कोलकाता, 3 अप्रैल (आईएएनएस)। पश्चिम बंगाल के पूर्वी बर्धवान जिले में एनएच-19 पर अज्ञात हमलावरों द्वारा शनिवार शाम को गोली मारकर हत्या कर दिए गए एक कोयला व्यापारी राजू झा करोड़ों रुपये के पशु तस्करी मामले में फरार आरोपी के नाम पर दर्ज एक कार में दुगार्पुर से कोलकाता जा रहे थे। एक सूत्र ने रविवार को यह जानकारी दी।
राजू झा, ब्रोतिन बंद्योपाध्याय के साथ यात्रा कर रहे थे, जो इस घटना में घायल हो गए थे। सूत्र के मुताबिक, जिस टोयोटा एसयूवी में झा और बंद्योपाध्याय यात्रा कर रहे थे, वह अब्दुल लतीफ के नाम पर रजिस्टर्ड है, जो फिलहाल फरार है और मवेशी घोटाले के सिलसिले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा वांछित है।
जब झा और बंद्योपाध्याय जलपान के लिए शक्तिगढ़ में एक मिठाई की दुकान के पास रुके, तो अचानक एक नीले रंग की कार वहां आ पहुंची। कार सवार लोगों ने फायरिंग शुरू कर दी, जिससे दो लोगों की मौत हो गई।
एसयूवी पंजीकरण संख्या डब्ल्यूबी-48डी-7032 जनवरी 2020 में खरीदी गई थी और बीरभूम जिले के बोलपुर में क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय (आरटीओ) के साथ रजिस्टर्ड थी। वही आरटीओ के रिकॉर्ड के मुताबिक गाड़ी अब्दुल लतीफ के नाम पर रजिस्टर्ड है।
सीबीआई के रिकॉर्ड के अनुसार, लतीफ तृणमूल कांग्रेस के कद्दावर नेता और पार्टी के बीरभूम जिला अध्यक्ष अनुब्रत मंडल का बेहद करीबी विश्वासपात्र था, जो पशु-तस्करी घोटाले में इस कथित संलिप्तता के कारण दिल्ली में न्यायिक हिरासत में है।
सीबीआई के रिकॉर्ड मुताबिक, लतीफ जो मुख्य रूप से बीरभूम जिले में एक पशु-व्यापार केंद्र से मुर्शिदाबाद जिले में भारत-बांग्लादेश सीमा तक तस्करी वाले मवेशियों के सुगम मार्ग की निगरानी के लिए जिम्मेदार था, पिछले साल अगस्त में केंद्रीय एजेंसी द्वारा मंडल को गिरफ्तार किए जाने के बाद फरार हो गया था।
सीबीआई द्वारा पूछताछ के लिए बुलाए जाने के तुरंत बाद वह पिछले साल फरार हो गया था।
–आईएएनएस
एफजेड/एसजीके