जबलपुर,देशबन्धु. पमरे के जबलपुर मंडल रेलवे में उच्च अधिकारियों की उदासीनता और लापरवाही के कारण विभाग को प्रति माह लाखों का चूना लगा रहे हैं. सैंकड़ो पुरुष एवं महिलाऐं जो कि जबलपुर से बाहर प्रति दिन अप डाउन करती हैं उनमें से कई अप डाउन ऐसे हैं जो कि 1 माह का एप के माध्यम से एमएसटी बनवाकर उसे 4 माह तक विभिन्न टे्रनों में धड़ल्ले से यात्रा करते हैं.
कई टिकट निरीक्षकों को यह सभी बात की जानकारियां होने के बाद भी वह चुपचाप रहते हैं. इसके चलते इनके हौसले दिनों दिन इस प्रकार की आदतें अन्य अपडाउनर्स में भी देखी जा रही है.
सूत्रों से प्राप्त खबर के अनुसार मुख्य रेलवे स्टेशन से प्रतिदिन गोसलपुर, सिहोरा, कटनी, श्रीधाम, नरसिंहपुर, गाडरवारा,आदि शहरों में शिक्षक बिजली विभाग स्वास्थ्य विभाग व अन्य विभागों के सैकड़ों कर्मचारी, रीवा शटल इंदौर बिलासपुर नर्मदा एक्सप्रेस ,बीना इटारसी विन्ध्याचल एक्सपेस ट्रेनों से अपने कार्यालय आते जाते हैं.
नियमानुसार सभी कर्मचारियों को आने जाने के लिए एमएसटी पास बनवाकर ही यात्रा करनी चाहिये निर्धारित शुल्क देकर विभाग से टिकट खिड़कियों से जारी कराया जाना चाहिये जब इसकी नियत तिथि समाप्त हो जाए तो मासिक या त्रेमासिक इसका नवीनीकरण कराया धड़ल्ले से यात्रा कर रही हैं.
इसी के साथ ही साथ मासिक पास धारियों को जनशताब्दी अमरकंटक एक्सप्रेस ,बिलासपुर ,इंदौर एक्सप्रेस व अन्य एक्सप्रेस ट्रेनों के द्वितीय श्रेणी कोच में यह मासिक पास धारी पात्रता न होते हुए भी प्रति दिन यात्रा करते हैं. इसके कारण रेलवे के राजस्व को प्रतिमाह लाखों रूपयों के राजस्व की हानि हो रही है जो कि अच्छा संदेश नहीं हैं.
उल्लेखनीय है कि उड़नदस्ता निरीक्षक दल, कटनी, मैहर, सतना,दमोह सहित जबलपुर में है. उड़नदस्ता निरीक्षक दलों द्वारा कुछ चुनिंदा टे्रनें, जैसे मुंबई हावड़ा मेल, बनारस मुंबई महानगरी एक्सप्रेस,भोपाल दुर्ग अमरकंटक एक्सप्रेस, जबलपुर सोमनाथ एक्सप्रेस, वंदेभारत एक्सप्रेस ट्रेनों में ही यात्रा करते हैं.
गौरतलब है कि एमएसटी नवीनीकरण का भी किसी प्रकार का कोई रिकार्ड नहीं है और इसका सत्यापन करने की भी फुर्सत किसी को नहीं है. इस प्रकार की अव्यवस्था से रेलवे को प्रतिमाह लाखों रुपयों की राजस्व हानि उठानी पड़ रही है. यदि अधिकारी इस ओर सक्रियता दिखाएं तो इस लाखों के घाटे को रोके जाने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है.
अचानक लगातार टे्रेनों में एमएसटी पास धारकों के पास के नवीनीकरण पर विशेष ध्यान दे तो इस प्रकार की भर्राशाही पर लगाम लगने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है. वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक डॉ.मधुर वर्मा अनुभवशील और कुशल प्रशासक हैं,वह इस संबंध में उचित निर्णय लेकर विभाग को होने वाले नुकसान को बचाने का शीघ्रता से प्रयास करेंगे इसकी सभी को उम्मीद है.