नई दिल्ली, 27 सितंबर (आईएएनएस)। ‘आरआरआर’ के बाद दर्शकों को ‘देवरा : पार्ट 1’ का बेसब्री से इंतजार था और यह कहना गलत नहीं होगा कि एनटीआर जूनियर ने वास्तव में उम्मीद से बेहतर प्रदर्शन किया है।
स्क्रीन पर उनके आते ही माहौल बदल जाता है। उनकी उपस्थिति सबका ध्यान अपनी ओर खींचती है, खासकर फिल्म के इंटेंस और फाइटिंग सीन्स में एनटीआर जूनियर काफी दमदार नजर आ रहे हैं। काफी समय बाद हम उन्हें ऐसे रोमांचकारी अवतार में देख रहे हैं, जिसके एक्शन सीक्वेंस शानदार हैं।
हाई-ऑक्टेन क्षण और खतरनाक दृश्यों से फिल्म भरी हुई है, एक्शन सीक्वेंस चर्चा का विषय बने हुए हैं, हर सीन तेलुगू सिनेमा के ब्रांड को बुलंद करता है। विशेष रूप से पानी के नीचे का दृश्य, लुभावना है, जो दर्शकों को काफी उत्साहित करता है और दर्शक आश्चर्यचकित रह जाते हैं।
अनिरुद्ध रविचंदर द्वारा रचित फिल्म का साउंडट्रैक इसकी खूबसूरती को और बढ़ाता है। खास तौर पर आयुध पूजा गीत, बड़े पर्दे पर जश्न का माहौल बना देता है और अगली सिनेमाई घटना के रूप में स्थापित करते हैं। थिएटर कॉन्सर्ट हॉल में तब्दील हो गए हैं, जहां प्रशंसक मिलजुलकर संगीत का आनंद उठा रहे हैं। अनिरुद्ध की फ्रेश और शानदार आवाज फिल्म के भव्य दृश्यों से मेल खाती है। ये दिव्य दृश्य दर्शकों को बिग स्क्रीन पर ‘देवरा’ देखने के लिए प्रेरित करते हैं।
‘देवरा’ के विषय की बात करें तो ये डर के माहौल में भी हिम्मत की खोज करता है, जिसमें निर्देशक ने फिल्म के दो हिस्सों में दो शक्तिशाली ताकतों के बीच बेहतरीन सामंजस्य बिठाने की कोशिश की है। एनटीआर जूनियर का किरदार ‘देवरा’ जटिलता से भरा हुआ है।
सैफ अली खान के किरदार में कई लेयर्स हैं। वो भैरा के रूप में एक प्रभावशाली तरीके से अपनी मौजूदगी दर्ज कराते हैं। उन्होंने एक खतरनाक खलनायक का रोल निभाया है। एनटीआर जूनियर के देवरा और वरा के साथ उनका टकराव शानदार है। सैफ ने कैरेक्टर की बारीकी को बेहतरीन तरीके से पकड़ा है। ये फिल्म के भावनात्मक पहलुओं को और भी बेहतर ढंग से उभारता है।
दूसरी ओर, जान्हवी का किरदार खूबसूरती और शक्ति का परिचायक है। इस किरदार से उनके करियर में बड़ी छलांग लगनी तय है। एनटीआर जूनियर के साथ उनकी केमिस्ट्री शानदार है, और वो इस भव्य फिल्म में अपनी जगह बनाए रखने में कामयाब होती हैं, इससे हाई-ऑक्टेन एक्शन ड्रामा में जान आ जाती है।
दृश्य बेहतरीन हैं, और कोर्तला शिवा के भव्य फिल्म निर्माण ने भारतीय सिनेमा के लिए नया मानक स्थापित कर दिया है। यह एक उल्लेखनीय सिनेमाई उपलब्धि है, जो रोमांच, भावनाओं और एक अविस्मरणीय दृश्यों से परिपूर्ण हैं। इसे मिस नहीं किया जाना चाहिए।
रेटिंग: ★★★★ (4/5)
–आईएएनएस
केआर/एबीएम