नई दिल्ली, 9 सितंबर (आईएएनएस)। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव अपूर्व चंद्रा ने सोमवार को कहा कि स्वास्थ्य प्रबंधन सूचना प्रणाली (एचएमआईएस) पोर्टल को प्रजनन एवं बाल स्वास्थ्य (आरसीएच) और स्वास्थ्य मंत्रालय के अन्य पोर्टलों के साथ जोड़ा जाना चाहिए। जिसके जरिए डेटा दक्षता बढ़ाने में मदद मिलेगी।
उन्होंने यह बातें ‘हेल्थ डायनेमिक्स ऑफ इंडिया (इंफ्रास्ट्रक्चर एंड ह्यूमन रिसोर्सेज) 2022-23 जारी करते हुए कही। साल 1992 से प्रकाशित हो रही इस रिपोर्ट को पहले ‘ग्रामीण स्वास्थ्य सांख्यिकी’ के नाम से जाना जाता था।
स्वास्थ्य सचिव ने कहा, एचएमआईएस पोर्टल को आरसीएच और मंत्रालय के अन्य पोर्टलों के साथ एकीकृत करने की आवश्यकता है। जिससे स्वास्थ्य कर्मियों के काम का बोझ को कम किया जाए। साथ ही यह सुनिश्चित किया जाए कि डेटा समय पर अपलोड हो। जिससे इसका सावधानीपूर्वक विश्लेषण किया जा सके।
रिपोर्ट में बताया गया है कि 31 मार्च, 2023 तक देश में कुल 1,69,615 डाटा उप-केंद्र हैं, जिनमें 2,39,911 स्वास्थ्यकर्मी कार्यरत हैं और 31,882 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएटसी) हैं, जिनमें 40,583 डॉक्टर, चिकित्सा अधिकारी कार्यरत हैं।
6,359 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी) में लगभग 26,280 विशेषज्ञ और चिकित्सा अधिकारी कार्यरत हैं और 1,340 उप-मंडल, जिला अस्पतालों (एसडीएच), 714 जिला अस्पतालों (डीएच) और 362 मेडिकल कॉलेजों में 45,027 डॉक्टर और विशेषज्ञ तैनात हैं। रिपोर्ट के अनुसार, ये ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में काम करते हैं।
इसके अलावा, देश भर में पीएचसी में 47,932 स्टाफ नर्स, सीएचसी में 51,059 नर्सिंग स्टाफ और एसडीएच और डीएच में 1,35,793 पैरामेडिकल स्टाफ हैं।
–आईएएनएस
डीकेएम/जीकेटी
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नई दिल्ली, 9 सितंबर (आईएएनएस)। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव अपूर्व चंद्रा ने सोमवार को कहा कि स्वास्थ्य प्रबंधन सूचना प्रणाली (एचएमआईएस) पोर्टल को प्रजनन एवं बाल स्वास्थ्य (आरसीएच) और स्वास्थ्य मंत्रालय के अन्य पोर्टलों के साथ जोड़ा जाना चाहिए। जिसके जरिए डेटा दक्षता बढ़ाने में मदद मिलेगी।
उन्होंने यह बातें ‘हेल्थ डायनेमिक्स ऑफ इंडिया (इंफ्रास्ट्रक्चर एंड ह्यूमन रिसोर्सेज) 2022-23 जारी करते हुए कही। साल 1992 से प्रकाशित हो रही इस रिपोर्ट को पहले ‘ग्रामीण स्वास्थ्य सांख्यिकी’ के नाम से जाना जाता था।
स्वास्थ्य सचिव ने कहा, एचएमआईएस पोर्टल को आरसीएच और मंत्रालय के अन्य पोर्टलों के साथ एकीकृत करने की आवश्यकता है। जिससे स्वास्थ्य कर्मियों के काम का बोझ को कम किया जाए। साथ ही यह सुनिश्चित किया जाए कि डेटा समय पर अपलोड हो। जिससे इसका सावधानीपूर्वक विश्लेषण किया जा सके।
रिपोर्ट में बताया गया है कि 31 मार्च, 2023 तक देश में कुल 1,69,615 डाटा उप-केंद्र हैं, जिनमें 2,39,911 स्वास्थ्यकर्मी कार्यरत हैं और 31,882 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएटसी) हैं, जिनमें 40,583 डॉक्टर, चिकित्सा अधिकारी कार्यरत हैं।
