मुंबई, 23 फरवरी (आईएएनएस)। महाराष्ट्र में विपक्षी महा विकास अघाड़ी (एमवीए) ने कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता पवन खेड़ा की अचानक गिरफ्तारी पर नाराजगी जताई है, पवन खेड़ा को दिल्ली से रायपुर जाने के दौरान गुरुवार को हिरासत में लिया गया था।
महाराष्ट्र इकाई के कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि यह हाल ही में समाप्त हुई भारत जोड़ो यात्रा (बीजेवाई) का परिणाम है जिसने केंद्र में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार के पैरों के नीचे से जमीन हिला दी है।
खेड़ा की गिरफ्तारी की आलोचना करते हुए राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की सांसद सुप्रिया सुले ने कहा, यह एक निंदनीय कृत्य है जो उनके अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और राजनीतिक जुड़ाव के अधिकार का उल्लंघन करता है। राजनीतिक मान्यताओं के आधार पर भेदभाव न केवल नैतिक रूप से गलत है बल्कि असंवैधानिक भी है।
शिवसेना (यूबीटी) के सांसद और मुख्य प्रवक्ता संजय राउत ने कहा, देश में आपातकाल जैसी स्थिति है। भाजपा खबर बनाना चाहती थी और इसलिए उन्होंने कांग्रेस अधिवेशन से पहले खेड़ा को पकड़ लिया। वह विपक्ष का गला घोंटने की कोशिश कर रहे हैं। कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता अतुल लोंढे का मानना है कि देश में खुलेआम लोकतंत्र का गला घोंटा जा रहा है और जनता के मुद्दों को उठाने वाले सरकारी मशीनरी के शिकार हो रहे हैं।
लोंधे ने कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बारे में क्या, जिन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के खिलाफ कई अपशब्द कहे हैं? इस पैमाने पर उन्हें कई बार गिरफ्तार किया जाना चाहिए था। हम देश में लोकतंत्र को बचाने के लिए कोई भी कुर्बानी देने के लिए तैयार हैं। पटोले को संदेह है कि भाजपा रायपुर में कांग्रेस के अधिवेशन में जानबूझकर बाधाएं पैदा कर रही है, लेकिन चाहे जो भी बाधाएं पैदा की जाएं, अधिवेशन वहां आयोजित किया जाएगा।
पटोले ने कहा- पार्टी अधिवेशन से पहले छत्तीसगढ़ में कांग्रेस नेताओं को परेशान करने के लिए उनके यहां छापे मारे गए थे, भाजपा सरकार ने सभी हदें पार कर दी हैं, विपक्षी दलों को खत्म करने का प्रयास किया जा रहा है क्योंकि लोग अब बड़ी संख्या में कांग्रेस का समर्थन कर रहे हैं। हम लोकतंत्र के लिए इस तरह की सत्तावादी प्रवृत्ति से लड़ते रहेंगे।
–आईएएनएस
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