जबलपुर. फर्जी बैंक अकाउंट खोलने एवं फर्जी सिमें जारी करने वाले गिरोह पर राज्य सायबर सेल जबलपुर द्वारा ताबड़तोड़ कार्यवाही की. इसी क्रम में पांच आरोपियों को हरियाणा तथा एक आरोपी को हैदराबाद से गिरफ्तार किया गया है. आरोपी के द्वारा ऑन लाइन गेमिंग के नाम पर करोडो रूपये की ठगी की गयी है. न्यायालय के आदेश पर सभी आरोपियों को न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया है.
राज्य साइबर सेल की निरीक्षक नीलेष अहिवार से प्राप्त जानकारी के अनुसार फर्जी बैंक खाते खोलकर उन खातों को देश के विभिन्न राज्यों में बेचने एवं खातों का दुरुपयोग कर सायबर फ्रॉड करने वाले गिरोह के खिलाफ लगातार कार्यवाही जारी है.
इसी क्रम में मोहम्मद मासूक निवासी सतना,चंचल विष्वकर्मा निवासी सतना,नीरज यादव निवासी पटना बिहार,रामनाथ कुमार निवासी सहरमा बिहार तथा गोविंद कुमार निवासी सहरसा बिहार को हरियाणा से तथा साजिद खान निवासी सतना को हैदराबाद से गिरफतार कर न्यायालय के समक्ष पेष किया गया. न्यायालय के आदेष पर सभी को जेल भेज दिया गया है.
विवेचना में दौरान पाया कि गिरोह के सदस्यों ने ऑन लाइन गेमिंग के नाम पर लोगों से करोडो रूपये की ठगी की गयी है. इसके अलावा उन्होने 200 से अधिक फर्जी खाले खुलवाये है. जिसके माध्यम से सायबर ठगी को अंजाम दिया जाता था. आरोपियों के पास से विभिन्न बैंक की पासबुक व एटीएम कार्ड, चेक बुक, क्यूआर कोड,लैपटॉप, मोबाइल फोन व सिम कार्ड जब्त किये गये.
पूर्व में पकडे गये से एक दर्जन आरोपी
राज्य साइबर सेल ने दो दिन पूर्व साइबर ठगी के आरोप में एक दर्जन आरोपियों को गिरफतार किया था. आरोपी शासकीय योजनाओं का लाभ देने का प्रलोभन देकर आमजन के दस्तावेजों को कूटरचित कर विभिन्न बैंकों में खाते खुलवा कर ऑनलाइन ठगी करते थे. इसके अलावा फर्जी गेमिंग लिंक बनाकर बेटिंग (सट्टा) कराने के नाम पर धोखाधड़ी करते थे.
विभिन्न बैंक के अधिकारियों, कर्मचारियों की मिलीभगत उजागर हुई. आरोपियों द्वारा आमजन के पहचान पत्र, आधार कार्ड, पैन कार्ड एवं अन्य आवश्यक दस्तावेज धोखे से प्राप्त कर विभिन्न बैंकों में खाते खुलवा कर अवैध लाभ प्राप्त किया गया . आमजन के दस्तावेजों का उपयोग कर फर्जी तरीके से अलग अलग कम्पनियों की सिमें खरीदकर धोखाधडी में उपयोग की गई . आरोपीगण द्वारा आमजनों को शासकीय योजनाओं ( किसान सम्मान निधि, बुजर्ग पेंशन योजना, संबल योजना, बेरोजगारी भत्ता योजना) के लाभ का प्रलोभन देकर विभिन्न बैंकों मे खाते खुलवाए गये.
कई राज्यों में फैला है नेटवर्क
आरोपियों से पूछताछ में पाया गया कि उक्त गिरोह का संपर्क देश के विभिन्न राज्यों प0 बं0, दिल्ली, हरियाणा, तमिलनाडु, छत्तीसगढ़ के अन्य आरोपियों के साथ पाया गया है जिनके साथ मिलकर यह फर्जी बैंक खातों एवं फर्जी सिमों का व्यापार एवं उनका उपयोग सायबर फ्रॉड करने में करते हैं. उक्त कई आरोपियों के द्वारा यह भी बताया गया कि बेटिंग एप के माध्यम से भी धोखाधडी करने का कार्य करते हैं जिसका प्रशिक्षण उन्हे दिल्ली व हरियाणा में दिया गया था.