जबलपुर. मप्र लोक सेवा आयोग (एमपीपीएससी) की परीक्षाओं में रसूखदारों के बच्चों के चीन्ह-चीन्ह कर अंको की रेवड़ी बांटने के आरोप लगने के बाद अब अपेक्स बैंक की भर्ती प्रक्रिया भी विवादों में घिर गई हैं. एमपीपीएससी के साथ अपेक्स बैंक की भर्ती प्रक्रिया में कथित अनियमितताओं के चलते प्रदेश के साथ शहर के वे उम्मीदवार स्वयं को ठगा सा महसूस कर रहे हैं जिन्होंने बड़ी उम्मीद से पूरी तैयारी करके परीक्षाएं दी थीं.
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जिस तरह एमपीपीएससी में रसूखदारों के बच्चों को अधिक अंक देने के आरोप लगे थे उसी तरह अपेक्स बैंक में अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी, प्रबंधक समेत 118 पदों पर भर्ती की प्रक्रिया में अधिकारियों पर अपने रिश्तेदारों को नियुक्तियां देने नियमों को ताक पर धरने का आरोप लगाया गया हैं. शहर के उम्मीदवारों का कहना हैं कि इस मामले में वे जल्द ही न्यायालय की शरण लेंगे.
नेता प्रतिपक्ष ने भी लगाए गंभीर आरोप
ज्ञात हो कि नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने हालहीं में मुख्य सचिव को इस संबंध में पत्र लिखकर अपेक्स बैंक भर्ती में अनियमितता की जांच कर कार्रवाई की मांग की. उन्होंने पत्र में मामले की विधिवत जांच कर कार्रवाई करने और वस्तुस्थिति से अवगत कराने को कहा है.
रिजल्ट जारी किए बिना हुए साक्षात्कार
शहर के उम्मीदवारों द्वारा भी भर्ती प्रक्रिया को लेकर पूर्व में सवाल उठाए जा रहे थे. यही बात श्री सिंघार द्वारा प्रेषित पत्र में नजर आई जिसमे अपेक्स बैंक में अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी, प्रबंधक समेत 118 पदों पर भर्ती की प्रक्रिया में अनियमितता, पारदर्शिता न अपनाए जाने का आरोप लगाया गया हैं. पत्र में कहा गया हैं कि लिखित परीक्षा का पूरा परिणाम जारी किए बिना साक्षात्कार की मेरिट लिस्ट बना दी गई है. यही नहीं साक्षात्कार में एक पद के विरूद्ध तीन अभ्यर्थी बुलाए जाने थे किंतु इसका पालन भी नहीं किया गया.
अधिकारियों पर अपने रिश्तेदारों को दी नियुक्ति देने का आरोप
शहर के उम्मीदवारों द्वारा यह भी आरोप लगाया गया था कि विभाग में पदस्थ अधिकारियों ने कथित तौर पर अपने रिश्तेदारों को नियुक्ति दे दी. जिससे भर्ती प्रक्रिया को प्रभावित किया गया.