नई दिल्ली, 21 सितंबर (आईएएनएस)। दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) में होने वाले छात्र संघ चुनाव को लेकर शनिवार को एबीवीपी ने 5-पी मॉडल (प्रवेश, परिसर, पाठ्यक्रम, परीक्षा, परिणाम) आधारित घोषणा पत्र जारी किया। इस घोषणा पत्र को एबीवीपी ने 5 हज़ार से अधिक विद्यार्थियों के प्राप्त सुझावों के आधार पर तैयार किया है।
एबीवीपी द्वारा जारी घोषणा पत्र में प्रवेश, परिसर, पाठ्यक्रम, परीक्षा और परिणाम को संबंधी विषयों पर काम, रोजगार-परक शिक्षा व्यवस्था लागू करने, सर्वसमावेशी व सर्वस्पर्शी निवारण तंत्र को स्थापित करने तथा दिल्ली विश्वविद्यालय को सकारात्मक व सुरक्षित शैक्षिक परिवेश बनाने वाला दूरदर्शी नेतृत्व प्रदान करने जैसे महत्वपूर्ण विषय शामिल हैं।
एबीवीपी के राष्ट्रीय महामंत्री याज्ञवल्क्य शुक्ल ने कहा कि विद्यार्थी परिषद का घोषणा पत्र डीयू छात्रों के वास्तविक मुद्दों को रेखांकित करने वाला है। वर्तमान आवश्यकताओं अनुरूप आधारभूत ढांचे के विकास के साथ, नए छात्रावास के निर्माण, दिव्यांग तथा छात्राओं के मुद्दों को एबीवीपी के घोषणा पत्र में प्रमुखता से स्थान मिला है। एबीवीपी अपने घोषणा पत्र के मुद्दों को डीयू छात्र-छात्राओं के बीच आगामी प्रचार के दिनों में प्रमुखता से ले जाएगी।
एबीवीपी से डूसू में अध्यक्ष पद के प्रत्याशी ऋषभ चौधरी ने कहा कि एबीवीपी के प्रबल और सक्षम नेतृत्व पर डीयू स्टूडेंट्स का हमेशा भरोसा रहा है। इस साल डीयू कॉलेजों के अवसंरचनात्मक विकास, पीजी कोर्सेज हेतु ‘एक पाठ्यक्रम-एक शुल्क’, अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों हेतु पूरक परीक्षाएं, प्रत्येक कॉलेजों में हाई-टेक रीडिंग रूम, राष्ट्रीय शिक्षा नीति के प्रभावी क्रियान्वयन, वाई-फाई युक्त परिसर, समस्याओं के निवारण हेतु एकल डैशबोर्ड, प्लेसमेंट सेल के माध्यम से रोज़गार मेला जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर हम कार्य करते हुए डीयू को वैश्विक पटल पर शीर्ष पर स्थापित करने का कार्य करेंगे।
एबीवीपी पैनल से डूसू में उपाध्यक्ष पद के प्रत्याशी भानु प्रताप सिंह ने कहा कि एबीवीपी कैंपस में पढ़ रहे विद्यार्थियों के लिए वर्ष भर सक्रिय रहती है वहीं अन्य छात्र संगठन चुनावी मेढक की तरह केवल चुनावी दिनों में ही दिखाई पड़ते हैं।
एबीवीपी से डूसू में सचिव पद की प्रत्याशी मित्रवृंदा करनवाल ने कहा कि एबीवीपी के सक्षम छात्र नेतृत्व ने गत वर्षों में डीयू में सकारात्मक माहौल बनाने के लिए कार्य किया है और महिलाओं को सशक्त करने के लिए यथासंभव प्रयास किए हैं।
एबीवीपी पैनल से संयुक्त-सचिव पद के प्रत्याशी अमन कपसिया ने कहा कि छात्र हितों में निरंतर कार्य कर एबीवीपी ने डीयू में विद्यार्थियों के मानस पटल पर एक प्रभावी छाप छोड़ी है।
–आईएएनएस
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