सतना, देशबन्धु। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया सहित कई बैंको के एटीम बंद होने के कारण दो दिन से खुदरा, व्यापारी दुकानदार परेशान है। इस स्थिति में रोजमर्रा का लेनदेन करने वाले खुदरा व्यापारियों को बैंक जाकर रूपये निकालना पड़ रहा है वह भी घण्टों लग रहे हैं।
चालू माह मार्च वित्तीय लेखा जोखा का है और बैंको में साल भर की वार्षिक रिपोर्ट वित्तीय मूल्यांकन का काम बैंको में चल रहा है। ऐसे में एटीएमों में कैश ट्रांजेक्शन और सर्वर डाउन होने की भी समस्या ऊपर के मुख्यालयों से हो सकती है। ऐसा जानकारों का मानना है।
वजहें कई
इन दिनों एसबीआई के एटीएम कई वजहों से बंद हो सकते हैं। जैसे कि कार्ड ब्लाक होना, हार्डवेयर में खराबी होना या टेक्निकल समस्याएं। मगर जो बात सामने आ रही है वह सर्वर डाउन होना है। हलांकि स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के नए एटीएम कार्ड बनना बंद हो गए हैं। बैंक नए खाते भी नहीं खोल रही है। वजह यह है कि बैंक ने केवाईसी की गाईड लाइन नहीं बनाई है। केन्द्र सरकार के निर्देश पर भारतीय रिजर्व बैंक ने पिछले 22 अप्रैल को बैंक खातों से आधार लिंक कराना अनिवार्य कर दिया था।
डिजिटल लेनदेन का असर
ऐसा माना जा रहा है कि डिजिटल लेनदेन पर बढ़ते फोकस और नियमित भुगतान के लिए युपीआई के प्रति उपभोक्ताओं की बढ़ती पंसद का भी असर एटीएम पर पड़ रहा है। हलांकि नकदी का प्रचलन सर्वकालिक उच्च स्तर पर होने के बावजूद बैंक जितनी स्वचलित टेलर मशीने नकदी पुनर्चक्रण मशीने खोल रहे हैं उससे अधिक बंद कर रहे हैं। जिनका असर ऑटोमेटिव टेलर मशीनों पर पड़ रहा है।
इनका कहना है
एसबीआई के एटीएम बंद होनें का कारण सर्वर डाउन होगा। मार्च क्लोजिंग का महीना होने के कारण बैंको में ज्यादा बोझ है। बैंक मुख्यालय से ही सर्वर की समस्या होगी।
अभिेषक जैन, सीए
ञ्च दो-तीन दिन से एटीम बंद हैं। खासकर अस्पताल चौराहे के पास एसबीआई के सभी एटीएम बंद है। इधर सिटी कोतवाली और जयस्तम्भ चौक, धवारी तरफ भी कई एटीएम बंद है। हम खुदरा व्यापारी है। दो दिन से भटक रहे हैं।
संजय जायसवाल, दुकानदार