6,359 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी) में लगभग 26,280 विशेषज्ञ और चिकित्सा अधिकारी कार्यरत हैं और 1,340 उप-मंडल, जिला अस्पतालों (एसडीएच), 714 जिला अस्पतालों (डीएच) और 362 मेडिकल कॉलेजों में 45,027 डॉक्टर और विशेषज्ञ तैनात हैं। रिपोर्ट के अनुसार, ये ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में काम करते हैं।
इसके अलावा, देश भर में पीएचसी में 47,932 स्टाफ नर्स, सीएचसी में 51,059 नर्सिंग स्टाफ और एसडीएच और डीएच में 1,35,793 पैरामेडिकल स्टाफ हैं।
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नई दिल्ली, 9 सितंबर (आईएएनएस)। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव अपूर्व चंद्रा ने सोमवार को कहा कि स्वास्थ्य प्रबंधन सूचना प्रणाली (एचएमआईएस) पोर्टल को प्रजनन एवं बाल स्वास्थ्य (आरसीएच) और स्वास्थ्य मंत्रालय के अन्य पोर्टलों के साथ जोड़ा जाना चाहिए। जिसके जरिए डेटा दक्षता बढ़ाने में मदद मिलेगी।
उन्होंने यह बातें ‘हेल्थ डायनेमिक्स ऑफ इंडिया (इंफ्रास्ट्रक्चर एंड ह्यूमन रिसोर्सेज) 2022-23 जारी करते हुए कही। साल 1992 से प्रकाशित हो रही इस रिपोर्ट को पहले ‘ग्रामीण स्वास्थ्य सांख्यिकी’ के नाम से जाना जाता था।
स्वास्थ्य सचिव ने कहा, एचएमआईएस पोर्टल को आरसीएच और मंत्रालय के अन्य पोर्टलों के साथ एकीकृत करने की आवश्यकता है। जिससे स्वास्थ्य कर्मियों के काम का बोझ को कम किया जाए। साथ ही यह सुनिश्चित किया जाए कि डेटा समय पर अपलोड हो। जिससे इसका सावधानीपूर्वक विश्लेषण किया जा सके।
रिपोर्ट में बताया गया है कि 31 मार्च, 2023 तक देश में कुल 1,69,615 डाटा उप-केंद्र हैं, जिनमें 2,39,911 स्वास्थ्यकर्मी कार्यरत हैं और 31,882 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएटसी) हैं, जिनमें 40,583 डॉक्टर, चिकित्सा अधिकारी कार्यरत हैं।
6,359 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी) में लगभग 26,280 विशेषज्ञ और चिकित्सा अधिकारी कार्यरत हैं और 1,340 उप-मंडल, जिला अस्पतालों (एसडीएच), 714 जिला अस्पतालों (डीएच) और 362 मेडिकल कॉलेजों में 45,027 डॉक्टर और विशेषज्ञ तैनात हैं। रिपोर्ट के अनुसार, ये ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में काम करते हैं।
इसके अलावा, देश भर में पीएचसी में 47,932 स्टाफ नर्स, सीएचसी में 51,059 नर्सिंग स्टाफ और एसडीएच और डीएच में 1,35,793 पैरामेडिकल स्टाफ हैं।
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उन्होंने यह बातें ‘हेल्थ डायनेमिक्स ऑफ इंडिया (इंफ्रास्ट्रक्चर एंड ह्यूमन रिसोर्सेज) 2022-23 जारी करते हुए कही। साल 1992 से प्रकाशित हो रही इस रिपोर्ट को पहले ‘ग्रामीण स्वास्थ्य सांख्यिकी’ के नाम से जाना जाता था।
स्वास्थ्य सचिव ने कहा, एचएमआईएस पोर्टल को आरसीएच और मंत्रालय के अन्य पोर्टलों के साथ एकीकृत करने की आवश्यकता है। जिससे स्वास्थ्य कर्मियों के काम का बोझ को कम किया जाए। साथ ही यह सुनिश्चित किया जाए कि डेटा समय पर अपलोड हो। जिससे इसका सावधानीपूर्वक विश्लेषण किया जा सके।
रिपोर्ट में बताया गया है कि 31 मार्च, 2023 तक देश में कुल 1,69,615 डाटा उप-केंद्र हैं, जिनमें 2,39,911 स्वास्थ्यकर्मी कार्यरत हैं और 31,882 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएटसी) हैं, जिनमें 40,583 डॉक्टर, चिकित्सा अधिकारी कार्यरत हैं।
