deshbandhu

deshbandu_logo
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
deshbandu_logo
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
Menu
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
Facebook Twitter Youtube
  • भोपाल
  • इंदौर
  • उज्जैन
  • ग्वालियर
  • जबलपुर
  • रीवा
  • चंबल
  • नर्मदापुरम
  • शहडोल
  • सागर
  • देशबन्धु जनमत
  • पाठक प्रतिक्रियाएं
  • हमें जानें
  • विज्ञापन दरें
ADVERTISEMENT
Home ताज़ा समाचार

ऋतु और स्थान के अनुसार औषधियों का चयन, आयुर्वेद का शाश्वत सिद्धांत

देशबन्धु by देशबन्धु
April 7, 2025
in ताज़ा समाचार
0
0
SHARES
0
VIEWS
Share on FacebookShare on Whatsapp
ADVERTISEMENT

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 7 अप्रैल (आईएएनएस)। आयुर्वेद में औषधियों के प्रभावी उपयोग हेतु उनका उचित ऋतु व स्थान के अनुसार संग्रह अत्यंत आवश्यक माना गया है। शास्त्रों में कहा गया है कि हर औषधि की गुणवत्ता उसके संग्रह के समय और स्थान से प्रभावित होती है। हजारों वनस्पतियों के लिए निश्चित समय तय करना कठिन है, लेकिन कुछ सामान्य सिद्धांत प्राचीन ग्रंथों में वर्णित हैं।

READ ALSO

आर्सेनल ने बार्सिलोना को 1-0 से हराकर महिला चैंपियंस लीग जीती

‘मैं हमेशा तुम्हारे साथ रहूंगा’.. भांजे के जन्मदिन पर मामा जैकी भगनानी का वादा

सुश्रुत के अनुसार, प्रावृट् ऋतु में मूल, वर्षा में पत्र, शरद् में छाल, वसन्त में सार और ग्रीष्म में फल का संग्रह उपयुक्त होता है। हालांकि, आधुनिक दृष्टिकोण से यह मत पूर्णतः उपयुक्त नहीं माना गया। आयुर्वेदाचार्य कहते हैं कि सौम्य गुण वाली औषधियां (मधुर, तिक्त, कषाय रस वाली) सौम्य ऋतुओं- वर्षा, शरद् और हेमन्त में संग्रहित की जानी चाहिए। वहीं, आग्नेय औषधियां (कटु और अम्ल रस वाली) वसन्त, ग्रीष्म और प्रावृट् जैसे उष्ण ऋतुओं में ही संग्रह करनी चाहिए। इससे उनकी गुणकारिता अधिक प्रभावी रहती है।

ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

इसी तरह हेमन्त में कन्द, शिशिर में मूल, वसन्त में पुष्प और ग्रीष्म में पत्तों का संग्रह गुणकारी होता है। शरद ऋतु में केवल नये, ताजे, रस, गंध और रंगयुक्त औषधियां ही प्रयोग में लाई जानी चाहिए। अगर ताजे न मिलें, तो एक वर्ष से अधिक पुराने औषधिद्रव्यों का उपयोग नहीं करना चाहिए। वहीं, गुड़, धान्य, घी और शहद जैसे पदार्थ एक वर्ष से अधिक पुराने हों तो औषध प्रयोग के लिए उपयुक्त माने जाते हैं।

शार्ङ्गधर के अनुसार, रसयुक्त औषधियां शरद ऋतु में और वमन तथा विरेचन हेतु औषधियां वसन्त ऋतु के अंत में ग्रहण करनी चाहिए। भूमि की विशेषता भी औषधियों की गुणवत्ता तय करती है। पृथ्वी और जल गुणों वाली भूमि से विरेचक औषधियां, जबकि अग्नि, वायु और आकाश गुणों वाली भूमि से वमन औषधियां अधिक गुणकारी होती हैं।

संग्रह के बाद औषधियों का भंडारण छाया या मंद धूप में सुखाकर स्वच्छ, बंद, पूर्व या उत्तरमुखी द्वार वाले गोदाम में किया जाना चाहिए। उन्हें धूल, धुआं, चूहे, जल आदि से बचाना जरूरी है और कुछ स्थानों से औषधि संग्रह नहीं करना चाहिए। जैसे- सांप के बिल, श्मशान, ऊसर भूमि, गीली या कीटों से ग्रस्त जगह, सड़कों के किनारे तथा जली या पाले से झुलसी वनस्पतियां गुणहीन मानी जाती हैं।

हिमालय की वनस्पतियां सबसे उत्तम मानी जाती हैं, क्योंकि वे शीतल और शक्तिशाली होती हैं। वहीं, विन्ध्याचल की औषधियां गर्म प्रभाव वाली होती हैं। पंजाब, राजस्थान, बिहार और नेपाल की तराई की औषधियां मध्यम गुणवत्ता वाली होती हैं। इस प्रकार, ऋतु और स्थान के अनुसार औषधि का संग्रह आयुर्वेद के अनुसार न केवल औषधि की प्रभावशीलता बढ़ाता है, बल्कि रोगों पर उसका असर भी तीव्र और स्थायी बनाता है।

