नई दिल्ली, 25 अगस्त (आईएएनएस)। आईबीएम के चेयरमैन और सीईओ अरविंद कृष्णा ने शुक्रवार को कहा कि आर्टीफिशियल इंटेलीजेंस (एआई) उत्पादकता बढ़ाने में मदद करेगा, जिससे अर्थव्यवस्था और कंपनियां तेजी से बढ़ेंगी।
‘बी20 समिट इंडिया 2023’ में कृष्णा ने कहा कि एआई कई छोटे-मोटे काम कर देगा।
कृष्णा ने सभा को बताया, “एआई मानव संसाधन स्तर पर छोटे-मोटे कार्यों में मदद कर सकता है। एआई के उपयोग से कंपनियों और अर्थव्यवस्थाओं में उत्पादकता बढ़ेगी।”
आईबीएम सीईओ ने कहा, एआई “प्रति व्यक्ति अधिक जीडीपी उत्पन्न करने” में मदद करेगा।
उन्होंने कहा, इसका मकसद यह सुनिश्चित करना है कि टेक कंपनियों के पास “सुरक्षित और जवाबदेह एआई” हो।
इस सप्ताह की शुरुआत में, अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन (आईएलओ) के एक अध्ययन में कहा गया कि जेनरेटिव एआई पूरी तरह से भूमिका निभाने के बजाय कुछ कार्यों को स्वचालित कर नौकरियों को नष्ट करने की तुलना नौकरियां बढ़ाने में अधिक मदद करेगा।
एआई का असर सबसे ज्यादा क्लेरिकल नौकरियों पर पड़ेगा, जिसमें लगभग एक चौथाई कार्य अत्यधिक जोखिम की श्रेणी में आ गए हैं। आधे से अधिक कार्यों को मध्यम स्तर का जोखिम माना गया है।
मई में ब्लूमबर्ग को दिए एक साक्षात्कार में, कृष्णा ने कहा था कि “मैं आसानी से देख सकता हूं कि पांच साल में एआई 30 प्रतिशत नौकरियों को हटा देगा”।
टेक दिग्गज आईबीएम में लगभग 26,000 कर्मचारी हैं, इसलिए आने वाले वर्षों में लगभग 7,800 नौकरियों पर खतरा मंडरा रहा है।
हालांकि, कृष्णा के अनुसार, एआई मानव उत्पादकता को भी बढ़ाएगा और अधिक आर्थिक विकास करेगा।
–आईएएनएस
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