नई दिल्ली, 9 दिसंबर (आईएएनएस)। आईएस पर बड़े पैमाने पर कार्रवाई करते हुए राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने महाराष्ट्र पुलिस और एटीएस महाराष्ट्र के साथ समन्वय में शनिवार को पूरे महाराष्ट्र और कर्नाटक में कई जगह छापे के दौरान प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन के 15 गुर्गों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार किए गए लोगों में कई स्व-घोषित नेता भी शामिल हैं, जिनके पास ‘बायथ’ प्रशासित करने का अधिकार है।
एनआईए ने छापेमारी के दौरान 68 लाख रुपये से अधिक नकदी, आग्नेयास्त्र, तेज धार वाले हथियार, आपत्तिजनक दस्तावेज, स्मार्टफोन, हमास के झंडे और अन्य डिजिटल उपकरण भी बरामद किए।
एजेंसी के एक प्रवक्ता ने कहा कि एनआईए की टीमों ने शनिवार सुबह महाराष्ट्र के पडघा-बोरीवली, ठाणे, मीरा रोड और पुणे और कर्नाटक के बेंगलुरु में 44 स्थानों पर छापेमारी की और आतंक को बढ़ावा देने वाले 15 लोगों को पकड़ा।
अधिकारी ने कहा कि आरोपी अपने विदेशी आकाओं के निर्देशों पर काम करते हुए आईएस के हिंसक और विनाशकारी एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए आईईडी के निर्माण सहित विभिन्न आतंकवादी गतिविधियों में सक्रिय रूप से शामिल थे। छापे के दौरान भारी मात्रा में बेहिसाब नकदी, आग्नेयास्त्र, तेज धार वाले हथियार, आपत्तिजनक दस्तावेज, स्मार्ट फोन और अन्य डिजिटल उपकरण जब्त किए गए।
अधिकारी ने कहा, “बरामदगी में एक पिस्तौल, दो एयर गन, आठ तलवारें/चाकू, दो लैपटॉप, छह हार्ड डिस्क, तीन सीडी, 38 मोबाइल फोन, 10 मैगजीन किताबें, 68,03,800 रुपये नकद और 51 हमास के झंडे शामिल हैं।”
एनआईए की जांच से पता चला है कि आरोपी, आईएस महाराष्ट्र मॉड्यूल के सभी सदस्य, पडघा-बोरीवली से काम कर रहे थे, जहां उन्होंने पूरे भारत में आतंक और हिंसा फैलाने की साजिश रची थी।
आरोपियों ने हिंसक जिहाद, खिलाफत, आईएस आदि का रास्ता अपनाते हुए देश की शांति और सांप्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ने और सरकार के खिलाफ युद्ध छेड़ने का लक्ष्य रखा था।
अधिकारी ने कहा कि इसकी प्रारंभिक जांच से पता चला है कि गिरफ्तार आरोपी ने ग्रामीण ठाणे के पडघा गांव को ‘मुक्त क्षेत्र’ और ‘अल शाम’ के रूप में स्वयं घोषित किया था।
–आईएएनएस
एसजीके