनसीआरटीसी 2025 के अपने निर्धारित समय में पूरे कॉरिडोर को परिचालित करने के लक्ष्य की ओर तेज़ी से अग्रसर है।
इस वर्ष एनसीआरटीसी ने ग्रीन पावर की दिशा में उल्लेखनीय प्रगति की है। नवीकरणीय ऊर्जा के लिए प्रतिबद्ध, एनसीआरटीसी सभी स्टेशनों, डिपो और इमारतों पर सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित कर रहा है। इससे अभी तक इसके लक्षित 11 मेगावाट ऊर्जा उत्पादन में से 4 मेगावाट हासिल किया जा रहा है। सततता के अपने लक्ष्यों के अनुरूप, एनसीआरटीसी ने नमो भारत कॉरिडोर के लिए कम लागत वाली ऊर्जा प्राप्त करने के लिए पावर ट्रेडिंग कॉरपोरेशन (पीटीसी) इंडिया के साथ भागीदारी भी की है। एनसीआरटीसी के इन प्रयासों को मान्यता भी मिल रही है। साहिबाबाद और गुलधर स्टेशनों को प्रतिष्ठित आईजीबीसी नेट-जीरो एनर्जी (ऑपरेशंस) रेटिंग से सम्मानित किया गया है। यह सम्मान बेंगलुरु में इंडियन ग्रीन बिल्डिंग काउंसिल (आईजीबीसी) द्वारा आयोजित ग्रीन बिल्डिंग कांग्रेस 2024 में प्रदान किया गया।
यह पहली बार है जब देश के किसी भी स्टेशन को नेट-जीरो एनर्जी (ऑपरेशंस) रेटिंग से सम्मानित किया गया है। दोनों स्टेशनों में से प्रत्येक की सौर क्षमता 729 किलोवाट पावर है, इससे कार्बन उत्सर्जन में वार्षिक रूप से 750 टन की कमी आएगी। प्रति स्टेशन 33 लाख रुपये की वार्षिक बचत के साथ, इन दोनों में से प्रत्येक स्टेशन अपने 25 साल के जीवनकाल में प्रति स्टेशन कुल 8.3 करोड़ रुपये की बचत को संभव बनाएगा।
नमो भारत ट्रेन के जरिए इस वर्ष कई प्रभावशाली व्यक्तियों ने इस कॉरिडोर का दौरा किया। इनमें आवासन एवं शहरी कार्य तथा विद्युत मंत्री, मनोहर लाल खट्टर, जर्मनी के राजदूत, डॉ. फिलिप एकरमैन, आवासन एवं शहरी कार्य राज्य मंत्री, तोखन साहू, एशियन इंफ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट बैंक (एआईआईबी) और वर्ल्ड बैंक के प्रतिनिधियों के साथ कई अन्य गणमान्य व्यक्ति शामिल हैं।
–आईएएनएस
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