नई दिल्ली, 1 जुलाई (आईएएनएस)। ट्विटर पर किए गए बहुत ज्यादा बैकएंड बदलाव ने लाखों उपयोगकर्ताओं को परेशानी में डाल दिया है। एलन मस्क ने शनिवार को कहा कि उन्होंने इस पर अस्थायी सीमाएं लागू की हैं कि एक दिन में कौन कितने पोस्ट पढ़ेगा। ऐसा डेटा स्क्रैपिंग और सिस्टम हेरफेर को रोकने के लिए किया गया है।
मस्क के नए आदेश के अनुसार, सत्यापित खातों को प्रतिदिन 6,000 पोस्ट पढ़ने तक सीमित कर दिया गया है।
मस्क ने कहा कि असत्यापित खाते प्रतिदिन 600 पोस्ट और नए असत्यापित खाते प्रतिदिन केवल 300 पोस्ट पढ़ सकेंगे।
ट्विटर के मालिक ने कहा, “डेटा स्क्रैपिंग और सिस्टम हेरफेर के चरम स्तर को संबोधित करने के लिए, हमने निम्नलिखित अस्थायी सीमाएं लागू की हैं।”
उनका स्पष्टीकरण तब आया, जब भारत सहित दुनिया भर में लाखों उपयोगकर्ताओं ने उनकी आलोचना की, क्योंकि माइक्रो-ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म को विश्व स्तर पर एक बड़ी खराबी का सामना करना पड़ा, जिससे हजारों उपयोगकर्ता सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म तक पहुंचने से बच गए।
आउटेज मॉनिटर वेबसाइट ‘डाउन डिटेक्टर’ के अनुसार, 7,000 से अधिक उपयोगकर्ताओं ने ट्विटर के साथ समस्याओं की सूचना दी।
एक ट्विटर यूजर ने पोस्ट किया, “कोई एलन को जगाए और उसे बताए कि उसका 44 अरब डॉलर का ऐप काम नहीं कर रहा है!”
एक अन्य यूजर ने लिखा, “मैं यह देखने के लिए ट्विटर पर आ रहा हूं कि यह क्यों कहता है ‘रेेटलिमिट पार हो गई’ #TwitterDown।”
ट्विटर पर हैशटैग #TwitterDown और #RateLimitExceeded ट्रेंड कर रहे थे।
इससे पहले शनिवार को, ट्विटर ने बिना अकाउंट वाले लोगों के लिए अपने वेब प्लेटफ़ॉर्म पर ब्राउज़िंग एक्सेस बंद कर दी थी, क्योंकि मस्क ने कहा था कि “डेटा स्क्रैपिंग के अत्यधिक स्तर” के कारण यह कठोर कार्रवाई जरूरी थी।
मस्क ने पोस्ट किया, “हमारा डेटा इतना लूटा जा रहा था कि यह सामान्य उपयोगकर्ताओं के लिए अपमानजनक सेवा थी।”
उन्होंने दावा किया, “एआई का काम करने वाली लगभग हर कंपनी, स्टार्टअप से लेकर पृथ्वी के कुछ सबसे बड़े निगमों तक बड़ी मात्रा में डेटा स्क्रैप कर रही थी।”
–आईएएनएस
एसजीके