नई दिल्ली, 28 मार्च (आईएएनएस)। एनडीटीवी युवा कॉन्क्लेव में मुख्य अतिथि के तौर पर पहुंचे केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा, “युवा का अर्थ सकारात्मक ऊर्जा, जुनून और प्रतिबद्धता है।”
उन्होंने आगे कहा कि भारत के युवा “सकारात्मक ऊर्जा, प्रेरणा, जुनून” के प्रतीक हैं। हमारे देश में युवा इतने प्रतिबद्ध हैं कि 10 साल में हम सबसे बड़े स्टार्टअप (हब) के तौर पर उभरे हैं और दुनिया में हमारा स्थान तीसरा है।
उन्होंने कहा, “छोटे शहरों में एक स्टार्टअप इकोसिस्टम बनाया जा रहा है। अगर देश के युवाओं को वर्षों तक रोका नहीं गया होता तो कुछ युवा गूगल मैप्स जैसी बड़ी कंपनी बना लेते। वहीं सफल चंद्रयान मिशन भी भारत की प्रगति को दर्शाता है।”
विपक्ष द्वारा युवाओं के लिए रोजगार को लेकर केंद्र पर निशाना साधने पर अनुराग ठाकुर ने कहा, ”कुछ लोगों को झूठ बोलने की आदत होती है जबकि ईपीएफओ खातों में छह करोड़ 40 लाख नए पंजीकरण हुए हैं। 29 करोड़ ई-श्रम कार्ड बांटे गए हैं। देश में 93 प्रतिशत रोजगार के क्षेत्र अनौपचारिक थे, अब वह संगठित हो रहे हैं। बिना किसी गारंटी के 34 करोड़ मुद्रा ऋण दिए गए। वर्ष 2013 में कांग्रेस के शासनकाल में महंगाई दर 13 प्रतिशत थी। आज यह पांच प्रतिशत से भी कम है। पिछले 10 साल में यह औसत 5.5 प्रतिशत के आसपास रही। कोविड के बावजूद, मोदी सरकार ने मुद्रास्फीति को नियंत्रण में रखा।”
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग वाले अरविंद केजरीवाल और राहुल गांधी के आरोपों को लेकर विपक्ष पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि इस देश में कानून सभी के लिए एक जैसा है। चाहे वह केजरीवाल हों या फिर कोई आम नागरिक।
उन्होंने अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधते हुए कहा कि, “वह व्यक्ति (केजरीवाल) देश को गुमराह कर रहा है। उन्होंने वादा किया था कि वह राजनीति में नहीं आएंगे, लेकिन वह आए। उन्होंने कहा था कि भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ेंगे, अब वह भ्रष्टाचार में लिप्त दिख रहे हैं। स्थिति यह है कि केजरीवाल सरकार के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन और अब खुद केजरीवाल भ्रष्टाचार के आरोपों में जेल में हैं।”
उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा, ”आयकर को लेकर कानून है। अगर आप राजनीतिक पार्टी हो तो आपको टैक्स नहीं लगेगा, लेकिन रिटर्न फाइल करना होगा। लेकिन, कांग्रेस ने ऐसा नहीं किया, तो ऐसे में क्या करना चाहिए। क्या देश के कानून से ऊपर कांग्रेस को रख दें।”
–आईएएनएस
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