6,359 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी) में लगभग 26,280 विशेषज्ञ और चिकित्सा अधिकारी कार्यरत हैं और 1,340 उप-मंडल, जिला अस्पतालों (एसडीएच), 714 जिला अस्पतालों (डीएच) और 362 मेडिकल कॉलेजों में 45,027 डॉक्टर और विशेषज्ञ तैनात हैं। रिपोर्ट के अनुसार, ये ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में काम करते हैं।
इसके अलावा, देश भर में पीएचसी में 47,932 स्टाफ नर्स, सीएचसी में 51,059 नर्सिंग स्टाफ और एसडीएच और डीएच में 1,35,793 पैरामेडिकल स्टाफ हैं।
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उन्होंने यह बातें ‘हेल्थ डायनेमिक्स ऑफ इंडिया (इंफ्रास्ट्रक्चर एंड ह्यूमन रिसोर्सेज) 2022-23 जारी करते हुए कही। साल 1992 से प्रकाशित हो रही इस रिपोर्ट को पहले ‘ग्रामीण स्वास्थ्य सांख्यिकी’ के नाम से जाना जाता था।
स्वास्थ्य सचिव ने कहा, एचएमआईएस पोर्टल को आरसीएच और मंत्रालय के अन्य पोर्टलों के साथ एकीकृत करने की आवश्यकता है। जिससे स्वास्थ्य कर्मियों के काम का बोझ को कम किया जाए। साथ ही यह सुनिश्चित किया जाए कि डेटा समय पर अपलोड हो। जिससे इसका सावधानीपूर्वक विश्लेषण किया जा सके।
रिपोर्ट में बताया गया है कि 31 मार्च, 2023 तक देश में कुल 1,69,615 डाटा उप-केंद्र हैं, जिनमें 2,39,911 स्वास्थ्यकर्मी कार्यरत हैं और 31,882 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएटसी) हैं, जिनमें 40,583 डॉक्टर, चिकित्सा अधिकारी कार्यरत हैं।
6,359 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी) में लगभग 26,280 विशेषज्ञ और चिकित्सा अधिकारी कार्यरत हैं और 1,340 उप-मंडल, जिला अस्पतालों (एसडीएच), 714 जिला अस्पतालों (डीएच) और 362 मेडिकल कॉलेजों में 45,027 डॉक्टर और विशेषज्ञ तैनात हैं। रिपोर्ट के अनुसार, ये ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में काम करते हैं।
इसके अलावा, देश भर में पीएचसी में 47,932 स्टाफ नर्स, सीएचसी में 51,059 नर्सिंग स्टाफ और एसडीएच और डीएच में 1,35,793 पैरामेडिकल स्टाफ हैं।
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उन्होंने यह बातें ‘हेल्थ डायनेमिक्स ऑफ इंडिया (इंफ्रास्ट्रक्चर एंड ह्यूमन रिसोर्सेज) 2022-23 जारी करते हुए कही। साल 1992 से प्रकाशित हो रही इस रिपोर्ट को पहले ‘ग्रामीण स्वास्थ्य सांख्यिकी’ के नाम से जाना जाता था।
स्वास्थ्य सचिव ने कहा, एचएमआईएस पोर्टल को आरसीएच और मंत्रालय के अन्य पोर्टलों के साथ एकीकृत करने की आवश्यकता है। जिससे स्वास्थ्य कर्मियों के काम का बोझ को कम किया जाए। साथ ही यह सुनिश्चित किया जाए कि डेटा समय पर अपलोड हो। जिससे इसका सावधानीपूर्वक विश्लेषण किया जा सके।
रिपोर्ट में बताया गया है कि 31 मार्च, 2023 तक देश में कुल 1,69,615 डाटा उप-केंद्र हैं, जिनमें 2,39,911 स्वास्थ्यकर्मी कार्यरत हैं और 31,882 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएटसी) हैं, जिनमें 40,583 डॉक्टर, चिकित्सा अधिकारी कार्यरत हैं।
6,359 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी) में लगभग 26,280 विशेषज्ञ और चिकित्सा अधिकारी कार्यरत हैं और 1,340 उप-मंडल, जिला अस्पतालों (एसडीएच), 714 जिला अस्पतालों (डीएच) और 362 मेडिकल कॉलेजों में 45,027 डॉक्टर और विशेषज्ञ तैनात हैं। रिपोर्ट के अनुसार, ये ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में काम करते हैं।