–आईएएनएस

डीएससी/केआर

देशबन्धु

Related Posts

ताज़ा समाचार

आर्सेनल ने बार्सिलोना को 1-0 से हराकर महिला चैंपियंस लीग जीती

May 25, 2025
ताज़ा समाचार

‘मैं हमेशा तुम्हारे साथ रहूंगा’.. भांजे के जन्मदिन पर मामा जैकी भगनानी का वादा

May 25, 2025
ताज़ा समाचार

दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था बना भारत, कंगना बोलीं- ‘केवल मोदी ही ऐसा कर सकते है’

May 25, 2025
ताज़ा समाचार

बिहार को पीएम मोदी सिर्फ ‘सौगात’ ही दे रहे हैं, अब तक कोई ठोस ‘विकास’ नहीं दे पाए हैं : कृष्णा अल्लावारु

May 25, 2025
ताज़ा समाचार

प्लेऑफ में जगह नहीं बना पाए, लेकिन टीम ने जोरदार प्रयास किया: डीसी के समीर रिजवी

May 25, 2025
ताज़ा समाचार

ऐतिहासिक उपलब्धि : संयुक्त राष्ट्रीय पर्वतारोहण दल ने माउंट एवरेस्ट फतह किया

May 25, 2025
Next Post
जीटी के साथ सिराज की दमदार शुरुआत, दो ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ जीतने वाले आईपीएल 2025 के पहले खिलाड़ी बने

जीटी के साथ सिराज की दमदार शुरुआत, दो 'प्लेयर ऑफ द मैच' जीतने वाले आईपीएल 2025 के पहले खिलाड़ी बने

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

POPULAR NEWS

बंदा प्रकाश तेलंगाना विधान परिषद के उप सभापति चुने गए

बंदा प्रकाश तेलंगाना विधान परिषद के उप सभापति चुने गए

February 12, 2023
बीएसएफ ने मेघालय में 40 मवेशियों को छुड़ाया, 3 तस्कर गिरफ्तार

बीएसएफ ने मेघालय में 40 मवेशियों को छुड़ाया, 3 तस्कर गिरफ्तार

February 12, 2023
चीनी शताब्दी की दूर-दूर तक संभावना नहीं

चीनी शताब्दी की दूर-दूर तक संभावना नहीं

February 12, 2023

बंगाल के जलपाईगुड़ी में बाढ़ जैसे हालात, शहर में घुसने लगा नदी का पानी

August 26, 2023
राधिका खेड़ा ने छोड़ा कांग्रेस का दामन, प्राथमिक सदस्यता से दिया इस्तीफा

राधिका खेड़ा ने छोड़ा कांग्रेस का दामन, प्राथमिक सदस्यता से दिया इस्तीफा

May 5, 2024

EDITOR'S PICK

हमारी सरकार को गिराने के लिए सुपारी दी गई, लेकिन भाजपा की साजिशें सफल नहीं होने वाली: हेमंत सोरेन

हमारी सरकार को गिराने के लिए सुपारी दी गई, लेकिन भाजपा की साजिशें सफल नहीं होने वाली: हेमंत सोरेन

February 13, 2023

नोएडा में कार का शीशा तोड़ कर ले गए सामान, सीसीटीवी में रिकॉर्ड घटना

December 18, 2023
बासी बर्गर मामला : रिपोर्ट ‘अनसेफ’ आई तो मैकडॉनल्ड्स पर होगी कार्रवाई : सहायक आयुक्त

बासी बर्गर मामला : रिपोर्ट ‘अनसेफ’ आई तो मैकडॉनल्ड्स पर होगी कार्रवाई : सहायक आयुक्त

April 29, 2024

अजय देवगन की ‘सिंघम अगेन’ इस दिवाली होगी रिलीज, ‘भूल भुलैया 3’ को देगी टक्कर

June 14, 2024
ADVERTISEMENT

Contact us

Address

Deshbandhu Complex, Naudra Bridge Jabalpur 482001

Mail

deshbandhump@gmail.com

Mobile

9425156056

Important links

  • राशि-भविष्य
  • वर्गीकृत विज्ञापन
  • लाइफ स्टाइल
  • मनोरंजन
  • ब्लॉग

Important links

  • देशबन्धु जनमत
  • पाठक प्रतिक्रियाएं
  • हमें जानें
  • विज्ञापन दरें
  • ई पेपर

Related Links

  • Mayaram Surjan
  • Swayamsiddha
  • Deshbandhu

Social Links

082481
Total views : 5880680
Powered By WPS Visitor Counter

Published by Abhas Surjan on behalf of Patrakar Prakashan Pvt.Ltd., Deshbandhu Complex, Naudra Bridge, Jabalpur – 482001 |T:+91 761 4006577 |M: +91 9425156056 Disclaimer, Privacy Policy & Other Terms & Conditions The contents of this website is for reading only. Any unauthorised attempt to temper / edit / change the contents of this website comes under cyber crime and is punishable.

Copyright @ 2022 Deshbandhu. All rights are reserved.

  • Disclaimer, Privacy Policy & Other Terms & Conditions
No Result
View All Result
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर

Copyright @ 2022 Deshbandhu-MP All rights are reserved.

Welcome Back!

Login to your account below

Forgotten Password? Sign Up

Create New Account!

Fill the forms below to register

All fields are required. Log In

Retrieve your password

Please enter your username or email address to reset your password.

Log In