नोएडा, 23 मार्च (आईएएनएस)। नोएडा में चार ऑटोमैटिक वाशिंग सिस्टम लगाए जाएंगे। ये चारो नोएडा के चार एसटीपी प्लांट में लगाए जाएंगे। इसमें कार धोने के लिए सीवरेज ट्रिटमैंट के जरिए ट्रीट किए गए पानी का प्रयोग होगा।
22 मार्च तक कंपनियां इसके लिए आवेदन कर सकती थीं। हालांकि इसकी प्री बिड बैठक में पांच कंपनियां आई थीं। सीईओ रितु माहेश्वरी ने 31 मार्च तक कंपनी के चयन कर निर्माण करने का निर्देश दिया है। ये ऑटोमैटिक वाशिंग सिस्टम लगाने वाली कंपनी ही इसका डिजाइन तैयार करेंगी, इसे बनाएंगी और संचालन करने के साथ खर्चा भी स्वयं उठाएंगी। इसलिए कंपनी ही तय करेगी कि यहां कार धोने का चार्ज क्या होगा।
कंपनी को पानी एसटीपी से लेना होगा। ये प्लांट सेक्टर-50, 54 , 123 और 168 में लगाए जाएंगे। खास बात ये है कि यहां किसी मैन पावर की आवश्यकता नहीं होगी। कार चालक को सिर्फ टोकन लेना होगा। टोकन डालते ही कार वाशिंग लेन में ले जाने होगी। यहां कार धुलाई के साथ मोपिंग होगी।
नोएडा जीरो डिस्चार्ज सिटी है। यहां सीवरेज पानी को शोधित करके उपयोग में लाया जा रहा है। इस पानी का प्रयोग कंस्ट्रक्शन कार्य के लिए किया जाता है। यहां पार्क और ग्रीन बेल्ट में होने वाली सिंचाई में, इसके अलावा सड़कों और बाजार में साफ-सफाई और धुलाई में एसटीपी पानी का प्रयोग हो रहा है। अब कार वाशिंग में भी इसका प्रयोग होगा। वर्तमान में रोजाना 135 मिलियन लीटर डेली (एमएलडी) भूजल दोहन रोकने में शोधित जल का इस्तेमाल नोएडा प्राधिकरण की ओर से किया जा रहा है। अन्य एसटीपी से 236 एमएलडी पानी को शोधित कर निकाला जा रहा है। दो नये एसटीपी संचालित होने से अब प्राधिकरण की शोधित जल निकालने की क्षमता 411 एमएलडी हो चुकी है।
–आईएएनएस
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