नई दिल्ली, 15 जून (आईएएनएस)। नीतीश कुमार के साथ मिलकर बिहार में महागठबंधन की सरकार बनाने के बाद जेडीयू और आरजेडी खासकर तेजस्वी यादव लगातार यह दावा करते हैं कि उन्होंने बिहार की राजनीति में भाजपा को पूरी तरह से अलग-थलग कर दिया है। एक समय वाकई बिहार की राजनीति में ऐसे हालात पैदा हो गए थे कि लोजपा को छोड़ कर अन्य कोई भी राजनीतिक दल भाजपा के साथ नहीं बचा था। तो वहीं नीतीश कुमार-तेजस्वी यादव के महागठबंधन में नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू, लालू यादव की पार्टी आरजेडी, जीतन राम मांझी की पार्टी हम और कांग्रेस के अलावा सीपीआई, सीपीएम और सीपीआई-माले सहित कुल सात दल शामिल हो गए थे।
लेकिन बिहार में लोक सभा चुनाव की तैयारियों में जुटी भाजपा ने एक तरफ जहां नीतीश कुमार की पार्टी में सेंध लगाई तो वहीं दूसरी तरफ महागठबंधन को भी कमजोर किया और अब आने वाले दिनों में पार्टी बिहार में एनडीए का इस तरह से विस्तार करने जा रही है कि राज्य में मुकाबला 6 बनाम 6 का होने की संभावना बढ़ गई है। यानी नीतीश के महागठबंधन में भी 6 राजनीतिक दल हो सकते हैं और भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन में भी 6 दलों के ही चुनाव लड़ने की संभावना मजबूत होती जा रही है।
जीतन राम मांझी की पार्टी हम के महागठबंधन से बाहर होने के बाद अब इसमें जेडीयू, आरजेडी और कांग्रेस के अलावा सीपीआई, सीपीएम और सीपीआई-माले सहित कुल छह दल ही बचे रह गए हैं।
वहीं भाजपा के सहयोगियों की बात करें तो, घोषित रूप से अभी रालोजपा ही गठबंधन में शामिल है और इनके नेता पशुपति पारस मोदी सरकार में मंत्री भी है। लेकिन भाजपा सूत्रों की मानें तो आने वाले दिनों में चिराग पासवान अपनी पार्टी लोजपा (रामविलास), जेडीयू से अलग होकर अपनी पार्टी बनाने वाले उपेंद्र कुशवाहा और जीतन राम मांझी अपनी पार्टी हम के साथ एनडीए गठबंधन में शामिल हो सकते हैं।
सूत्रों की मानें तो, भाजपा वीआईपी के मुकेश सहनी को भी एनडीए में लाने की कोशिश कर रही है। भाजपा की यह कोशिश कामयाब हो जाती है तो बिहार में एनडीए के कुनबे में भी भाजपा, रालोजपा, लोजपा (रामविलास), रालोजद, हम और वीआईपी मिलाकार कुल 6 दल शामिल हो जाएंगे। यानी अगर महागठबंधन में भविष्य में कोई और दरार नहीं पड़ी और भाजपा सबको मनाने में कामयाब हो गई तो 2024 के लोक सभा चुनाव में बिहार में 6 बनाम 6 का राजनीतिक घमासान देखने को मिल सकता है।
–आईएएनएस
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