मुंबई, 23 फरवरी (आईएएनएस)। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने गुरुवार को राज्य भारतीय जनता पार्टी पर नवंबर 2019 में अल्पकालिक महाराष्ट्र सरकार के शपथ ग्रहण समारोह पर भ्रम पैदा करने का प्रयास करने का आरोप लगाते हुए हमला बोला।
एनसीपी के मुख्य प्रवक्ता महेश तापसे ने इस मुद्दे पर एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार के खिलाफ भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले के बयानों पर कड़ी नाराजगी जताई।
अक्टूबर 2019 के विधानसभा चुनावों के बाद त्रिशंकु फैसले के बाद, तत्कालीन राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने 23 नवंबर, 2019 को बीजेपी के देवेंद्र फडणवीस को सीएम और एनसीपी के अजीत पवार को डिप्टी सीएम के रूप में शपथ दिलाई थी, लेकिन उनका शासन बमुश्किल 80 घंटे में ही गिर गया।
पांच दिन बाद 28 नवंबर, 2019 को महा विकास अघाड़ी ने मुख्यमंत्री के रूप में शिवसेना के उद्धव ठाकरे के साथ सरकार बनाई और जून 2022 में उनकी सरकार गिराए जाने तक वह सत्ता में रहे। दिलचस्प बात यह है कि चतुर पवार ने मुस्कराते हुए कहा कि अगर फडणवीस-अजीत पवार की जोड़ी ने शपथ नहीं ली होती, तो राज्य में राष्ट्रपति शासन खत्म नहीं होता और ठाकरे पांच दिन बाद सीएम नहीं बन सकते थे।
नवंबर 2019 के प्रकरण पर चल रहे तीखे मौखिक द्वंद्वों के बीच, बावनकुले ने तर्क दिया कि पवार कथित तौर पर एनसीपी-बीजेपी गठबंधन के लिए तैयार थे, लेकिन मुख्यमंत्री के रूप में फडणवीस के बिना। कुछ दिनों पहले फडणवीस ने दावा किया था कि सीनियर पवार उन घटनाक्रमों से पूरी तरह वाकिफ थे, जिनकी वजह से वह (फडणवीस) दूसरी बार मुख्यमंत्री बने।
लेकिन, तापसे ने कहा: बावनकुले और फडणवीस दोनों एनसीपी के संदर्भ में भ्रामक बयान दे रहे हैं और लोगों के दिमाग को भ्रमित करने का प्रयास कर रहे हैं। सीनियर पवार के पोते रोहित पवार ने कहा कि पवार साहब के राजनीतिक खेल और रणनीतियां इन लोगों की समझ से परे हैं और बीजेपी से अतीत के मुद्दों को उठाने के बजाय आज के ज्वलंत मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करने का आग्रह किया।
फडणवीस ने रहस्यमय मुस्कान के साथ कहा कि एक के बाद एक, नवंबर 2019 के उस समारोह के विभिन्न पहलू जनता के सामने खुल रहे हैं। उन्होंने गुरुवार को मीडियाकर्मियों से कहा, जो कुछ हुआ है, उसका आधा हिस्सा आप जानते हैं, बाकी राजनीतिक ड्रामा भी जल्द ही सामने आ जाएगा।
तापसे ने जोर देकर कहा कि एनसीपी का तब, अब या भविष्य में कभी भी भाजपा से कोई लेना-देना नहीं है और पार्टी एमवीए के साथ पूरी तरह से तालमेल बिठा रही है, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे-फडणवीस की सरकार जल्द ही गिर जाएगी।
–आईएएनएस
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