इसके अलावा, देश भर में पीएचसी में 47,932 स्टाफ नर्स, सीएचसी में 51,059 नर्सिंग स्टाफ और एसडीएच और डीएच में 1,35,793 पैरामेडिकल स्टाफ हैं।
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उन्होंने यह बातें ‘हेल्थ डायनेमिक्स ऑफ इंडिया (इंफ्रास्ट्रक्चर एंड ह्यूमन रिसोर्सेज) 2022-23 जारी करते हुए कही। साल 1992 से प्रकाशित हो रही इस रिपोर्ट को पहले ‘ग्रामीण स्वास्थ्य सांख्यिकी’ के नाम से जाना जाता था।
स्वास्थ्य सचिव ने कहा, एचएमआईएस पोर्टल को आरसीएच और मंत्रालय के अन्य पोर्टलों के साथ एकीकृत करने की आवश्यकता है। जिससे स्वास्थ्य कर्मियों के काम का बोझ को कम किया जाए। साथ ही यह सुनिश्चित किया जाए कि डेटा समय पर अपलोड हो। जिससे इसका सावधानीपूर्वक विश्लेषण किया जा सके।
रिपोर्ट में बताया गया है कि 31 मार्च, 2023 तक देश में कुल 1,69,615 डाटा उप-केंद्र हैं, जिनमें 2,39,911 स्वास्थ्यकर्मी कार्यरत हैं और 31,882 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएटसी) हैं, जिनमें 40,583 डॉक्टर, चिकित्सा अधिकारी कार्यरत हैं।
6,359 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी) में लगभग 26,280 विशेषज्ञ और चिकित्सा अधिकारी कार्यरत हैं और 1,340 उप-मंडल, जिला अस्पतालों (एसडीएच), 714 जिला अस्पतालों (डीएच) और 362 मेडिकल कॉलेजों में 45,027 डॉक्टर और विशेषज्ञ तैनात हैं। रिपोर्ट के अनुसार, ये ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में काम करते हैं।
इसके अलावा, देश भर में पीएचसी में 47,932 स्टाफ नर्स, सीएचसी में 51,059 नर्सिंग स्टाफ और एसडीएच और डीएच में 1,35,793 पैरामेडिकल स्टाफ हैं।
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उन्होंने यह बातें ‘हेल्थ डायनेमिक्स ऑफ इंडिया (इंफ्रास्ट्रक्चर एंड ह्यूमन रिसोर्सेज) 2022-23 जारी करते हुए कही। साल 1992 से प्रकाशित हो रही इस रिपोर्ट को पहले ‘ग्रामीण स्वास्थ्य सांख्यिकी’ के नाम से जाना जाता था।
स्वास्थ्य सचिव ने कहा, एचएमआईएस पोर्टल को आरसीएच और मंत्रालय के अन्य पोर्टलों के साथ एकीकृत करने की आवश्यकता है। जिससे स्वास्थ्य कर्मियों के काम का बोझ को कम किया जाए। साथ ही यह सुनिश्चित किया जाए कि डेटा समय पर अपलोड हो। जिससे इसका सावधानीपूर्वक विश्लेषण किया जा सके।
रिपोर्ट में बताया गया है कि 31 मार्च, 2023 तक देश में कुल 1,69,615 डाटा उप-केंद्र हैं, जिनमें 2,39,911 स्वास्थ्यकर्मी कार्यरत हैं और 31,882 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएटसी) हैं, जिनमें 40,583 डॉक्टर, चिकित्सा अधिकारी कार्यरत हैं।
6,359 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी) में लगभग 26,280 विशेषज्ञ और चिकित्सा अधिकारी कार्यरत हैं और 1,340 उप-मंडल, जिला अस्पतालों (एसडीएच), 714 जिला अस्पतालों (डीएच) और 362 मेडिकल कॉलेजों में 45,027 डॉक्टर और विशेषज्ञ तैनात हैं। रिपोर्ट के अनुसार, ये ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में काम करते हैं।
इसके अलावा, देश भर में पीएचसी में 47,932 स्टाफ नर्स, सीएचसी में 51,059 नर्सिंग स्टाफ और एसडीएच और डीएच में 1,35,793 पैरामेडिकल स्टाफ हैं।
