नई दिल्ली, 6 नवंबर (आईएएनएस)। पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों के मौजूदा दौर के लिए एबीपी न्यूज के लिए सीवोटर द्वारा किए गए एक विशेष जनमत सर्वेक्षण से पता चलता है कि पांचों राज्यों में मौजूदा विधायकों और सरकारों के खिलाफ उच्च स्तर का असंतोष और गुस्सा है।
हालांकि उच्च स्तर का गुस्सा अक्सर मौजूदा विधायकों के साथ-साथ राज्य सरकारों के लिए भी चुनावी नुकसान का कारण बनता है, लेकिन पिछले कुछ वर्षों में हुए विधानसभा चुनावों से पता चलता है कि हमेशा ऐसा नहीं होता।
सर्वे के मुताबिक, मिजोरम में मौजूदा विधायकों के खिलाफ मतदाताओं का गुस्सा सबसे कम है और महज 22 फीसदी लोगों का मानना है कि वे नाराज हैं और विधायक बदलना चाहते हैं।
विधायकों के खिलाफ सबसे ज्यादा गुस्सा तेलंगाना में दिख रहा है जहां 53 फीसदी मतदाताओं ने विधायक बदलने का फैसला कर लिया है।
अन्य तीन राज्यों के लिए संबंधित आंकड़े हैं: छत्तीसगढ़ (46.1 प्रतिशत), राजस्थान (46 प्रतिशत) और मध्य प्रदेश (44.5 प्रतिशत)।
हाल के दिनों में विधानसभा चुनावों में यह देखा गया है कि सत्ताधारी दलों के खिलाफ काफी हद तक सत्ता विरोधी लहर होती है, और जब मौजूदा विधायक जिनके बारे में माना जाता है कि उन्होंने अपने निर्वाचन क्षेत्रों में अच्छा काम नहीं किया है, उन्हें उम्मीदवारों की सूची से हटा दिया जाता है।
ज्यादातर राज्यों में सत्ताधारी सरकारों के खिलाफ गुस्सा भी काफी ज्यादा नजर आ रहा है।
वोटरों के बीच सबसे ज्यादा 57 फीसदी असंतोष तेलंगाना में देखा गया है।
सबसे कम असंतोष का स्तर छत्तीसगढ़ में 48.5 प्रतिशत देखा गया है जो अपने आप में एक उच्च प्रतिशत है।
अन्य राज्यों में असंतोष का स्तर इस प्रकार है: मध्य प्रदेश (55.4 प्रतिशत), मिजोरम (50 प्रतिशत) और राजस्थान (49.2 प्रतिशत)।
कुल मिलाकर, सीवोटर के सदस्यों ने पांच राज्यों में लगभग 63,000 पंजीकृत मतदाताओं का साक्षात्कार किया।
त्रुटि की संभावना तीन प्रतिशत है।
–आईएएनएस
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