सैन फ्रांसिस्को, 29 अक्टूबर (आईएएनएस)। एप्पल आईफोन यूजर अपने डिवाइस को एंड्रॉइड स्मार्टफोन यूजर्स की तुलना में कम से कम दो साल या उससे अधिक समय तक अपने पास रखते हैं। इसका खुलासा एक नई रिपोर्ट में किया गया।
अमेरिका में लगभग 61 प्रतिशत आईफोन खरीदारों ने अपने पिछला आईफोन दो साल या उससे अधिक समय तक इस्तेमाल किया, जबकि एंड्रॉइड फोन यूजर्स के मामले में यह अनुपात 43 प्रतिशत रहा।
कंज्यूमर इंटेलिजेंस रिसर्च पार्टनर्स के आंकड़ों के अनुसार, एंड्रॉइड मालिकों (21 प्रतिशत) की तुलना में कहीं अधिक आईफोन मालिकों (29 प्रतिशत) के पास अपना पिछला आईफोन तीन साल या उससे अधिक समय से है।
इसके विपरीत, लगभग एक चौथाई एंड्रॉइड मालिकों की तुलना में बहुत कम आईफोन मालिकों (10 प्रतिशत) के पास एक साल या उससे कम समय के लिए अपना पिछला आईफोन था।
रिपोर्ट में कहा गया, ”आईफोन मालिक अधिक समृद्ध और अधिक तकनीक/फैशन के प्रति जागरूक हैं, और एंड्रॉइड मालिक बजट के प्रति जागरूक हैं। इससे एंड्रॉइड खरीदारों को अधिक तेजी से अपग्रेड करने की संभावना बढ़नी चाहिए, लेकिन ऐसा नहीं है।”
एंड्रॉइड फोन कम महंगे होते हैं, इसलिए एंड्रॉइड मालिक अपेक्षाकृत नया फोन लेने के लिए अधिक इच्छुक हो सकते हैं।
रिपोर्ट में कहा गया, ”आईफोन मॉडल को साल में एक बार अपग्रेड किया जाता है, इसलिए नया फोन खरीदने के लिए एक ही एनुअल कैटालिस्ट होता है। इसके विपरीत, एंड्रॉइड बाजार में, सैमसंग, गूगल, मोटोरोला और कई अन्य ब्रांड कम से कम सालाना नए फोन जारी करते हैं।”
वहीं, एंड्रॉइड बाजार में ब्रांड के प्रति वफादारी है, अपग्रेड करने पर विचार करने के लिए और भी मौके हैं।
रिपोर्ट में कहा गया, ”हो सकता है कि आईफोन अधिक टिकाऊ और विश्वसनीय हो, इसलिए लॉन्ग टर्म तक यूजर्स एक्सपीरियंस बेहतर रहता है। या हो सकता है कि कुछ आईफोन मालिक आसानी से संतुष्ट हों, अपने पुराने आईफोन से सहज हों और लेटेस्ट मॉडलों में उनकी कोई दिलचस्पी न हो।”
काउंटरप्वाइंट रिसर्च के अनुसार, आईफोन 15 सीरीज की सीमित उपलब्धता के बावजूद, इस साल तीसरी तिमाही में एप्पल की वैश्विक स्तर पर 16 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी थी, जिसे अब तक अच्छी प्रतिक्रिया मिली है।
–आईएएनएस
पीके/एसकेपी