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उन्होंने यह बातें ‘हेल्थ डायनेमिक्स ऑफ इंडिया (इंफ्रास्ट्रक्चर एंड ह्यूमन रिसोर्सेज) 2022-23 जारी करते हुए कही। साल 1992 से प्रकाशित हो रही इस रिपोर्ट को पहले ‘ग्रामीण स्वास्थ्य सांख्यिकी’ के नाम से जाना जाता था।
स्वास्थ्य सचिव ने कहा, एचएमआईएस पोर्टल को आरसीएच और मंत्रालय के अन्य पोर्टलों के साथ एकीकृत करने की आवश्यकता है। जिससे स्वास्थ्य कर्मियों के काम का बोझ को कम किया जाए। साथ ही यह सुनिश्चित किया जाए कि डेटा समय पर अपलोड हो। जिससे इसका सावधानीपूर्वक विश्लेषण किया जा सके।
रिपोर्ट में बताया गया है कि 31 मार्च, 2023 तक देश में कुल 1,69,615 डाटा उप-केंद्र हैं, जिनमें 2,39,911 स्वास्थ्यकर्मी कार्यरत हैं और 31,882 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएटसी) हैं, जिनमें 40,583 डॉक्टर, चिकित्सा अधिकारी कार्यरत हैं।
6,359 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी) में लगभग 26,280 विशेषज्ञ और चिकित्सा अधिकारी कार्यरत हैं और 1,340 उप-मंडल, जिला अस्पतालों (एसडीएच), 714 जिला अस्पतालों (डीएच) और 362 मेडिकल कॉलेजों में 45,027 डॉक्टर और विशेषज्ञ तैनात हैं। रिपोर्ट के अनुसार, ये ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में काम करते हैं।
इसके अलावा, देश भर में पीएचसी में 47,932 स्टाफ नर्स, सीएचसी में 51,059 नर्सिंग स्टाफ और एसडीएच और डीएच में 1,35,793 पैरामेडिकल स्टाफ हैं।
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उन्होंने यह बातें ‘हेल्थ डायनेमिक्स ऑफ इंडिया (इंफ्रास्ट्रक्चर एंड ह्यूमन रिसोर्सेज) 2022-23 जारी करते हुए कही। साल 1992 से प्रकाशित हो रही इस रिपोर्ट को पहले ‘ग्रामीण स्वास्थ्य सांख्यिकी’ के नाम से जाना जाता था।
स्वास्थ्य सचिव ने कहा, एचएमआईएस पोर्टल को आरसीएच और मंत्रालय के अन्य पोर्टलों के साथ एकीकृत करने की आवश्यकता है। जिससे स्वास्थ्य कर्मियों के काम का बोझ को कम किया जाए। साथ ही यह सुनिश्चित किया जाए कि डेटा समय पर अपलोड हो। जिससे इसका सावधानीपूर्वक विश्लेषण किया जा सके।
रिपोर्ट में बताया गया है कि 31 मार्च, 2023 तक देश में कुल 1,69,615 डाटा उप-केंद्र हैं, जिनमें 2,39,911 स्वास्थ्यकर्मी कार्यरत हैं और 31,882 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएटसी) हैं, जिनमें 40,583 डॉक्टर, चिकित्सा अधिकारी कार्यरत हैं।
6,359 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी) में लगभग 26,280 विशेषज्ञ और चिकित्सा अधिकारी कार्यरत हैं और 1,340 उप-मंडल, जिला अस्पतालों (एसडीएच), 714 जिला अस्पतालों (डीएच) और 362 मेडिकल कॉलेजों में 45,027 डॉक्टर और विशेषज्ञ तैनात हैं। रिपोर्ट के अनुसार, ये ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में काम करते हैं।
इसके अलावा, देश भर में पीएचसी में 47,932 स्टाफ नर्स, सीएचसी में 51,059 नर्सिंग स्टाफ और एसडीएच और डीएच में 1,35,793 पैरामेडिकल स्टाफ हैं।
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उन्होंने यह बातें ‘हेल्थ डायनेमिक्स ऑफ इंडिया (इंफ्रास्ट्रक्चर एंड ह्यूमन रिसोर्सेज) 2022-23 जारी करते हुए कही। साल 1992 से प्रकाशित हो रही इस रिपोर्ट को पहले ‘ग्रामीण स्वास्थ्य सांख्यिकी’ के नाम से जाना जाता था।
