नई दिल्ली, 8 जून (आईएएनएस)। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने प्रतिबंधित खालिस्तान टाइगर फोर्स (केटीएफ) के विदेश स्थित दो गुर्गो के एक करीबी सहयोगी को गिरफ्तार किया है। एजेंसी ने गुरुवार को यह जानकारी दी।
एनआईए ने मंगलवार को हरियाणा और पंजाब में छापेमारी के दौरान गगनदीप सिंह उर्फ मिती को गिरफ्तार किया था।
केटीएफ के दो आतंकवादियों – अर्शदीप सिंह उर्फ अर्श डाला; और मनप्रीत सिंह उर्फ पीता – द्वारा संचालित संगठित अपराध गिरोह और नेटवर्क के खिलाफ एनआईए की पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और राजस्थान में लगातार जारी कार्रवाई में यह पांचवीं गिरफ्तारी है।
अर्श डाला कनाडा में रहता है और पीता फिलीपींस में है।
खालिस्तान समर्थक आतंकवादी संगठनों के प्रमुखों और सदस्यों की आतंकी गतिविधियों से संबंधित यह मामला एनआईए ने 20 अगस्त 2022 को स्वत: संज्ञान लेते हुए दर्ज किया था।
एनआईए ने इससे पहले लकी खोखर को फरवरी में गिरफ्तार किया था, जबकि जस्सा सिंह, अमृतपाल सिंह और अमरीक सिंह को मई में हिरासत में लिया गया था।
एक पुजारी की हत्या-साजिश मामले में पीता और अर्श डाला को सोमवार को मोहाली में एक एनआईए अदालत द्वारा वांछित अपराधी घोषित किया गया था।
एनआईए की जांच के अनुसार, गगनदीप सिंह विदेश में रहने वाले डाला और पीता के लिए काम कर रहा था और सीमा पार से हथियारों की तस्करी में उनकी मदद कर रहा था।
गगनदीप सिंग केटीएफ के लिए धन जुटाने के एक जबरन वसूली रैकेट का भी हिस्सा था।
Ýऋ की गतिविधियों को अंजाम देने के लिए डाला और पीटा भारत में लगातार नए कैडरों की भर्ती कर रहे हैं। वे कनाडा में केटीएफ के स्वयंभू प्रमुख हरजीत निज्जर के इशारे पर काम कर रहे हैं, जिसे जुलाई 2020 में केंद्र द्वारा व्यक्तिगत आतंकवादी के रूप में भी नामित किया गया था।
वे जबरन वसूली और अन्य माध्यमों से धन जुटा रहे थे और सीमा पार हथियारों, गोला-बारूद और विस्फोटकों की तस्करी कर रहे थे।
केटीएफ के साथ-साथ खालिस्तान लिबरेशन फोर्स, बब्बर खालसा इंटरनेशनल, इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन, खालिस्तान टाइगर फोर्स जैसे अन्य अभियुक्त आतंकवादी संगठन पूरे भारत में आतंक को बढ़ावा देने में लगे हुए हैं।
उनकी गतिविधियों में बम विस्फोट, लक्षित हत्याओं जैसे आतंकवादी कृत्यों को अंजाम देने के लिए अंतर्राष्ट्रीय सीमाओं के पार हथियार, गोला-बारूद विस्फोटक, आईईडी जैसे आतंकवादी हार्डवेयर की तस्करी शामिल है।
–आईएएनएस
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