मुंबई, 16 मार्च (आईएएनएस)। पिछले महीने हुए कास्बा पेठ (पुणे) उपचुनाव में जीत के फॉर्मूले से उत्साहित विपक्षी महा विकास अघाड़ी (एमवीए) ने सैद्धांतिक रूप से भविष्य के सभी चुनावों- निकाय, विधानसभा और संसद- को एकजुट होकर लड़ने पर सहमति जताई है, पार्टी के अधिकारियों ने गुरुवार को यह जानकारी दी।
पिछले कुछ दिनों में कांग्रेस, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और शिवसेना (यूबीटी) के शीर्ष नेताओं के बीच कई बैठकों के बाद यह फैसला आया है। एमवीए के शीर्ष अधिकारियों और उनके जिले और राज्य के नेताओं की बुधवार रात हुई बैठक में अंतिम मुहर लगी, जिसमें चुनाव से पहले बाहर जाने और मिलकर काम करने का आह्वान किया गया था।
हालांकि, कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता अतुल लोंधे ने कहा कि 2024 के लोकसभा (48 सीटों) या विधानसभा (288 सीटों) के चुनावों के लिए कोई सीट-बंटवारे का फॉर्मूला अंतिम रूप नहीं दिया गया है, और इसे बाद में देखा जाएगा। लोंधे ने कुछ टेलीविजन रिपोटरें का दावा किया कि अगले साल के लोकसभा चुनावों के लिए सीट-बंटवारे के आंकड़े पर सहमति हुई थी, जिसमें शिवसेना (यूबीटी) कथित तौर पर सबसे अधिक 21 सीटों पर चुनाव लड़ रही थी, उसके बाद एनसीपी की 19 और कांग्रेस की 08 सीटें थीं।
आगामी निकाय चुनावों के लिए अगले कुछ महीनों में राज्य भर में संयुक्त रैलियों को आयोजित करने के लिए एक साथ चुनाव लड़ने का कदम समान समझ का अनुसरण करता है। इनमें से पहली रैली 2 अप्रैल को छत्रपति संभाजीनगर, 16 अप्रैल को नागपुर, और 1 मई को मुंबई- महाराष्ट्र दिवस समारोह के साथ – 14 मई को पुणे, 28 मई को कोल्हापुर और 3 जून को नासिक में आयोजित की जाएगी।
एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार और राज्य इकाई के अध्यक्ष जयंत पाटिल, शिवसेना (यूबीटी) के अध्यक्ष और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने केंद्र और राज्यों में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी को सत्ता से बेदखल करने के लिए एकजुट विपक्ष को चुनौती देने की आवश्यकता पर व्यक्तिगत रूप से कई बार अपील की है।
–आईएएनएस
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