स्वास्थ्य सचिव ने कहा, एचएमआईएस पोर्टल को आरसीएच और मंत्रालय के अन्य पोर्टलों के साथ एकीकृत करने की आवश्यकता है। जिससे स्वास्थ्य कर्मियों के काम का बोझ को कम किया जाए। साथ ही यह सुनिश्चित किया जाए कि डेटा समय पर अपलोड हो। जिससे इसका सावधानीपूर्वक विश्लेषण किया जा सके।
रिपोर्ट में बताया गया है कि 31 मार्च, 2023 तक देश में कुल 1,69,615 डाटा उप-केंद्र हैं, जिनमें 2,39,911 स्वास्थ्यकर्मी कार्यरत हैं और 31,882 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएटसी) हैं, जिनमें 40,583 डॉक्टर, चिकित्सा अधिकारी कार्यरत हैं।
6,359 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी) में लगभग 26,280 विशेषज्ञ और चिकित्सा अधिकारी कार्यरत हैं और 1,340 उप-मंडल, जिला अस्पतालों (एसडीएच), 714 जिला अस्पतालों (डीएच) और 362 मेडिकल कॉलेजों में 45,027 डॉक्टर और विशेषज्ञ तैनात हैं। रिपोर्ट के अनुसार, ये ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में काम करते हैं।
इसके अलावा, देश भर में पीएचसी में 47,932 स्टाफ नर्स, सीएचसी में 51,059 नर्सिंग स्टाफ और एसडीएच और डीएच में 1,35,793 पैरामेडिकल स्टाफ हैं।
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उन्होंने यह बातें ‘हेल्थ डायनेमिक्स ऑफ इंडिया (इंफ्रास्ट्रक्चर एंड ह्यूमन रिसोर्सेज) 2022-23 जारी करते हुए कही। साल 1992 से प्रकाशित हो रही इस रिपोर्ट को पहले ‘ग्रामीण स्वास्थ्य सांख्यिकी’ के नाम से जाना जाता था।
स्वास्थ्य सचिव ने कहा, एचएमआईएस पोर्टल को आरसीएच और मंत्रालय के अन्य पोर्टलों के साथ एकीकृत करने की आवश्यकता है। जिससे स्वास्थ्य कर्मियों के काम का बोझ को कम किया जाए। साथ ही यह सुनिश्चित किया जाए कि डेटा समय पर अपलोड हो। जिससे इसका सावधानीपूर्वक विश्लेषण किया जा सके।
रिपोर्ट में बताया गया है कि 31 मार्च, 2023 तक देश में कुल 1,69,615 डाटा उप-केंद्र हैं, जिनमें 2,39,911 स्वास्थ्यकर्मी कार्यरत हैं और 31,882 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएटसी) हैं, जिनमें 40,583 डॉक्टर, चिकित्सा अधिकारी कार्यरत हैं।
6,359 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी) में लगभग 26,280 विशेषज्ञ और चिकित्सा अधिकारी कार्यरत हैं और 1,340 उप-मंडल, जिला अस्पतालों (एसडीएच), 714 जिला अस्पतालों (डीएच) और 362 मेडिकल कॉलेजों में 45,027 डॉक्टर और विशेषज्ञ तैनात हैं। रिपोर्ट के अनुसार, ये ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में काम करते हैं।
इसके अलावा, देश भर में पीएचसी में 47,932 स्टाफ नर्स, सीएचसी में 51,059 नर्सिंग स्टाफ और एसडीएच और डीएच में 1,35,793 पैरामेडिकल स्टाफ हैं।
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उन्होंने यह बातें ‘हेल्थ डायनेमिक्स ऑफ इंडिया (इंफ्रास्ट्रक्चर एंड ह्यूमन रिसोर्सेज) 2022-23 जारी करते हुए कही। साल 1992 से प्रकाशित हो रही इस रिपोर्ट को पहले ‘ग्रामीण स्वास्थ्य सांख्यिकी’ के नाम से जाना जाता था।
स्वास्थ्य सचिव ने कहा, एचएमआईएस पोर्टल को आरसीएच और मंत्रालय के अन्य पोर्टलों के साथ एकीकृत करने की आवश्यकता है। जिससे स्वास्थ्य कर्मियों के काम का बोझ को कम किया जाए। साथ ही यह सुनिश्चित किया जाए कि डेटा समय पर अपलोड हो। जिससे इसका सावधानीपूर्वक विश्लेषण किया जा सके।
