मुंबई, 27 मई (आईएएनएस)। देश की सबसे बड़ी सरकारी बीमा कंपनी लाइफ इंश्योरेंस कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एलआईसी) ने मंगलवार को वित्त वर्ष 25 की चौथी तिमाही के नतीजों का ऐलान किया। जनवरी-मार्च अवधि में कंपनी का मुनाफा सालाना आधार पर 38 प्रतिशत बढ़कर 19,013 करोड़ रुपए हो गया है, जो कि पिछले साल की समान अवधि में 13,763 करोड़ रुपए पर था।
वित्त वर्ष 25 के लिए सरकारी बीमा ने 12 रुपए प्रति वर्ष के डिविडेंड का ऐलान किया है। इसके लिए रिकॉर्ड डेट 25 जुलाई, 2025 तय की गई है।
वित्त वर्ष 25 की चौथी तिमाही में एलआईसी की नेट प्रीमियम इनकम 1.47 लाख करोड़ रुपए रही है, जो कि पिछले साल की समान अवधि में 1.52 लाख करोड़ रुपए थी।
31 मार्च,2025 तक एलआईसी का सॉल्वेंसी रेश्यो 2.11 गुना रहा है, जो कि पिछले साल समान अवधि में 1.98 गुना था।
पूरे वित्त वर्ष 25 में बीमा कंपनी को 48,151 करोड़ रुपए का शुद्ध मुनाफा हुआ है, जो कि वित्त वर्ष 24 में दर्ज 40,676 करोड़ रुपए के मुनाफे के मुकाबले 18.38 प्रतिशत अधिक है।
कंपनी के एक बयान के अनुसार, पहले वर्ष की प्रीमियम आय में एलआईसी भारतीय जीवन बीमा व्यवसाय में 57.05 प्रतिशत की कुल बाजार हिस्सेदारी के साथ अग्रणी बनी हुई है। 31 मार्च, 2025 को समाप्त वर्ष के लिए व्यक्तिगत व्यवसाय में इसकी बाजार हिस्सेदारी 37.46 प्रतिशत और समूह व्यवसाय में 71.19 प्रतिशत थी।
वित्त वर्ष 25 के लिए कुल प्रीमियम आय 4,88,148 करोड़ रुपए थी, जबकि 31 मार्च, 2024 को समाप्त वर्ष के लिए यह 4,75,070 करोड़ रुपए थी।
वित्त वर्ष 25 के लिए शुद्ध वीएनबी मार्जिन 80 बीपीएस बढ़कर 17.6 प्रतिशत हो गया, जबकि एक साल पहले की समान अवधि के लिए यह 16.8 प्रतिशत था।
एलआईसी का शेयर नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) पर मामूली बढ़त के साथ 870 रुपए पर बंद हुआ।
–आईएएनएस
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