अमृतसर, 3 जून (आईएएनएस)। भारतीय सेना के ऑपरेशन ब्लूस्टार की 39वीं बरसी से कुछ ही दिन पहले शनिवार को स्वर्ण मंदिर के पास बम की झूठी कॉल आने से पंजाब पुलिस अलर्ट हो गई और तुरंत बम निष्क्रिय करने वाले एक दस्ते को मौके पर भेजा गया।
पुलिस को फोन करने के आरोप में तीन बच्चों सहित चार लोगों को हिरासत में ले लिया गया।
अधिकारियों ने कहा कि पुलिस को रात करीब एक बजे स्वर्ण मंदिर के पास चार बम रखे जाने की सूचना मिली।
ऑपरेशन ब्लूस्टार स्वर्ण मंदिर परिसर में छिपे जरनैल सिंह भिंडरावाले के नेतृत्व वाले उग्रवादियों को बाहर निकालने के लिए स्वर्गीय प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी द्वारा आदेशित एक सैन्य कार्रवाई थी।
ऑपरेशन 1 और 8 जून 1984 के बीच किया गया था। इसमें कई लोगों की जान गई थी और स्वर्ण मंदिर तथा मंदिर परिसर भी क्षतिग्रस्त हो गया था।
आगामी 6 जून को पड़ने वाले ऑपरेशन ब्लूस्टार की वर्षगांठ को ध्यान में रखते हुए, पंजाब पुलिस ने पूरे राज्य में सुरक्षा कड़ी कर दी है।
अधिकारियों ने कहा कि पुलिस दल सभी 28 पुलिस जिलों में जनता के बीच विश्वास जगाने के उपाय के रूप में संवेदनशील और कमजोर क्षेत्रों में फ्लैग मार्च कर रहे हैं।
विशेष डीजीपी (कानून व्यवस्था) अर्पित शुक्ला ने कहा कि पुलिस आयुक्तों और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों को अपने-अपने जिलों के संवेदनशील क्षेत्रों में फ्लैग मार्च करने का निर्देश दिया गया है।
पुलिस टीमों ने फ्लैग मार्च के दौरान 368 संदिग्ध व्यक्तियों को पकड़ा भी है।
शुक्ला ने कहा, पंजाब पुलिस ऑपरेशन ब्लूस्टार की बरसी का आयोजन शांतिपूर्ण तरीके से सुनिश्चित करेगी, जिसके लिए पुख्ता इंतजाम किए गए हैं और राज्य भर में पर्याप्त सुरक्षा की व्यवस्था की गई है।
–आईएएनएस
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