रिपोर्ट में बताया गया है कि 31 मार्च, 2023 तक देश में कुल 1,69,615 डाटा उप-केंद्र हैं, जिनमें 2,39,911 स्वास्थ्यकर्मी कार्यरत हैं और 31,882 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएटसी) हैं, जिनमें 40,583 डॉक्टर, चिकित्सा अधिकारी कार्यरत हैं।
6,359 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी) में लगभग 26,280 विशेषज्ञ और चिकित्सा अधिकारी कार्यरत हैं और 1,340 उप-मंडल, जिला अस्पतालों (एसडीएच), 714 जिला अस्पतालों (डीएच) और 362 मेडिकल कॉलेजों में 45,027 डॉक्टर और विशेषज्ञ तैनात हैं। रिपोर्ट के अनुसार, ये ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में काम करते हैं।
इसके अलावा, देश भर में पीएचसी में 47,932 स्टाफ नर्स, सीएचसी में 51,059 नर्सिंग स्टाफ और एसडीएच और डीएच में 1,35,793 पैरामेडिकल स्टाफ हैं।
–आईएएनएस
डीकेएम/जीकेटी
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नई दिल्ली, 9 सितंबर (आईएएनएस)। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव अपूर्व चंद्रा ने सोमवार को कहा कि स्वास्थ्य प्रबंधन सूचना प्रणाली (एचएमआईएस) पोर्टल को प्रजनन एवं बाल स्वास्थ्य (आरसीएच) और स्वास्थ्य मंत्रालय के अन्य पोर्टलों के साथ जोड़ा जाना चाहिए। जिसके जरिए डेटा दक्षता बढ़ाने में मदद मिलेगी।
उन्होंने यह बातें ‘हेल्थ डायनेमिक्स ऑफ इंडिया (इंफ्रास्ट्रक्चर एंड ह्यूमन रिसोर्सेज) 2022-23 जारी करते हुए कही। साल 1992 से प्रकाशित हो रही इस रिपोर्ट को पहले ‘ग्रामीण स्वास्थ्य सांख्यिकी’ के नाम से जाना जाता था।
स्वास्थ्य सचिव ने कहा, एचएमआईएस पोर्टल को आरसीएच और मंत्रालय के अन्य पोर्टलों के साथ एकीकृत करने की आवश्यकता है। जिससे स्वास्थ्य कर्मियों के काम का बोझ को कम किया जाए। साथ ही यह सुनिश्चित किया जाए कि डेटा समय पर अपलोड हो। जिससे इसका सावधानीपूर्वक विश्लेषण किया जा सके।
रिपोर्ट में बताया गया है कि 31 मार्च, 2023 तक देश में कुल 1,69,615 डाटा उप-केंद्र हैं, जिनमें 2,39,911 स्वास्थ्यकर्मी कार्यरत हैं और 31,882 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएटसी) हैं, जिनमें 40,583 डॉक्टर, चिकित्सा अधिकारी कार्यरत हैं।
6,359 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी) में लगभग 26,280 विशेषज्ञ और चिकित्सा अधिकारी कार्यरत हैं और 1,340 उप-मंडल, जिला अस्पतालों (एसडीएच), 714 जिला अस्पतालों (डीएच) और 362 मेडिकल कॉलेजों में 45,027 डॉक्टर और विशेषज्ञ तैनात हैं। रिपोर्ट के अनुसार, ये ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में काम करते हैं।
इसके अलावा, देश भर में पीएचसी में 47,932 स्टाफ नर्स, सीएचसी में 51,059 नर्सिंग स्टाफ और एसडीएच और डीएच में 1,35,793 पैरामेडिकल स्टाफ हैं।
–आईएएनएस
डीकेएम/जीकेटी
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नई दिल्ली, 9 सितंबर (आईएएनएस)। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव अपूर्व चंद्रा ने सोमवार को कहा कि स्वास्थ्य प्रबंधन सूचना प्रणाली (एचएमआईएस) पोर्टल को प्रजनन एवं बाल स्वास्थ्य (आरसीएच) और स्वास्थ्य मंत्रालय के अन्य पोर्टलों के साथ जोड़ा जाना चाहिए। जिसके जरिए डेटा दक्षता बढ़ाने में मदद मिलेगी।
