नई दिल्ली, 21 जनवरी (आईएएनएस)। जेम्स एंडरसन ने जब से यह बयान दिया है कि वह भारत के खिलाफ इंग्लैंड की आगामी पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में नए रन-अप का इस्तेमाल करेंगे, तब से उनकी इस सोच पर क्रिकेट एक्सपर्ट और पूर्व क्रिकेटर अपनी राय दे रहे हैं। इस बीच पूर्व तेज गेंदबाज डैरेन गॉफ का मानना है कि यह अनुभवी तेज गेंदबाज की इच्छा को दर्शाता है।
इस सप्ताह की शुरुआत में एंडरसन ने द टेलीग्राफ को बताया कि उन्होंने मैनचेस्टर सिटी के एतिहाद स्टेडियम के पास में एक सार्वजनिक रनिंग ट्रैक का उपयोग किया है।
अपने नए गेंदबाजी रन-अप को सही करने के लिए वह स्पीड ड्रिल से गुजरे हैं। एंडरसन का पिछले साल घरेलू मैदान पर एशेज में खराब प्रदर्शन रहा था और उन्होंने चार मैचों में 85.40 की औसत से सिर्फ पांच विकेट लिए थे।
गॉफ ने आईन्यूज.कॉम.यूके से कहा, “यह सिर्फ उनके खेलने की इच्छा को दर्शाता है। एकमात्र बात यह है कि जब आप एंडरसन की तरह इतने लंबे समय तक इस तरह का प्रदर्शन कर रहे हैं तो आपको काफी चुनौतियों का सामना करना होगा।
“जब आपको चोटें लगनी शुरू होती हैं तो वे आपका पीछा इतनी जल्दी नहीं छोड़ती। वह एक एथलीट है। लेकिन अपना रन अप बदलना? यह बिल्कुल शानदार हो सकता है लेकिन किसी भी चीज की तरह जब आप अपनी गतिशीलता बदलते हैं तो इसमें काफी रिस्क है।”
“हालांकि, हमें उम्मीद है ऐसा कुछ नहीं होगा क्योंकि मुझे लगता है कि इस उम्र में भी वह अच्छा प्रदर्शन कर सकता है। हर कोई उसकी उम्र के बारे में बात करता है लेकिन जिमी के साथ आपको उम्र को इससे दूर रखना होगा। अगर वह विकेट लेता रहता है तो खेलता रहेगा।”
एंडरसन का भारत में टेस्ट में अच्छा रिकॉर्ड है। उन्होंने 2006 के बाद से 13 मैचों में 29.32 की औसत से 34 विकेट लिए हैं। लेकिन उनके करियर के अंतिम पड़ाव पर 28.39 की औसत से 229 टेस्ट विकेट लेने वाले गॉफ को लगता है कि वह ऐसा कर सकते हैं। भारत में टेस्ट सीरीज खेलना कठिन है।
डैरेन गॉफ ने आगे कहा, “वह हर साल हर किसी को आश्चर्यचकित करता है, खासकर अब उसका साथी स्टुअर्ट ब्रॉड चला गया है। मुझे लगता है कि सभी को उम्मीद थी कि वे एक साथ जाएंगे। ऐसा नहीं हुआ। उसने खुद को एक बहुत ही कठिन दौरे के लिए तैयार किया है।”
गॉफ, जो अब यॉर्कशायर के प्रबंध निदेशक हैं, उस समय खेल रहे थे जब एंडरसन टेस्ट क्रिकेट में शुरुआती कदम रख रहे थे और वो उनकी लंबी उम्र देखकर हैरान हैं।
उन्होंने कहा, “मुझे नहीं लगता कि कोई सोचता है कि किसी को 700 टेस्ट विकेट मिलेंगे, जो उसे मिलने वाला है।”
–आईएएनएस
आरआर/