मुजफ्फरनगर, 6 सितंबर (आईएएनएस)। एक देश, एक चुनाव को लेकर सभी सियासी दलों में चर्चा हो रही है। 2 सितंबर को केंद्र सरकार ने एक देश, एक चुनाव की कमेटी को लेकर नोटिफिकेशन जारी कर दिया। पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अध्यक्षता में आठ सदस्यीय समिति बनाई गई है। इसके बाद से विपक्षी दलों के नेता एक देश, एक चुनाव पर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने भी एक देश, एक चुनाव पर प्रतिक्रिया दी है।
राकेश टिकैत ने कहा कि एक देश, एक चुनाव से केंद्र राष्ट्रपति को ज्यादा पावर देंगे और जहां विपक्ष की सरकार होगी, उसको गिराएंगे। विपक्ष की 1 साल में सरकार गिरा कर 4 साल राष्ट्रपति शासन लगाकर उस पर राज करेंगे।
टिकैत ने आगे कहा कि जिसको चुनाव लड़ना है, यह उनका चुनाव है, सरकार अगर कुछ ठीक करेगी तो जनता उनके साथ चली जाएगी। अगर कुछ ठीक नहीं करेगी तो जनता दूसरी तरफ चली जाएगी।
जी-20 सम्मलेन को लेकर राकेश टिकैत ने कहा यह एक अतंराष्ट्रीय प्रोग्राम है जो कभी किसी देश में होता है, तो कभी किसी देश में। इस बार भारत इसका होस्ट है। पूरी दुनिया में इसका बड़ा मैसेज जाता है। इसको लेकर हमारा कोई विरोध नहीं है। हमारा भी एक अंतरराष्ट्रीय प्रोग्राम है, अब की बार अतंराष्ट्रीय प्रोग्राम भारत में होगा, करीब 800 किसान डेलीगेट किसान भारत आएंगे।
उन्होंने आगे कहा विपक्ष को मजबूत होना चाहिए, अगर विपक्ष कमजोर होगा तो तानाशाहों का जन्म होगा। सबसे ज्यादा कब्जाधारी बीजेपी और संघ के लोग हैं। इनसे अपनी जमीनी बचाओ।
भाकियू प्रवक्ता टिकैत ने कहा कि गठबंधन को एक होकर लड़ना पड़ेगा। विपक्ष को आंदोलन का रास्ता तैयार करना चाहिए। केंद्र सरकार की कमी हो तो उसके खिलाफ प्रदर्शन करना चाहिए। मुद्दे केवल किसान संगठनों के ही नहीं हैं और भी बहुत कुछ हैं। विपक्ष को सड़क में आने की जरूरत है। घर में सोने से काम नहीं चलेगा, संघर्ष शुरू करना पड़ेगा।
भाकियू प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि राजनीतिक पार्टियों का काम है, या तो कुर्सी पर बैठो, अगर कुर्सी पर नहीं बैठे तो जो कुर्सी पर बैठा हो उसकी विपक्ष में बैठकर कमियां गिनाओ।
–आईएएनएस
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