गाजियाबाद, 7 फरवरी (आईएएनएस)। गाजियाबाद की क्राइम ब्रांच पुलिस ने एटीएम फ्रॉड कर लोगों के साथ धोखाधड़ी करने वाले तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से 92 एटीएम कार्ड बरामद हुए हैं। साथ ही स्वाइप मशीन के साथ एक कार भी बरामद हुई है। ये लोग एटीएम में फेविक्विक लगाकर उसमें लोगों के कार्ड अटका देते थे। बाद में उसी से पैसे निकाल लेते थे। इस गैंग ने यूट्यूब से फ्रॉड करने का तरीका सीखा था।
गैंग के सरगना का कपड़ों का व्यवसाय था। जिसमें घाटा होने के बाद उसने फ्रॉड का काम शुरू किया।
गाजियाबाद में क्राइम ब्रांच के एडीसीपी सच्चिदानंद राय ने बताया कि पकड़े गए आरोपी बड़े ही शातिराना अंदाज से पहले एटीएम में जाते थे और एटीएम कार्ड की चिप पर फेवी क्विक लगाने के बाद एटीएम मशीन में उसे दो से तीन बार स्वैप किया करते थे। जिससे कि एटीएम मशीन की रीडिंग क्षमता कम हो जाती थी। ऐसे में जब भी कोई अन्य व्यक्ति एटीएम में पैसे निकालने के लिए आता था तो उसका एटीएम वहां पर फंस जाता था।
इस गैंग ने अपने ही गिरोह के साथी का नम्बर कस्टमर केयर के नाम पर एटीएम के भीतर लगा दिया था। पीड़ित व्यक्ति उस नंबर पर कॉल किया करता था। फिर एटीएम में मौजूद गैंग उसे अपने झांसे में लेने के बाद उसका एटीएम बदलकर पीड़ित व्यक्ति के एटीएम से पैसे निकालकर वहां से रफूचक्कर हो जाया करते थे।
पुलिस पूछताछ में पता चला है कि इस गैंग के सरगना ने यूट्यूब के जरिए फ्रॉड करने का तरीका ईजाद किया था। फिलहाल गगन, सोनू और देवेंद्र गिरफ्तार हुए हैं। एक आरोपी अभी फरार है। पुलिस पूछताछ में यह भी सामने आया है कि सोनू पहले रेडीमेड कपड़े का काम किया करता था। उसमें घाटा होने के बाद उसने फ्रॉड करना शुरू कर दिया।
–आईएएनएस
पीकेटी/एबीएम
गाजियाबाद, 7 फरवरी (आईएएनएस)। गाजियाबाद की क्राइम ब्रांच पुलिस ने एटीएम फ्रॉड कर लोगों के साथ धोखाधड़ी करने वाले तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से 92 एटीएम कार्ड बरामद हुए हैं। साथ ही स्वाइप मशीन के साथ एक कार भी बरामद हुई है। ये लोग एटीएम में फेविक्विक लगाकर उसमें लोगों के कार्ड अटका देते थे। बाद में उसी से पैसे निकाल लेते थे। इस गैंग ने यूट्यूब से फ्रॉड करने का तरीका सीखा था।
गैंग के सरगना का कपड़ों का व्यवसाय था। जिसमें घाटा होने के बाद उसने फ्रॉड का काम शुरू किया।
गाजियाबाद में क्राइम ब्रांच के एडीसीपी सच्चिदानंद राय ने बताया कि पकड़े गए आरोपी बड़े ही शातिराना अंदाज से पहले एटीएम में जाते थे और एटीएम कार्ड की चिप पर फेवी क्विक लगाने के बाद एटीएम मशीन में उसे दो से तीन बार स्वैप किया करते थे। जिससे कि एटीएम मशीन की रीडिंग क्षमता कम हो जाती थी। ऐसे में जब भी कोई अन्य व्यक्ति एटीएम में पैसे निकालने के लिए आता था तो उसका एटीएम वहां पर फंस जाता था।
इस गैंग ने अपने ही गिरोह के साथी का नम्बर कस्टमर केयर के नाम पर एटीएम के भीतर लगा दिया था। पीड़ित व्यक्ति उस नंबर पर कॉल किया करता था। फिर एटीएम में मौजूद गैंग उसे अपने झांसे में लेने के बाद उसका एटीएम बदलकर पीड़ित व्यक्ति के एटीएम से पैसे निकालकर वहां से रफूचक्कर हो जाया करते थे।
पुलिस पूछताछ में पता चला है कि इस गैंग के सरगना ने यूट्यूब के जरिए फ्रॉड करने का तरीका ईजाद किया था। फिलहाल गगन, सोनू और देवेंद्र गिरफ्तार हुए हैं। एक आरोपी अभी फरार है। पुलिस पूछताछ में यह भी सामने आया है कि सोनू पहले रेडीमेड कपड़े का काम किया करता था। उसमें घाटा होने के बाद उसने फ्रॉड करना शुरू कर दिया।
–आईएएनएस
पीकेटी/एबीएम