नई दिल्ली, 11 जुलाई (आईएएनएस)! जम्मू-कश्मीर में सक्रिय प्रतिबंधित पाकिस्तान समर्थित आतंकवादी संगठनों की नई उभरती शाखाओं पर कार्रवाई करते हुए राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने मंगलवार को दक्षिण कश्मीर में पांच स्थानों पर छापेमारी की।
ये छापेमारी कश्मीर घाटी के तीन जिलों – अनंतनाग, शोपियां और पुलवामा में की गई। तलाशी के दौरान एनआईए ने बड़े पैमाने पर आपत्तिजनक डेटा वाले कई डिजिटल उपकरण जब्त किए।
एनआईए ने कहा, “आज जिन स्थानों पर छापे मारे गए, वे हाइब्रिड आतंकवादियों और ओवरग्राउंड वर्कर्स (ओजीडब्ल्यू) के आवासीय परिसर थे, जो कई प्रतिबंधित कश्मीरी आतंकवादी संगठनों की नवगठित शाखाओं और सहयोगियों से जुड़े थे। इन संगठनों के समर्थकों और कैडरों के परिसरों पर भी छापे मारे गए। हमें इसमें उनकी संलिप्तता का संदेह है। उनके ठिकानों से चिपचिपा बम, चुंबकीय बम, आईईडी, नशीले पदार्थ, हथियार और गोला-बारूद बरामद किए गए।”
एक अधिकारी ने कहा कि इन सभी कैडरों और कार्यकर्ताओं की जम्मू-कश्मीर में आतंक, हिंसा और तोड़फोड़ से संबंधित गतिविधियों के लिए जांच की जा रही है।
अधिकारी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर आतंकी साजिश का मामला 21 जून, 2022 को एनआईए द्वारा स्वत: संज्ञान लेते हुए दर्ज किया गया था।
यह मामला जम्मू-कश्मीर में चिपचिपे बमों, आईईडी और छोटे हथियारों के साथ हिंसक आतंकवादी हमलों की एक श्रृंखला शुरू करने के लिए प्रतिबंधित आतंकवादी संगठनों द्वारा एक भौतिक और ऑनलाइन साजिश से संबंधित है।
एनआईए ने कहा कि पाकिस्तान समर्थित संगठन जम्मू-कश्मीर में शांति और सांप्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ने के लिए स्थानीय युवाओं को कट्टरपंथी बनाने और भूमिगत कार्यकर्ताओं को संगठित करने में भी लगे हुए हैं।
एनआईए की जांच के अनुसार, साजिश के पीछे पाक स्थित गुर्गे लोगों के बीच आतंक फैलाने के लिए विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्मों का उपयोग कर रहे थे। वे कश्मीर घाटी में अपने एजेंटों और कैडरों को हथियार, गोला-बारूद, विस्फोटक, नशीले पदार्थ पहुंचाने के लिए ड्रोन का भी उपयोग कर रहे थे।
अधिकारी ने कहा, “जांच के तहत नए उभरे आतंकी संगठनों में द रेजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ), यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट जम्मू एंड कश्मीर (यूएलएफजेएंडके), मुजाहिदीन गजवत-उल-हिंद (एमजीएच), जम्मू एंड कश्मीर फ्रीडम फाइटर्स (जेकेएफएफ), कश्मीर टाइगर्स, पीएएएफ और अन्य शामिल हैं। ये संगठन लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी), जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम), हिज्ब-उल-मुजाहिदीन (एचएम), अल-बद्र, अल-कायदा जैसे प्रमुख प्रतिबंधित आतंकवादी संगठनों से संबद्ध हैं।”
–आईएएनएस
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