उन्होंने यह बातें ‘हेल्थ डायनेमिक्स ऑफ इंडिया (इंफ्रास्ट्रक्चर एंड ह्यूमन रिसोर्सेज) 2022-23 जारी करते हुए कही। साल 1992 से प्रकाशित हो रही इस रिपोर्ट को पहले ‘ग्रामीण स्वास्थ्य सांख्यिकी’ के नाम से जाना जाता था।
स्वास्थ्य सचिव ने कहा, एचएमआईएस पोर्टल को आरसीएच और मंत्रालय के अन्य पोर्टलों के साथ एकीकृत करने की आवश्यकता है। जिससे स्वास्थ्य कर्मियों के काम का बोझ को कम किया जाए। साथ ही यह सुनिश्चित किया जाए कि डेटा समय पर अपलोड हो। जिससे इसका सावधानीपूर्वक विश्लेषण किया जा सके।
रिपोर्ट में बताया गया है कि 31 मार्च, 2023 तक देश में कुल 1,69,615 डाटा उप-केंद्र हैं, जिनमें 2,39,911 स्वास्थ्यकर्मी कार्यरत हैं और 31,882 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएटसी) हैं, जिनमें 40,583 डॉक्टर, चिकित्सा अधिकारी कार्यरत हैं।
6,359 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी) में लगभग 26,280 विशेषज्ञ और चिकित्सा अधिकारी कार्यरत हैं और 1,340 उप-मंडल, जिला अस्पतालों (एसडीएच), 714 जिला अस्पतालों (डीएच) और 362 मेडिकल कॉलेजों में 45,027 डॉक्टर और विशेषज्ञ तैनात हैं। रिपोर्ट के अनुसार, ये ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में काम करते हैं।
इसके अलावा, देश भर में पीएचसी में 47,932 स्टाफ नर्स, सीएचसी में 51,059 नर्सिंग स्टाफ और एसडीएच और डीएच में 1,35,793 पैरामेडिकल स्टाफ हैं।
–आईएएनएस
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नई दिल्ली, 9 सितंबर (आईएएनएस)। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव अपूर्व चंद्रा ने सोमवार को कहा कि स्वास्थ्य प्रबंधन सूचना प्रणाली (एचएमआईएस) पोर्टल को प्रजनन एवं बाल स्वास्थ्य (आरसीएच) और स्वास्थ्य मंत्रालय के अन्य पोर्टलों के साथ जोड़ा जाना चाहिए। जिसके जरिए डेटा दक्षता बढ़ाने में मदद मिलेगी।
उन्होंने यह बातें ‘हेल्थ डायनेमिक्स ऑफ इंडिया (इंफ्रास्ट्रक्चर एंड ह्यूमन रिसोर्सेज) 2022-23 जारी करते हुए कही। साल 1992 से प्रकाशित हो रही इस रिपोर्ट को पहले ‘ग्रामीण स्वास्थ्य सांख्यिकी’ के नाम से जाना जाता था।
स्वास्थ्य सचिव ने कहा, एचएमआईएस पोर्टल को आरसीएच और मंत्रालय के अन्य पोर्टलों के साथ एकीकृत करने की आवश्यकता है। जिससे स्वास्थ्य कर्मियों के काम का बोझ को कम किया जाए। साथ ही यह सुनिश्चित किया जाए कि डेटा समय पर अपलोड हो। जिससे इसका सावधानीपूर्वक विश्लेषण किया जा सके।
रिपोर्ट में बताया गया है कि 31 मार्च, 2023 तक देश में कुल 1,69,615 डाटा उप-केंद्र हैं, जिनमें 2,39,911 स्वास्थ्यकर्मी कार्यरत हैं और 31,882 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएटसी) हैं, जिनमें 40,583 डॉक्टर, चिकित्सा अधिकारी कार्यरत हैं।
6,359 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी) में लगभग 26,280 विशेषज्ञ और चिकित्सा अधिकारी कार्यरत हैं और 1,340 उप-मंडल, जिला अस्पतालों (एसडीएच), 714 जिला अस्पतालों (डीएच) और 362 मेडिकल कॉलेजों में 45,027 डॉक्टर और विशेषज्ञ तैनात हैं। रिपोर्ट के अनुसार, ये ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में काम करते हैं।
इसके अलावा, देश भर में पीएचसी में 47,932 स्टाफ नर्स, सीएचसी में 51,059 नर्सिंग स्टाफ और एसडीएच और डीएच में 1,35,793 पैरामेडिकल स्टाफ हैं।