पटना, 29 अप्रैल (आईएएनएस)। राष्ट्रीय लोक मोर्चा (रालोमो) के प्रमुख और पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने अपने ही सहयोगियों को सचेत करते हुए कहा कि मगध और शाहाबाद में लोकसभा चुनाव वाली गलती की गई तो भरपाई मुश्किल हो जाएगी। उन्होंने स्पष्ट कहा कि लोकसभा चुनाव तो देश का था लेकिन यह चुनाव बिहार का है, इस कारण भरपाई मुश्किल होगी।
पटना में एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि विपक्ष इतना मजबूत नहीं है लेकिन कुछ लोगों ने प्रधानमंत्री और गृहमंत्री की बात को दरकिनार किया। ऐसे लोगों ने भाजपा के अध्यक्ष के आदेशों का भी उल्लंघन किया। उन्होंने हालांकि यह भी कहा कि जो लोग पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के आदेशों का पालन नहीं कर रहे हैं, वे कभी भी भाजपा के सदस्य नहीं हो सकते। ऐसे लोगों ने विपक्ष को मौका दिया और एनडीए का वोट बंट गया।
उन्होंने कहा कि शाहाबाद और मगध में कई विधानसभा सीटें हैं। उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा समझ रही है कि शाहाबाद में जो नुकसान हुआ, वह किसके कारण हुआ। अगर ऐसा नहीं होता तो मैं राज्यसभा सांसद नहीं होता। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा कि उनकी पार्टी देशभर में जनसंख्या के आधार पर विधानसभा और लोकसभा सीटों को बढ़ाने के लिए परिसीमन सुधार अभियान चलाएगी। हमारे संविधान में परिसीमन का प्रावधान बनाया गया है। प्रत्येक 10 साल में जनगणना का नियम भी संविधान में बनाया गया था। शुरुआती दौर में यह काम हुआ।
उन्होंने कहा कि जनसंख्या के आधार पर जो लोकसभा सीटें तय होती हैं, वह अभी नहीं हो रही हैं। बिहार में 40 संसद की सीटें हैं जो बढ़कर परिसीमन के बाद 60 तक होने की संभावना है। इस विषय पर संघर्ष करने की तैयारी रालोमो कर चुकी है। देश में एक सांसद के चुनाव पर मतदाताओं की संख्या सामान्य होनी चाहिए। उन्होंने परिसीमन को लेकर आगे कहा कि महिलाओं के शिक्षित होने से जनसंख्या नियंत्रण हो सकता है। यह आम तौर पर देखा जाता है कि शिक्षित महिलाओं का प्रजनन दर अशिक्षित महिलाओं की अपेक्षा कम है। बिहार में महिलाएं शिक्षित हुई हैं तो बिहार में प्रजनन क्षमता शिक्षित महिलाओं में कम देखने को मिल रही है।
–आईएएनएस
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